लखनऊ: राष्ट्रीय लोक दल ने लोकसभा चुनाव में अपने दो उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है. भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन करने के बाद आरएलडी ने अपने दो प्रत्याशी मैदान में उतार दिए हैं. सोमवार को पार्टी की तरफ से इसकी घोषणा कर दी गई है. लोकसभा सीटों के साथ ही विधान परिषद सीट के लिए भी उम्मीदवार घोषित किया गया है. आरएलडी के ऐलान के बाद अब यह तय हो गया है कि बागपत से भारतीय जनता पार्टी के दो बार के सांसद रहे सतपाल मलिक का टिकट कट गया है.
चंदन चौहान और राजकुमार सांगवान पर RLD ने लगाया दांव: बीजेपी की ओर से 51 प्रत्याशियों की घोषणा के बाद एनडीए गठबंधन में दूसरे बड़े दल राष्ट्रीय लोक दल ने दो कैंडिडेट मैदान में उतार दिए हैं. आरएलडी चीफ जयंत चौधरी ने भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन में मिली बिजनौर सीट पर विधायक चंदन चौहान और बागपत लोकसभा सीट से डॉ. राजकुमार सांगवान को मौका दिया है. इसी तरह विधान परिषद के लिए पार्टी ने योगेश चौधरी के नाम पर मुहर लगाई है.
मीरापुर एमएलए पर आरएलडी का भरोसा: बिजनौर से पार्टी के उम्मीदवार बनाए गए चंदन चौहान विधायक हैं. मीरापुर विधानसभा सीट से चंदन सिंह चौहान ने चुनाव जीता था. पार्टी से वे टिकट मांग रहे थे और जयंत चौधरी ने उन्हें मायूस नहीं किया. विधायक चंदन चौहान अब लोकसभा चुनाव लड़ेंगे.
सांगवान को मिला समर्पण का इनाम: डॉ. राजकुमार सांगवान को बागपत से प्रत्याशी बनाने के पीछे पार्टी के प्रति उनका समर्पण है. 44 साल से राष्ट्रीय लोकदल की राजनीति कर रहे सांगवान पार्टी के जमीनी नेता हैं. राजकुमार सांगवान को टिकट देकर जयंत ने एक बड़ा संदेश भी कायम करने की कोशिश की है. बताया जाता है कि राजकुमार सांगवान हर बिरादरी और हर समाज के लोगों के बीच अपनी अलग पहचान रखते हैं. छात्र और किसानों की राजनीति मुखर तरीके से करते हैं. उन्हें कई बार दूसरी पार्टी से भी टिकट के लिए ऑफर मिला, लेकिन वो हर बार पार्टी के प्रति वफादार रहे. 1980 में पहली बार बागपत के माया त्यागी कांड में हुए आंदोलन के दौरान जेल गए थे. दर्जनों बार छात्र और किसान आंदोलन में हिस्सा लेते हुए उन्हें जेल जाना पड़ा. वर्तमान में वह राष्ट्रीय लोक दल के राष्ट्रीय सचिव हैं. पिछली बार सिवाल खास विधानसभा सीट से वह उम्मीदवार घोषित होने वाले थे, लेकिन ऐन वक्त पर समाजवादी पार्टी ने इस सीट पर गुलाम मोहम्मद को आरएलडी से प्रत्याशी घोषित कर दिया था. टिकट कटने के बाद भी उन्होंने आरएलडी से नाता नहीं तोड़ा. उसी का इनाम आज राजकुमार सांगवान को जयंत चौधरी ने दिया है.
योगेश चौधरी बने विधान परिषद उम्मीदवार : विधान परिषद की एक सीट पर योगेश चौधरी को आरएलडी ने मौका दिया है. अब यह सभी प्रत्याशी एनडीए के साझा प्रत्याशी होंगे. गठबंधन में भारतीय जनता पार्टी ने आरएलडी को लोकसभा की दो सीटों के साथ ही विधान परिषद में भी एक सीट भी दी है.
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