राजनांदगांव: छत्तीसगढ़ कांग्रेस में मचे सियासी घमासन के बाद कांग्रेस ने अब सख्त रूप अख्तियार किया है. राजनांदगांव में भूपेश बघेल को खरी खोटी सुनाने वाले कांग्रेस नेता को पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया गया है. इसके पहले सुरेंद्र दास वैष्णव को शो कॉज नोटिस जारी किया गया था. उसके बाद सही जवाब नहीं मिलने पर यह कार्रवाई की गई है. इस बाबत कांग्रेस की तरफ से आदेश जारी किया गया है.
कांग्रेस से 6 साल के लिए निकाले गए सुरेंद्र दास वैष्णव: छत्तीसगढ़ कांग्रेस से मिली जानकारी के मुताबिक सुरेंद्र दास वैष्णव की तरफ से संतोषजनक जवाब नहीं मिल पाया. जिसकी वजह से उनके खिलाफ कार्रवाई हुई है. लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की तरफ से राजनांदगांव से भूपेश बघेल को प्रत्याशी बनाया गया है. चुनाव प्रचार के लिए 18 मार्च को भूपेश बघेल राजनांदगांव के दौरे पर खुटेरी में थे. इस दौरान वह कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे. तभी सुरेंद्र दास वैष्णव ने भूपेश बघेल के खिलाफ बोलना शुरू कर दिया. उन्होंने भूपेश बघेल को खरी खोटी सुनाई और कहा कि कांग्रेस सरकार के बीते पांच साल के कार्यकाल में किसी तरह का काम नहीं हुआ. पांच सालों के अंदर कार्यकर्ताओं को पार्टी में किसी तरह का सम्मान नहीं मिला. इस तरह की बातें उन्होंने भूपेश बघेल के मुंह पर कही. इसके बाद इस पूरे प्रकरण में सूबे का सियासी पारा चढ़ गया
"कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के ऊपर सार्वजनिक रूप से लगाए गए तथ्यहीन आरोप क निराधार पाए गए. उसके खिलाफ प्रस्तुत जवाब संतोषप्रद नहीं मिले. जिसकी वजह से कांग्रेस कमेटी राजनांदगांव के द्वारा सुरेंद्र दास वैष्णव को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से 6 वर्ष के लिए निष्कासित किया गया है":भागवत साहू, अध्यक्ष, जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण
बीजेपी लगातार बोल रही है हमला: कांग्रेस में राजनांदगांव की इस घटना पर बीजेपी लगातार हमलावर है. बीजेपी इसे भूपेश बघेल के राजनांदगांव में विरोध से जोड़कर देख रही है. अब देखना होगा कि पार्टी के इस एक्शन के बाद सुरेंद्र दास वैष्णव आगे क्या करते हैं.