उज्जैन. 12 ज्योतिर्लिंग में से एक महाकालेश्वर मंदिर (Mahakaleshwar temple) में श्रद्धालुओं ने अब एक और रिकॉर्ड बना दिया है. बाबा महाकाल के भक्तों ने दिल खोलकर दान करते हुए 1 अरब 69 लाख रु से ज्यादा मंदिर में चढ़ाए हैं. मंदिर प्रबंधन के अनुसार जनवरी 2023 से लेकर जनवरी 2024 तक महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं ने 1 अरब, 69 करोड़, 73 लाख,73 हजार 631 रु दान (record donation) किए. बता दें कि पिछले 41 दिनों में ही मंदिर में एक करोड़ 20 लाख श्रद्धालुओं ने भगवान महाकाल के दर्शन करते हुए भी रिकॉर्ड बनाया है.
महाकाल लोक बनने से बढ़ा दान
मंदिर प्रबंधन की मानें तो 2022 मैं अक्टूबर से पहले तक प्रतिदिन दर्शन के लिए आने वाले भक्तों की संख्या हजारों में होती थी. लेकिन 11 अक्टूबर 2022 को पीएम मोदी द्वारा महाकाल लोक का लोकार्पण करने के बाद रोजाना दो से ढाई लाख श्रद्धालु भगवान महाकाल के दर्शन के लिए आने लगे. यही वजह है कि इससे महाकाल मंदिर में आने वाला दान और आय दोनों बढ़ गई.
मंदिर की आय और दान को ऐसे समझें
- महाकालेश्वर मंदिर में अलग-अलग जगह लगी दान पेटियों में श्रद्धालु दान करते हैं.
- भस्म आरती बुकिंग में 200 रु प्रति व्यक्ति के हिसाब से रजिस्ट्रेशन होता है.
- महाकाल मंदिर में शीघ्र दर्शन के लिए 250 रु प्रति व्यक्ति की रसीद कटती है.
- इसके अलावा श्रद्धालु सोने-चांदी के आभूषण दान में देते हैं.
- यहां तक कई श्रद्धालु भगवान महाकाल को लाखों रुपए के चेक भेंट करके आते हैं और नगद भी दन करते हैं.
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भोग प्रसाद से जितनी आय उतना व्यय
महाकाल मंदिर का लड्डू प्रतिदिन 40 से 50 किवंटल बिकता है जबकि पर्व के दिनों के यही लड्डू करीब 80 से 90 किवंटल प्रतिदिन बिक जाता है. 1 जनवरी 2023 से जनवरी 2024 तक महाकाल मंदिर को 51 करोड़ 24 लाख रुपए की आय लड्डू प्रसादी से हुई है। हालंकि, इसे बनाने में इतना ही खर्च भी होता है. महाकाल मंदिर में आम दिनों में 2 लाख तक तो पर्व में 5 से 10 लाख तक श्रद्धालु मंदिर दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. 8 महीने में 3.50 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने किए थे दर्शन किए.