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संदेशखाली हिंसा: कैलाश विजयवर्गीय बोले- प. बंगाल में कानून-व्यवस्था ध्वस्त - पश्चिम बंगाल कानून व्यवस्था ध्वस्त

Sandeshkhali violence Law and order destroyed: पश्चिम बंगाल के संदेशखाली हिंसा को लेकर बीजेपी के नेता कैलाश विजयवर्गीय ने पश्चिम बंगाल सरकार पर हमला बोला. नई दिल्ली में उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था चिंताजनक है.

Kailash Vijayvargiya on Sandeshkhali violence
कैलाश विजयवर्गीय संदेशखाली हिंसा पर बोले
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By ANI

Published : Feb 18, 2024, 6:43 AM IST

नई दिल्ली : मध्य प्रदेश के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने संदेशखाली मामले के बाद पश्चिम बंगाल में बिगड़ती कानून-व्यवस्था की स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि राज्य में महिलाओं के प्रति सम्मान की कमी है. विजयवर्गीय ने शनिवार को न्यूज एजेंसी से कहा,'पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त है.

वहां महिलाओं का कोई सम्मान नहीं है. यहां तक कि जब महिलाओं पर अत्याचार होता है तो पुलिस भी रिपोर्ट दर्ज नहीं करती. वे सभी लोग जो मोमबत्तियां लेकर निकलते थे, मुझे समझ नहीं आता कि आज उनकी मोमबत्तियां कहां हैं.' संदेशखाली जाने से रोके जाने के बाद अग्निमित्रा पॉल के साथ भाजपा नेता अन्नपूर्णा देवी, प्रतिमा भौमिक, सुनीता दुग्गल, कविता पाटीदार, संगीता यादव और बृज लाल सहित प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल सीवी आनंद बोस से मुलाकात की.

बैठक के बाद प्रतिनिधिमंडल के एक सदस्य ने संदेशखाली जाने और महिला प्रदर्शनकारियों के साथ बातचीत करने की अनुमति मांगने के लिए सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर करने के अपने इरादे का उल्लेख किया. भाजपा प्रतिनिधिमंडल की सदस्य अन्नपूर्णा देवी ने शुक्रवार को राज्यपाल से मिलने के बाद संवाददाताओं से कहा,'आज हमें संदेशखाली की यात्रा के बीच में अवरुद्ध होने के बाद वापस लौटना पड़ा.

हम सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर आग्रह करेंगे कि हमें संदेशखाली जाने की इजाजत दी जाये. हम वहां जरूर जाएंगे. संदेशखाली में जिस तरह से टीएमसी के गुंडों और पुलिस द्वारा महिलाओं, बच्चों और नवविवाहित दुल्हनों पर अत्याचार किया गया है, उसे उजागर किया जाएगा. उन्हें न्याय मिलेगा.' संदेशखाली में महिलाएं टीएमसी नेता शाहजहां शेख और उनके सहयोगियों द्वारा उनके खिलाफ किए गए कथित अत्याचारों को लेकर पिछले कुछ दिनों से आंदोलन कर रही हैं. महिलाओं के खिलाफ यौन उत्पीड़न और हिंसा की कथित घटनाओं पर तथ्य जुटाने को लेकर जाना आवश्यक है.

संदेशखालि हिंसा के बाद, डीआईजी को पद से हटाया: पश्चिम बंगाल सरकार ने भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के वरिष्ठ अधिकारी सुमित कुमार को बारासात रेंज के पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) पद से शनिवार को हटा दिया और उन्हें डीआईजी (सुरक्षा) के तौर नियुक्त किया. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी.

अधिकारी ने बताया कि कुमार की जगह डीआईजी (मालदा रेंज) भास्कर मुखर्जी को नियुक्त किया गया है. कुमार का तबादला उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखालि में हिंसा की हालिया घटनाओं के बाद किया गया है लेकिन राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों ने इसे ‘नियमित फेरबदल’ करार दिया है.

