कलिम्पोंग: पूर्वोत्तर राज्यों, विशेषकर सिक्किम में भूकंप एक सामान्य घटना है. जलवायु आपदा से निपटने के लिए, सिक्किम सरकार ने गंगटोक में एक विशाल स्मार्ट मल्टी-लेवल पार्किंग स्थल बनाया है, जिसमें 409 कारों को पार्क किया जा सकता है. इस पहल का उद्देश्य सिक्किम की राजधानी गंगटोक की मुख्य सड़कों पर पार्किंग की समस्या को दूर करना और यातायात जाम पर अंकुश लगाना है.
हाइड्रोलिक पार्किंग स्थल से वाहन चालकों को बड़ी राहत मिलेगी और स्मार्ट सिटी बनने की ओर कदम बढ़ाया जा सकेगा. रिकॉर्ड के लिए, सिक्किम मुख्य रूप से पर्यटन पर निर्भर है. इस पहाड़ी राज्य में मौसम की स्थिति के कारण हर दिन हजारों विदेशी पर्यटक आते हैं. लेकिन हर गुजरते दिन के साथ गंगटोक में भारी ट्रैफिक के कारण ट्रैफिक जाम की समस्या बढ़ती जा रही है. पर्यटकों को घंटों इंतजार करना पड़ता है.
अब सिक्किम सरकार ने इस मुद्दे को सुलझाने की पहल की है. मल्टीलेवल हाइड्रोलिक पार्किंग का निर्माण गंगटोक में महात्मा गांधी मार्ग के किनारे 3.75 लाख वर्ग फुट क्षेत्र में किया गया है. अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग कर हिमालय पर्वत शिखर पर बनी यह पहली ऐसी बहुमंजिला इमारत है. आईआईटी गुवाहाटी और जादवपुर विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने परियोजना के कार्यान्वयन में सहयोग किया है.
बहुमंजिला पार्किंग स्थल का निर्माण मुख्य रूप से स्टील का उपयोग करके प्री-फैब्रिकेटेड तकनीक का उपयोग करके किया गया है. उस तकनीक के जरिए रिक्टर स्केल पर 7 तीव्रता तक के भूकंप की तीव्रता में भी ऊंचाई बरकरार रहेगी. सिक्किम सरकार ने एक निजी कंपनी को पीपीपी परियोजना के तहत 26 साल के लिए 196 करोड़ रुपये की लीज पर पार्किंग स्थल के प्रबंधन का काम दिया है. मल्टी-स्टोरी सुविधा में 409 कारें पार्क की जा सकती हैं.