पुणे: महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और दिग्गज नेता शरद पवार ने सीरम इंस्टीट्यूट के संस्थापक साइरस पूनावाला को भारत रत्न देने की मांग की है. उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान सीरम इंस्टीट्यूट ने पूरी दुनिया को कोरोना वैक्सीन की सप्लाई की थी. वैक्सीन उत्पादन के क्षेत्र में साइरस पूनावाला के काम की सराहना करते हुए राष्ट्रवादी शरद चंद्र पवार पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने उन्हें 'भारत रत्न' देने की मांग की है. पवार ने कहा कि साइरस पूनावाला की सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा तैयार वैक्सीन को दुनिया के कई देश ले रहे हैं.
पूनावाला की वजह से ही भारत कोरोना जैसे संकट से बाहर निकल पाया है. चिकित्सा और सामाजिक क्षेत्र में उनके योगदान को देखते हुए शरद पवार ने यह भावना व्यक्त की है कि केंद्र सरकार को उन्हें पद्म भूषण पुरस्कार तक सीमित रखने के बजाय भारत रत्न पुरस्कार से सम्मानित करना चाहिए. वह उस समय बोल रहे थे जब साइरस पूनावाला को चिकित्सा और सामाजिक क्षेत्रों में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए वनराई फाउंडेशन की ओर से शरद पवार द्वारा 'स्वर्गीय डॉक्टर मोहन धारिया राष्ट्र निर्माण पुरस्कार' से सम्मानित किया गया.
शरद पवार ने कहा, 'डॉ. मोहन धारिया ने अपनी राजनीति और सामाजिक सरोकारों से देश को एक अलग दिशा दिखाई. सीरम इंस्टीट्यूट एक तरह से उन्हीं के विचारों पर चलते हुए न सिर्फ देश के लिए बल्कि दुनिया के सभी लोगों के लिए वैक्सीन का उत्पादन कर रहा है. पवार ने आगे कहा, 'सीरम इंस्टीट्यूट के योगदान को हम वैश्विक स्तर पर महसूस कर सकते हैं. साइरस पूनावाला ने कहा, 'डॉ. मोहन धारिया जब देश की योजना समिति के उपाध्यक्ष थे, तो उन्होंने सीरम इंस्टीट्यूट की प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान दिया. इसके बाद उन्होंने समय- समय पर सीरम इंस्टीट्यूट को गाइड किया.