राज्य सरकार ने एडीजी (अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक) और आईजीपी (पुलिस महानिरीक्षक), यातायात और सड़क सुरक्षा सुप्रतिम सरकार को दक्षिण बंगाल का नया एडीजी और आईजीपी नियुक्त किया है, जबकि एडीजी और आईजीपी (पश्चिमी क्षेत्र) त्रिपुरारी अथर्व को राज्य एसटीएफ (विशेष कार्य बल) का नया एडीजी नियुक्त किया गया है। एडीजी बंगाल एसटीएफ अशोक कुमार प्रसाद को अथर्व की जगह नियुक्त किया गया है

ये भी पढ़ें- संदेशखाली हिंसा : NCSC के प्रतिनिधिमंडल ने बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश की

नई दिल्ली : मध्य प्रदेश के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने संदेशखाली मामले के बाद पश्चिम बंगाल में बिगड़ती कानून-व्यवस्था की स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि राज्य में महिलाओं के प्रति सम्मान की कमी है. विजयवर्गीय ने शनिवार को न्यूज एजेंसी से कहा,'पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त है.

वहां महिलाओं का कोई सम्मान नहीं है. यहां तक कि जब महिलाओं पर अत्याचार होता है तो पुलिस भी रिपोर्ट दर्ज नहीं करती. वे सभी लोग जो मोमबत्तियां लेकर निकलते थे, मुझे समझ नहीं आता कि आज उनकी मोमबत्तियां कहां हैं.' संदेशखाली जाने से रोके जाने के बाद अग्निमित्रा पॉल के साथ भाजपा नेता अन्नपूर्णा देवी, प्रतिमा भौमिक, सुनीता दुग्गल, कविता पाटीदार, संगीता यादव और बृज लाल सहित प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल सीवी आनंद बोस से मुलाकात की.

बैठक के बाद प्रतिनिधिमंडल के एक सदस्य ने संदेशखाली जाने और महिला प्रदर्शनकारियों के साथ बातचीत करने की अनुमति मांगने के लिए सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर करने के अपने इरादे का उल्लेख किया. भाजपा प्रतिनिधिमंडल की सदस्य अन्नपूर्णा देवी ने शुक्रवार को राज्यपाल से मिलने के बाद संवाददाताओं से कहा,'आज हमें संदेशखाली की यात्रा के बीच में अवरुद्ध होने के बाद वापस लौटना पड़ा.

हम सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर आग्रह करेंगे कि हमें संदेशखाली जाने की इजाजत दी जाये. हम वहां जरूर जाएंगे. संदेशखाली में जिस तरह से टीएमसी के गुंडों और पुलिस द्वारा महिलाओं, बच्चों और नवविवाहित दुल्हनों पर अत्याचार किया गया है, उसे उजागर किया जाएगा. उन्हें न्याय मिलेगा.' संदेशखाली में महिलाएं टीएमसी नेता शाहजहां शेख और उनके सहयोगियों द्वारा उनके खिलाफ किए गए कथित अत्याचारों को लेकर पिछले कुछ दिनों से आंदोलन कर रही हैं. महिलाओं के खिलाफ यौन उत्पीड़न और हिंसा की कथित घटनाओं पर तथ्य जुटाने को लेकर जाना आवश्यक है.

संदेशखालि हिंसा के बाद, डीआईजी को पद से हटाया: पश्चिम बंगाल सरकार ने भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के वरिष्ठ अधिकारी सुमित कुमार को बारासात रेंज के पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) पद से शनिवार को हटा दिया और उन्हें डीआईजी (सुरक्षा) के तौर नियुक्त किया. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी.

अधिकारी ने बताया कि कुमार की जगह डीआईजी (मालदा रेंज) भास्कर मुखर्जी को नियुक्त किया गया है. कुमार का तबादला उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखालि में हिंसा की हालिया घटनाओं के बाद किया गया है लेकिन राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों ने इसे ‘नियमित फेरबदल’ करार दिया है.

राज्य सरकार ने एडीजी (अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक) और आईजीपी (पुलिस महानिरीक्षक), यातायात और सड़क सुरक्षा सुप्रतिम सरकार को दक्षिण बंगाल का नया एडीजी और आईजीपी नियुक्त किया है, जबकि एडीजी और आईजीपी (पश्चिमी क्षेत्र) त्रिपुरारी अथर्व को राज्य एसटीएफ (विशेष कार्य बल) का नया एडीजी नियुक्त किया गया है। एडीजी बंगाल एसटीएफ अशोक कुमार प्रसाद को अथर्व की जगह नियुक्त किया गया है

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