मुंबई: एनसीपी-एससीपी प्रमुख शरद पवार और बारामती से पार्टी सांसद सुप्रिया सुले आज होने वाली इंडिया गठबंधन की बैठक के लिए मुंबई से नई दिल्ली पहुंचे. शरद पवार और सुप्रिया सुले दिल्ली में इंडिया ब्लॉक की बैठक में शामिल होंगे. इस बैठक में सरकार बनाने की रणनीति बनाई जाएगी.
लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों के बाद आज दिल्ली में इंडिया अघाड़ी की बैठक होगी. इस बैठक में प्रधानमंत्री पद का चेहरा कौन होगा, इस पर सर्वसम्मति से फैसला लिया जाएगा. बैठक में शामिल होने के लिए एनसीपी संस्थापक शरद पवार और बारामती से सांसद सुप्रिया सुले मुंबई से दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं.
लोकसभा चुनाव के नतीजों में महा विकास अघाड़ी ने महायुति को बड़ा झटका दिया है. ऐसे में अकेले बीजेपी के लिए बहुमत का लक्ष्य हासिल करना संभव नहीं है. इसलिए बीजेपी को बहुमत के लिए एनडीए में सहयोगी दलों की मदद लेनी होगी. इंडिया गठबंधन बहुमत के आंकड़े तक पहुंचने के लिए जोड़-तोड़ कर रहा है. इसे देखते हुए आज दिल्ली में इंडिया गठबंधन की होने वाली बैठक अहम होने वाली है.
एनसीपी संस्थापक शरद पवार ने सोमवार को लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद अपनी प्रतिक्रिया देते हुए संतोष जताया. उन्होंने कहा कि नतीजों ने उन्हें और अधिक काम करने के लिए प्रेरित किया. चर्चा थी कि शरद पवार ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को तब फोन किया था, जब संभावना थी कि इंडिया अघाड़ी अपना बहुमत मजबूत करना शुरू कर देगी. शरद पवार ने स्पष्ट किया कि उन्होंने नीतीश कुमार या चंद्रबाबू को फोन नहीं किया. उन्होंने कहा कि उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से चर्चा की और बताया कि इंडिया अघाड़ी की बैठक बुधवार को होगी.
एनसीपी संस्थापक शरद पवार और उनकी बेटी सुप्रिया सुले का राजनीतिक भविष्य लोकसभा चुनाव के नतीजों पर दांव पर लगा था. बारामती लोकसभा के नतीजों में सुप्रिया सुले ने अपने ननंद सुनेत्रा पवार को हराकर एक लाख 58 हजार 333 वोटों से जीत दर्ज की. इस जीत के बाद यह साफ हो गया कि मतदाताओं ने शरद पवार के नेतृत्व में एनसीपी को तरजीह दी.
नतीजों के बाद सांसद सुप्रिया सुले ने सोशल मीडिया पर एक्स पोस्ट कर मतदाताओं का आभार जताया. उन्होंने पोस्ट में कहा, 'लगातार चौथी बार अपने बारामती लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला. इस बार यह महाराष्ट्र के स्वाभिमान को बनाए रखने की लड़ाई थी. इस बेहद अहम लड़ाई में हम सबने महाराष्ट्र के स्वाभिमान की आवाज उठाई और मेरी जीत हुई. बेशक, यह जीत अकेले मेरी नहीं, बल्कि निर्वाचन क्षेत्र के हर स्वाभिमानी मतदाता की जीत है.'