मालदा: गाजोल प्रखंड के देवतला ग्राम पंचायत के हियाखोर गांव में शुक्रवार की सुबह एक अधेड़ का कटा हुआ सिर और धड़ मिला है. कार्तिकी अमावस्या (काली पूजा/दिवाली) के दौरान हुई इस घटना से इलाके में मानव बलि की अफवाह को लेकर दहशत फैल गई. पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और घटना की जांच में जुटी है. फिलहाल मृतक की पहचान नहीं हो सकी है.
राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे हुई इस घटना के बाद डायन थ्योरी भी सामने आ रही है. हालांकि स्थानीय लोगों में से कोई भी इस मामले पर खुलकर सामने नहीं आना चाहता. गाजोल से हिली तक राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 512 घटनास्थल से होकर गुजरता है. शुक्रवार की सुबह कुछ स्थानीय लोग इस इलाके से गुजर रहे थे. उनमें से एक व्यक्ति शौच के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग से लगे जंगल में गया. जब वह वहां गया तो उसने एक व्यक्ति का कटा हुआ सिर पड़ा देखकर वह चौंक गया. वह चिल्लाया तो अन्य लोग दौड़कर आए.
देखा गया कि कटा हुआ सिर धड़ से थोड़ी दूर पड़ा था. मृतक अर्धनग्न अवस्था था. यह खबर आग की तरह फैल गई. कुछ ही देर में मौके पर भीड़ जमा हो गई. सूचना मिलते ही गाजोल थाने की पुलिस आनन-फानन में पहुंची. आईसी चंद्रशेखर घोषाल भी मौके पर पहुंचे. प्रारंभिक जांच के अनुसार मृतक की उम्र 65 से 70 वर्ष के बीच बताया गया.
मारा गया शख्स स्थानीय नहीं है. इलाके में कोई भी उसे पहचान नहीं पाया. पुलिस मृतक की पहचान करने की कोशिश कर रही है. कई स्थानीय लोगों ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि इस व्यक्ति की काली पूजा की रात बलि दी गई होगी. बाद में उसके सिर और धड़ को जंगल में फेंक दिया गया होगा. कई लोगों का कहना है कि मृतक व्यक्ति आदिवासी समाज की कुरीतियों का शिकार है. उनका अनुमान है कि उसे जादू-टोने के संदेह में मारा गया होगा. कुछ लोगों का अनुमान है कि उसे निजी दुश्मनी के कारण मारा गया होगा.
देओतला निवासी बिजॉय भट्टाचार्य ने बताया, 'मैं सुबह उठा तो खबर मिली कि जंगल में एक शव पड़ा है. मैंने जाकर देखा तो सिर और धड़ अलग-अलग जगहों पर पड़े थे. पुलिस आई और कटे हुए सिर और धड़ को अपने साथ ले गई. घटना की पुलिस जांच शुरू हो गई है.'
यह दुर्घटना भी हो सकती है. मानव बलि की भी चर्चा है लेकिन यह मानव बलि का मामला है या नहीं, यह पोस्टमार्टम के बाद ही कहा जा सकता है. पुलिस ने जगह की घेराबंदी कर दी है. फोरेंसिक टीम इसकी जांच करेगी. गाजोल थाने के एक अधिकारी ने बताया कि पूरी घटना की जांच शुरू कर दी गई है. जब तक शव का पोस्टमार्टम नहीं हो जाता, तब तक मौत का सही कारण बताना संभव नहीं है.