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सोनिया, शरद पवार समेत दिग्गजों ने दी सीताराम येचुरी को श्रद्धांजलि, सिब्बल बोले- उनका पूरा जीवन दूसरों के लिए था - Tribute To Sitaram Yechury

Tribute To Sitaram Yechury: सांस संबंधी दिक्कत होने के चलते सीताराम येचुरी का 12 सितंबर को निधन हो गया था. उनके परिजनों ने उनके शव को एम्स को समर्पित कर दिया है.

TRIBUTE TO SITARAM YECHURY
सोनिया, शरद पवार समेत दिग्गजों ने दी सीताराम येचुरी को श्रद्धांजलि (ANI)
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By ANI

Published : Sep 14, 2024, 12:38 PM IST

नई दिल्ली: कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज शनिवार को सीपीआई(एम) महासचिव सीताराम येचुरी को श्रद्धांजलि दी. इनके आलावा कांग्रेस नेता जयराम रमेश, अजय माकन, राजीव शुक्ला और पी चिदंबरमे समेत कई सीपीआई (एम) नेता और कार्यकर्ताओं ने सीपीआई(एम) कार्यालय जाकर येचुरी को श्रद्धांजलि अर्पित की. इससे पहले उनके पार्थिव शरीर को वसंत कुंज स्थित उनके आवास से पार्टी कार्यालय ले जाया गया.

बता दें, सीताराम येचुरी का 12 सितंबर को एम्स में सांस संबंधी संक्रमण के चलते निधन हो गया था.

येचुरी को श्रद्धांजलि देने आए केरल के मंत्री पी राजीव ने कहा कि उनके निधन से राष्ट्रीय राजनीति में एक बड़ा शून्य पैदा हो गया है. उन्होंने आगे कहा कि सीताराम येचुरी जब राज्यसभा में माकपा के नेता थे, तब मुझे उनके साथ उपनेता के तौर पर काम करने का मौका मिला. वे पार्टी में सबसे स्वीकार्य व्यक्ति थे और हर मुद्दे पर निर्णय लेने के लिए हर कोई उनके पास आता था. यह पार्टी, वामपंथ और देश के लिए बड़ी क्षति है.

इससे पहले शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उनके आवास पर जाकर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की. नड्डा ने येचुरी को याद करते हुए कहा कि उन्होंने उन लोगों के साथ भी संबंध बनाए रखे जिनके विचार उनसे अलग थे. नड्डा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा कि पूर्व राज्यसभा सांसद और सीपीआई (एम) के महासचिव स्वर्गीय श्री सीताराम येचुरी जी के पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित की. हम दोनों की विचारधाराएं अलग-अलग थीं. वह विचारों के प्रति अधिक झुकाव रखने वाले व्यक्ति थे, लेकिन साथ ही, उन्होंने उन लोगों के साथ संबंध बनाए रखे जिनके विचार उनसे अलग थे. वह असहमत होने पर भी सहमत होने में विश्वास करते थे और अक्सर कहते थे कि यही लोकतंत्र की खूबसूरती है. उन्होंने कहा कि ईश्वर उन्हें शांति प्रदान करे तथा उनके परिवार को यह दुःख सहने की शक्ति दे.

सीपीआई (एम) महासचिव सीताराम येचुरी को पार्टी कार्यालय में श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने कहा कि सभी राजनेता केवल अपने बारे में सोचते हैं, केवल सत्ता और पद का सपना देखते हैं, लेकिन सीताराम येचुरी जैसे लोगों ने दूसरों के लिए अपना जीवन दिया. वे जानते थे कि वे कभी सत्ता में नहीं आने वाले हैं और फिर भी उनका पूरा जीवन दूसरों के लिए था. वे एक प्रिय मित्र थे. वे अपने हस्तक्षेप से संसद को मंत्रमुग्ध कर देते थे.

डीएमके सांसद कनिमोझी ने कहा कि मैं अपनी पार्टी की ओर से और व्यक्तिगत स्तर पर भी इस देश के एक बहुत ही महत्वपूर्ण और महान नेता को श्रद्धांजलि देने आई हूं. उनका नुकसान सिर्फ राजनीतिक नहीं है. वह एक विचारक, एक लेखक, एक दार्शनिक और अगली पीढ़ी के राजनेताओं के लिए एक महान प्रेरणा थे. वह एक ऐसे नेता थे जिन्हें सभी दलों के लोग प्यार करते थे और उनका सम्मान करते थे. वह मेरे पिता कलैगनार और सीएम एमके स्टालिन के बहुत करीब थे.

