कर्नाटक : कर्नाटक के कई क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश के चलते बाढ़ जैसी हालात बनने और भूस्खलन होने से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. मंगलवार 16 जुलाई को राज्य के कई हिस्सों मे जोरदार बारिश के चलते उत्तर कन्नड़ जिले के शिरूर में भीषण भूस्खलन हुआ. इस भूस्खलन में एक ही परिवार के पांच सदस्य सहित सात लोगों के मौत हो गई. अधिकारियों ने मलबे में और लोगों के फंसे होने की आशंका जताते हुए तलाशी अभियान शुरू कर दिया है. सांसद विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी ने इसकी जानकारी दी.
हालांकि, घटना में कितने लोग मारे गए, इसकी सही संख्या के बारे में अभी कोई जानकारी नहीं है. लेकिन डीसी द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार कुल 7 लोगों की मौत हुई है. मलबे में दबे लोगों को निकालने के लिए बचाव अभियान चलाया जा रहा है. जिले में लगातार हो रही भारी बारिश के राज्य के और भी कई जगहों से भूस्खलन की खबर सामने आई है.
बाहर घूमने वाले लोग सावधान रहें
इस प्राकृतिक आपदा को लेकर सांसद विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी ने लोगों से बाहर ना घूमने और सावधान रहने की अपील की है. जानकारी के अनुसार कुल 9 लोगों के पहाड़ी के नीचे दबे होने की आशंका है. कलेक्टर ने बताया कि इसमें से 7 लोगों की मौत हो चुकी है. राष्ट्रीय राजमार्ग समेत कई स्थानों पर जलभराव और भूस्खलन के मद्देनजर जिला कलेक्टर, जिला पंचायत सीईओ और जिला पुलिस खुद इलाके का मुआयना करने गए.
मौसम का हाल
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 16 जुलाई को महाराष्ट्र, केरल और कोंकण गोवा के कई इलाकों में भारी बारिश और गरज को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया था. IMD के अनुसार, मानसून दिशा बदल रहा है और अगले कुछ दिनों में कर्नाटक, केरल, महाराष्ट्र और कोंकण गोवा के तटीय क्षेत्रों में 20 सेमी से अधिक बारिश होने की उम्मीद है. महाराष्ट्र के रायगढ़ को रेड अलर्ट पर रखा गया है, जबकि मुंबई, ठाणे, पालघर, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, पुणे, सतारा और कोल्हापुर को ऑरेंज अलर्ट पर रखा गया है. केरल के मलप्पुरम, कन्नूर और कासरगोड भी रेड अलर्ट पर हैं, जबकि एर्नाकुलम, त्रिशूर, पलक्कड़, कोझीकोड और वायनाड को येलो अलर्ट पर रखा गया है.
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