नई दिल्ली: अगले दो-तीन महीनों में गुजरात, केरल, उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में राज्यपालों का कार्यकाल खत्म हो जाएगा. इसलिए इन राज्यों में अगले राज्यपाल के लिए नामों को लेकर अकटलें अभी से शुरू हो गई हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे को तेलंगाना का राज्यपाल बनाया जा सकता है. लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाए जाने के बाद तमिलिसाई सौंदर्यराजन ने तेलंगाना के राज्यपाल पद से इस्तीफा दिया था. झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन के पास फिलहाल तेलंगाना के राज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार है.
लोकसभा चुनाव में भाजपा ने अश्विनी चौबे का टिकट काट दिया था. वह 2014 और 2019 में बिहार के बक्सर से सांसद चुने गए थे. इस बार टिकट नहीं मिलने पर उन्होंने खुलेआम अपनी नाराजगी जाहिर की थी. हालांकि, पार्टी नेतृत्व से आश्वासन मिलने के बाद वह मान गए थे.
अश्विनी चौबे के अलावा पूर्व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन और वीके सिंह के नाम की भी चर्चा है, जिन्हें राज्यपाल बनाया जा सकता है. पूर्व सेना प्रमुख जनरल वीके सिंह यूपी के गाजियाबाद से 2014 और 2019 में सांसद चुने गए थे. लेकिन लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा ने उनकी जगह अतुल गर्ग को गाजियाबाद से उम्मीदवार बनाया था, जो विजयी हुए हैं. कयास लगाए जा रहे हैं कि भाजपा ने इस बार आम चुनाव में जिन बड़े नेताओं को टिकट नहीं दिया था, उन्हें राज्यपाल बनाया जा सकता है.
केरल के राज्यपाल का कार्यकाल बढ़ा सकती है सरकार
रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान का कार्यकाल बढ़ा सकती है. खान का कार्यकाल 6 सितंबर, 2024 को पूरा होगा.
सितंबर तक खत्म होगा इन राज्यों के राज्यपाल का कार्यकाल
पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित का कार्यकाल अगस्त-सितंबर में समाप्त हो सकता है. उन्होंने पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक के पद से पहले ही इस्तीफा दे दिया है, लेकिन उनका इस्तीफा अभी मंजूर नहीं हुआ. इसके अलावा यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत, राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र, महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैस, मेघायल के राज्यपाल फागू चौहान और मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके का कार्यकाल अगस्त-सितंबर तक पूरा हो जाएगा.
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