एनसीपी-एससीपी प्रमुख शरद पवार ने भी पार्टी कार्यालय जाकर सीपीआई(एम) महासचिव सीताराम येचुरी को श्रद्धांजलि अर्पित की.

पढ़ें: सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी का निधन, इमरजेंसी में गिरफ्तार होने से PHD नहीं हुई पूरी - CPM leader Sitaram Yechury

नई दिल्ली: कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज शनिवार को सीपीआई(एम) महासचिव सीताराम येचुरी को श्रद्धांजलि दी. इनके आलावा कांग्रेस नेता जयराम रमेश, अजय माकन, राजीव शुक्ला और पी चिदंबरमे समेत कई सीपीआई (एम) नेता और कार्यकर्ताओं ने सीपीआई(एम) कार्यालय जाकर येचुरी को श्रद्धांजलि अर्पित की. इससे पहले उनके पार्थिव शरीर को वसंत कुंज स्थित उनके आवास से पार्टी कार्यालय ले जाया गया.

बता दें, सीताराम येचुरी का 12 सितंबर को एम्स में सांस संबंधी संक्रमण के चलते निधन हो गया था.

येचुरी को श्रद्धांजलि देने आए केरल के मंत्री पी राजीव ने कहा कि उनके निधन से राष्ट्रीय राजनीति में एक बड़ा शून्य पैदा हो गया है. उन्होंने आगे कहा कि सीताराम येचुरी जब राज्यसभा में माकपा के नेता थे, तब मुझे उनके साथ उपनेता के तौर पर काम करने का मौका मिला. वे पार्टी में सबसे स्वीकार्य व्यक्ति थे और हर मुद्दे पर निर्णय लेने के लिए हर कोई उनके पास आता था. यह पार्टी, वामपंथ और देश के लिए बड़ी क्षति है.

इससे पहले शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उनके आवास पर जाकर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की. नड्डा ने येचुरी को याद करते हुए कहा कि उन्होंने उन लोगों के साथ भी संबंध बनाए रखे जिनके विचार उनसे अलग थे. नड्डा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा कि पूर्व राज्यसभा सांसद और सीपीआई (एम) के महासचिव स्वर्गीय श्री सीताराम येचुरी जी के पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित की. हम दोनों की विचारधाराएं अलग-अलग थीं. वह विचारों के प्रति अधिक झुकाव रखने वाले व्यक्ति थे, लेकिन साथ ही, उन्होंने उन लोगों के साथ संबंध बनाए रखे जिनके विचार उनसे अलग थे. वह असहमत होने पर भी सहमत होने में विश्वास करते थे और अक्सर कहते थे कि यही लोकतंत्र की खूबसूरती है. उन्होंने कहा कि ईश्वर उन्हें शांति प्रदान करे तथा उनके परिवार को यह दुःख सहने की शक्ति दे.

सीपीआई (एम) महासचिव सीताराम येचुरी को पार्टी कार्यालय में श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने कहा कि सभी राजनेता केवल अपने बारे में सोचते हैं, केवल सत्ता और पद का सपना देखते हैं, लेकिन सीताराम येचुरी जैसे लोगों ने दूसरों के लिए अपना जीवन दिया. वे जानते थे कि वे कभी सत्ता में नहीं आने वाले हैं और फिर भी उनका पूरा जीवन दूसरों के लिए था. वे एक प्रिय मित्र थे. वे अपने हस्तक्षेप से संसद को मंत्रमुग्ध कर देते थे.

डीएमके सांसद कनिमोझी ने कहा कि मैं अपनी पार्टी की ओर से और व्यक्तिगत स्तर पर भी इस देश के एक बहुत ही महत्वपूर्ण और महान नेता को श्रद्धांजलि देने आई हूं. उनका नुकसान सिर्फ राजनीतिक नहीं है. वह एक विचारक, एक लेखक, एक दार्शनिक और अगली पीढ़ी के राजनेताओं के लिए एक महान प्रेरणा थे. वह एक ऐसे नेता थे जिन्हें सभी दलों के लोग प्यार करते थे और उनका सम्मान करते थे. वह मेरे पिता कलैगनार और सीएम एमके स्टालिन के बहुत करीब थे.

एनसीपी-एससीपी प्रमुख शरद पवार ने भी पार्टी कार्यालय जाकर सीपीआई(एम) महासचिव सीताराम येचुरी को श्रद्धांजलि अर्पित की.

पढ़ें: सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी का निधन, इमरजेंसी में गिरफ्तार होने से PHD नहीं हुई पूरी - CPM leader Sitaram Yechury

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