सरगुजा: छत्तीसगढ़ में बेमौसम बारिश और ओलों की मार से किसान परेशान हैं. मौसम का मार का असर सरगुजा संभाग के किसानों पर भी पड़ा हैं. बारिश और ओलों के चलते खेतों में लगी गेहूं और सरसों को फसलों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. सब्जी की खेती करने वाले किसानों का कहना है कि उनकी बरबट्टी की फसल पूरी तरह से चौपट हो गई है. गन्ने की खेती करने वाले किसान भी बारिश और ओलों की मार से परेशान हैं. किसानों को उम्मीद है कि सरकार उनके नुकसान की भरपाई करेगी. सीएम विष्णु देव साय ने भी ट्वीट कर कहा कि किसानों को मदद दी जाएगी. बारिश और ओलों की मार से करीब पांच संभागों में फसलों को नुकसान पहुंचा है.
बारिश और ओलों ने किया तबाह: बारिश और ओले गिरने से सरगुजा में काफी नुकसान हुआ है. गेहूं, सरसों और हरी सब्जियों की खेती करने वाले किसानों को सबसे ज्यादा नुकसान झेलना पड़ा है. सीएम विष्णु देव साय को भी बारिश और ओलावृष्टि की जानकारी मिली. सीएम ने तुरंत ट्वीट कर हर संभव मदद का भरोसा किसानों को दिलाया.
"बेमौसम बारिश और ओले गिरने से फसलों को नुकसान पहुंचा है. किसान भाइयों को इससे मायूस होने की जरूरत नहीं है. नुकसान का आंकलन किया जा रहा है. हमारी सरकार किसानों के हितों के लिए सदैव प्रतिबद्ध है" - विष्णु देव साय, मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़
बारिश से फसलों को नुकसान हुआ है, सरसों और गेहूं बर्बाद हो हो गए हैं. सिर्फ गन्ने की फसल को इस पानी से कोई नुकसान नही हुआ है. - दिलबर, किसान
बेमौस बारिश और ओले गिरने से काफी नुकसान हुआ है. किसान परेशान हैं कि अब उनको कहां से मदद मिलेगी. - बीरेंद्र बेक, किसान
बारिश और ओले पड़ने से फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई. सरसों, गेहूं की फसल को नुकसान हुआ है. मैं बरबटी लगाया हूं वो बर्बाद हो गई. इस पानी से किसी फसल को फायदा नहीं नुकसान है. - सुजीत, किसान
क्या कहते हैं कृषि वैज्ञानिक: कृषि वैज्ञानिक संदीप के मुताबिक मार्च के महीने में बारिश होने से फसलों को नुकसान होना स्वभाविक है. अगर बारिश कम मात्रा में होती तो फसलों को फायदा होता. तेज बारिश के साथ ओले गिरने से फसलों को काफी नुकसान हुआ है. जो भी किसान भाई मौसम विज्ञान केंद्र के अनुमन के अनुसार खेती का वक्त निर्धारित करते हैं उनका नुकसान कम होता है. इस बार बारिश और ओलों की मार से फसलों को जरूर ज्यादा नुकसान हुआ है.