कोट्टायम: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने गुरुवार को केरल के वैकोम (Vaikom) में थानथाई पेरियार स्मारक और पुस्तकालय का उद्घाटन किया, जिसका पुनर्निर्माण समाज सुधारक पेरियार ईवी रामासामी की विरासत को संजोने के लिए किया गया है. तमिलनाडु और केरल दोनों राज्यों के प्रमुख नेताओं की उपस्थिति में आयोजित इस कार्यक्रम ने सामाजिक न्याय और समानता को बढ़ावा देने में दोनों राज्यों के बीच लंबे समय से चले आ रहे सहयोग को रेखांकित किया.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम स्टालिन ने सामाजिक भेदभाव से निपटने के लिए सामूहिक प्रयास की आवश्यकता पर प्रकाश डाला. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सामाजिक भेदभाव खत्म करने के लिए कानून जरूरी है, लेकिन वास्तविक परिवर्तन व्यक्तिगत सोच में बदलाव से शुरू होना चाहिए. उन्होंने राज्यों से भेदभाव के खिलाफ लड़ाई में एकजुट होने का आग्रह करते हुए कहा, "कानून के जरिये सब कुछ नहीं बदला जा सकता; पहले लोगों को अपनी सोच और रवैये को बदलना होगा."
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता की और अपने समकक्ष स्टालिन के एकता और सहयोग के आह्वान को दोहराया. सीएम विजयन ने बताया कि केरल और तमिलनाडु ने एक-दूसरे की चुनौतियों का समाधान करने में एक-दूसरे का समर्थन किया है, जिससे सहकारी संघवाद का एक मॉडल तैयार हुआ है. विजयन ने आगे कहा कि ऐसे समय में जब राज्यों को अपने अधिकारों, विशेष रूप से आर्थिक स्वायत्तता में बढ़ते हस्तक्षेप का सामना करना पड़ रहा है, राज्यों के बीच अधिक सहयोग की आवश्यकता महत्वपूर्ण है, जो पहले कभी नहीं रही है.
तमिलनाडु सरकार के सहयोग से थानथाई पेरियार स्मारक और पुस्तकालय का जीर्णोद्धार किया गया और इसे सहयोग के प्रतीक के रूप में देखा गया. मुख्यमंत्री स्टालिन ने जीर्णोद्धार कार्य के लिए 8.14 करोड़ रुपये आवंटित किए थे और यह कार्य पिछले साल वैकोम सत्याग्रह के शताब्दी समारोह के दौरान शुरू हुआ था. इस पहल का उद्देश्य पेरियार की स्मृति और सामाजिक समानता के संघर्ष में उनके योगदान को संरक्षित करना है, खासकर वैकोम सत्याग्रह के संदर्भ में.
यह भी पढ़ें- केरल के पलक्कड़ में बेकाबू लॉरी स्कूली छात्रों पर पलटी, तीन बच्चों की मौत, कई घायल