देहरादून: एसओजी और एसटीएफ मेरठ की संयुक्त टीम ने ऑनलाइन इंजिनियरिंग एंट्रेंस एग्जाम में नकल कराने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है. टीम ने रायपुर क्षेत्र स्थित परीक्षा केन्द्र में छापेमारी कर गिरोह के 2 सदस्यों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों के कब्जे से 1 लैपटॉप, 3 मोबाइल, परीक्षार्थियों के एडमिट कार्ड और अन्य दस्तावेज बरामद हुए हैं. आरोपियों द्वारा परीक्षा केन्द्र में पहले से ही सर्वर रूम के माध्यम से कुछ सिस्टमों का एक्सेस लिया गया था. सर्वर रूम से ही पेपर सॉल्वर के माध्यम से परीक्षार्थियों के पेपर को ऑनलाइन सॉल्व कर सबमिट कर रहे थे.
एसटीएफ मेरठ, देहरादून एसओजी ने की संयुक्त छापेमारी: एसटीएफ मेरठ की टीम से देहरादून के कुछ संस्थानों में नकल माफिया द्वारा अलग-अलग आनलाइन प्रतियोगी परीक्षाओं में परीक्षार्थियों को नकल कराये जाने के समबन्ध में जानकारी मिली. जिस पर एसओजी देहरादून और एसटीएफ मेरठ उत्तर प्रदेश की संयुक्त टीम ने सहस्त्रधारा रोड स्थित Edu Choice Consultancy नाम के कन्सल्टेंसी लैब में दबिश दी. जहां 20 अप्रैल से 25 अप्रैल के बीच Vellore Institute of Technology (Private university in Vellore) Tamil Nadu की आनलाइन एन्ट्रेंस परीक्षा भी आयोजित की गई थी. छापेमारी के दौरान पुलिस टीम को मौके पर 2 व्यक्ति जितेश कुमार और राहुल कुमार मौजूद मिले. जिनकी तलाशी में पुलिस टीम को उनके पास मोबाइल फोन, लैपटॉप और 20 अप्रैल से 25 अप्रैल तक आयोजित की गई परीक्षा में शामिल कुछ परीक्षार्थियों के एडमिट कार्ड और उनके एप्लीकेशन नम्बर लिखी हुई आनलाइन एक्जाम की डिस्प्ले की फोटो कॉपी बरामद हुई.
टीम ने दोनों आरोपियों से पूछताछ की. जिसमें जानकारी मिली की आरोपियों ने परीक्षा में अभ्यर्थियों के सिस्टम का सर्वर रूम से एक्सेस प्राप्त कर आनलाइन पेपर साल्व करवाया था. जिसके बाद दोनो आरोपियों को पुलिस टीम ने मौके से गिरफ्तार किया. आरोपियों के पास से मोबाइल, इलेक्ट्रानिक उपकरण और परीक्षार्थियों से सम्बन्धित दस्तावेजों को कब्जे में लिये गये हैं. इस सम्बंध में मेरठ एसटीएफ की ओर से दी गई तहरीर के आधार पर आरोपी राहुल कुमार, जितेश कुमार, कुलवीर और गौरव यादव के खिलाफ थाना रायपुर में मुकदमा दर्ज किया गया है.
ऑनलाइन एग्जाम सॉल्वर गिरोह का भंडाफोड़: एसएसपी अजय सिंह ने बताया आरोपी जीतेश सहस्त्रधारा रोड पर Edu. Choice Consultancy नाम से ऑफिस चलाता है. राहुल उसके आफिस का सारा काम देखता है. दोनों कुलवीर निवासी हरियाणा और गौरव, निवासी बिजनौर के लिये काम करते हैं. कुलवीर की सेंट जेवीयर स्कूल कैनाल रोड के पास आनलाइन एक्जामिनेशन नाम से एक लैब है. गौरव यादव और राहुल अलग-अलग संस्थानों में प्रवेश दिलाने के लिये छात्रों से सम्पर्क करते हैं. उन्हें परिक्षाओं का फार्म भरवाकर एडमिट कार्ड उपलब्ध करवाते हैं. उसके बाद गौरव और कुलवीर के साथ मिलकर अलग-अलग लैबों से बातचीत कर परीक्षार्थियों के ऑनलाइन एग्जाम के पेपर सॉल्व करवाते हैं. इसके लिये वे अलग-अलग लैब्स में कुछ कम्प्यूटर सिस्टम का सर्वर रूम के माध्यम से पहले से ही एक्सेस ले लेते हैं.
कैसे ऑनलाइन ऑपरेट करते थे आरोपी: जिन परीक्षार्थियों के पेपर सॉल्व करवाने होते हैं,उन्हें पहले से एक्सेस लिये गये कम्प्यूटर सिस्टम पर बैठाया जाता है. सर्वर रूम में बैठकर पेपर सॉल्वर एनी डेस्क सॉफ्टवेयर के माध्यम से सिस्टम का एक्सेस लेकर पेप सॉल्व कर सबमिट करते हैं. इस दौरान पेपर सॉल्वर बीच-बीच में ऑनलाइन पेपर के स्क्रिन शॉट बाहर बैठे व्यक्तियों और परीक्षार्थियों को भी भेजते रहते हैं. जिससे उन्हें पेपर सॉल्व होने की जानकारी मिलती है. पेपर सॉल्व करवाने के एवज में अभ्यर्थियो से 1 से डेढ़ लाख रुपए तक की रकम ली जाती है. जिसे बाद में वे आपस में बांट लेते हैं. एसएसपी अजय सिंह ने बताया इस गिरोह का सरगना कुलवीर, निवासी हरियाणा और गैारव, निवासी बिजनौर है. इन दोनों की गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे हैं.