बरेली : पीलीभीत में पीएम मोदी की रैली से पहले बरेली में सियासी पारा गरमा गया. आठ बार के सांसद रहे संतोष गंगवार को इस बार भाजपा ने टिकट नहीं दिया. यहां से इस बार छत्रपाल गंगवार को प्रत्याशी बनाया है. इस बीच मेयर उमेश गौतम का एक कथित ऑडियो सामने आ गया. आरोप है कि इसमें संतोष गंगवार को अपशब्द कहा गया. कुर्मी बिरादरी का अपमान किया गया. इसे लेकर सोमवार की रात संतोष गंगवार के समर्थकों ने जमकर हंगामा किया. प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी संतोष गंगवार के कार्यालय पहुंचे तो समर्थकों ने उन्हें बंधक बना लिया.
सोशल मीडिया पर ऑडियो के सामने आने के बाद सोमवार की रात को पूर्व केंद्रीय मंत्री और 8 बार के सांसद संतोष गंगवार के कार्यालय पर उनके समर्थकों ने हंगामा कर दिया. समर्थकों का आरोप है कि भाजपा महापौर डॉ. उमेश गौतम ने सार्वजनिक जगह पर कुर्मी बिरादरी और संतोष गंगवार को लेकर अभद्र टिप्पणी की है.
संतोष गंगवार के कार्यालय भारत सेवा ट्रस्ट पर पहुंचे प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी को समर्थकों ने बंधक बना लिया. महापौर के खिलाफ नारेबाजी की. कहा कि वे सभी लोग चुनाव का बहिष्कार करेंगे. संतोष गंगवार ने किसी तरह अपने समर्थकों के बीच से प्रदेश अध्यक्ष को कार्यालय से बाहर निकाला.
वहीं मेयर डॉ. उमेश गौतम का कहना है कि संतोष गंगवार पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं. हम उनका आदर करते हैं. आपत्तिजनक टिप्पणी की बात सरासर गलत है. श्री गंगवार के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ा जा रहा है. संतोष गंगवार का कहना है कि मंगलवार को पीलीभीत में प्रधानमंत्री की जनसभा के लिए प्रदेश अध्यक्ष हमें वहां ले जाने के लिए आए थे. मेरे कार्यालय के बाहर क्या हुआ, मुझे इसकी जानकारी नहीं है.
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