कोलकाता : पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री माकपा के दिग्गज नेता बुद्धदेव भट्टाचार्य को यहां मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के राज्य मुख्यालय में शुक्रवार को अंतिम विदाई देने के लिए हजारों की संख्या में लोग पहुंचे. बुद्धदेव भट्टाचार्य का पार्थिव शरीर कोलकाता की सड़कों से होते हुए एनआरएस मेडिकल कॉलेज और अस्पताल पहुंचा, जहां उसे चिकित्सा अनुसंधान कार्य के लिए सौंप दिया गया.
इससे पहले दिन में बुद्धदेव के पार्थिव शरीर को लेकर शव वाहन राज्य विधानसभा पहुंचा, जहां स्पीकर बिमान बनर्जी, विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी, राज्य के कई मंत्री, कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम और अन्य लोगों ने उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की. तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और लोकसभा सांसद अभिषेक बनर्जी ने भी उन्हें श्रद्धांजलि दी. इस दौरान बुद्धदेव की पत्नी मीरा भट्टाचार्य और बेटे सुचेतन के साथ-साथ सीपीआईएम के वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे.
बता दें कि मार्क्सवादी नेता का गुरुवार को यहां उनके निवास पर 80 वर्ष की आयु में निधन हो गया था. भट्टाचार्य को साम्यवादी विचारधारा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता और राज्य के औद्योगिकीकरण के लिए व्यावहारिक दृष्टिकोण के लिए याद किया जाएगा. पार्टी के लाल झंडे में लिपटे और नाक पर काले रंग का चश्मा लगाए बुद्धदेव के पार्थिव शरीर को माकपा के राज्य मुख्यालय मुजफ्फर अहमद भवन के बरामदे में रखा गया. वरिष्ठ पोलित ब्यूरो सदस्य प्रकाश करात, वृंदा करात, त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री माणिक सरकार, बुद्धदेव के करीबी दोस्त और पार्टी के सहयोगी बिमान बोस, माकपा बंगाल सचिव मोहम्मद सलीम समेत कई लोग दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि देने के लिए मौजूद थे.
बुद्धदेव भट्टाचार्य के अंतिम दर्शन के लिए सैकड़ों लोग लाल गुलाब और माला लेकर कतार में खड़े थे. पार्टी लाइन और राजनीतिक विचारधाराओं से ऊपर उठकर कई नेता, मंच और स्क्रीन अभिनेता, गायक और संगीतकार पूर्व मुख्यमंत्री के अंतिम दर्शन के लिए कतार में खड़े थे. शोक संतप्त लोगों में से कुछ ने नम आंखों से जबकि कइयों ने मुट्ठी बांधकर लाल सलामी के जरिये भट्टाचार्य को श्रद्धांजलि दी. इनमें कई लोग भट्टाचार्य की तस्वीरें भी लिए हुए थे. जुलूस आखिरकार अस्पताल के एनाटॉमी विभाग पहुंचा, जहां शव सौंपने से संबंधित औपचारिकताएं पूरी की गईं.
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