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'जिसने कारसेवकों पर गोली चलवायी उसके परिवार को दिया निमंत्रण'- कार सेवक का छलका दर्द

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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Jan 21, 2024, 7:24 PM IST

Updated : Jan 21, 2024, 7:53 PM IST

अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले राम लला के भव्य प्राण प्रतिष्ठा को लेकर जहां पूरे देश के रामभक्तो में उत्साह है, वहीं इसको यादगार बनाने के लिए न्यास समिति दिन रात एक किए हुए है. लेकिन इस उत्साह के बीच में कुछ लोगों में नाराजगी भी है. ये वो लोग हैं, जिन्होंने इस दिन के लिए लंबी लड़ाई लड़ी. उन्हें इस बात की उम्मीद नहीं थी कि रामलला प्राण प्रतिष्ठा पर उन्हें नहीं बुलाया जाएगा. पढ़ें, विस्तार से गोपालगंज के कारसेवक का दर्द.

कारसेवक
कारसेवक

गोपालगंजः बिहार के गोपालगंज जिले के काली स्थान निवासी विनय कुमार राय बिहार के एक ऐसे कार सेवक थे, जिन पर सीबीआई ने 22 सौ पन्नों का आरोप पत्र दायर किया था. उस वक्ता विनय का वजन महज 45 किलो था, जबकि उसके विरुद्ध जाम किये गये आरोप पत्र का वजन 52 किलो था. लंबी लड़ाई लड़ी. महीनों जेल में रहे. पुलिस की लाठियां खाई. मंदिर बनाने की लिए खाई गई कसम आज फलीभूत हो रही है. लेकिन, विनय को इस बात की उम्मीद नहीं थी कि इस दिन के आने पर उन्हें उपेक्षा का शिकार होना पड़ेगा.

अयोध्या जाने के लिए किसी की अनुमति लेने को बताया गलतः विनय युवावस्था में ही मंदिर निर्माण आंदोलन में कूद पड़े थे. तब उनकी उम्र महज 20 वर्ष थी. विनय किसी चीज की परवाह किए बिना राम लला हम आयेंगे..मंदिर वही बनाएंगे..., कसम राम के खाते है मंदिर भव्य बनाएंगे...समेत विभिन्न नारों के साथ राम जन्मभूमि मुक्ति आंदोलन में कूद पड़े थे. विनय ने डबडबाती आखों और रूंघती आवाज के साथ बताया कि राम जन्मभूमि पर रामलाल के प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम होने जा रहा है. संपूर्ण देश में उत्साह का महौल है. हर संघर्ष में मैं सम्मिलित रहा हूं. इस मौके पर अयोध्या जाने के लिए किसी की अनुमति लेने को उन्होंने गलत बताया.

"मुंबई की नचनियों को, आलिया भट्ट को कंगना रनौत को रणबीर कुमार को आमंत्रण कार्ड भेजे जा रहे हैं. जो उसमें जेल गए, जिन्होंने लाठियां खाई, जो 30-30 वर्षों तक 28 वर्षों तक केस लड़े उनको नहीं पूछा जा रहा है. यह न्यास समिति इस तरह की राजनीति करेगी यह उम्मीद नहीं थी. इस तरह की उपेक्षा की जाएगी इसकी उम्मीद नहीं थी.वैसे लोगों को न्यास में रखा गया जो अयोध्या में रहकर भूमि आंदोलन का विरोध करते थे. कभी किसी आंदोलन, किसी कार्यक्रम में नहीं आए."- विनय कुमार राय, मंदिर आंदोलन से जुड़े कार सेवक

रामलला प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में कार सेवकों की उपेक्षाः प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए आमंत्रण दिया गया है. आमंत्रण कार्ड जिनको मिलेगा वही अयोध्या जाएंगे. विनय कुमार राय ने बताया कि उनको आमंत्रण कार्ड नहीं मिला है. विनय को लगता है कि राम जन्मभूमि आंदोलन के संघर्ष में 1992 में जो गंभीर रूप से घायल कारसेवक थे, जिन्होंने लंबी लड़ाई लड़ी न्यास समिति उनकी उपेक्षा कर रही है. विनय ने कहा कि 1993 से लेकर 2020 तक उसने केस लड़ा. तब वह एक विद्यार्थी था. माह में चार-चार तारीख पड़ती थी. गोपालगंज से लखनऊ जाना पड़ता था. सीबीआई के केस में 1993 से लेकर 2020 तक केस का सामना किया. हर आंदोलन में घायल हुए जेल गए, लेकिन आज रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में उनकी उपेक्षा की जा रही है.

राम भक्तों पर गोली चलवायी उसको भी भेजा जा रहा आमंत्रण कार्डः विनय ने कहा कि जिन कार सेवकों पर केस हुआ था और जो घायल हुए थे उनको आमंत्रण कार्ड नहीं भेजा गया. उन्होंने आरोप लगाया कि आमंत्रण कार्ड उस व्यक्ति को भेजा जा रहा है, जिसने राम भक्तों पर गोली चलवाई थी. राम भक्तों की हत्या के लिए जिम्मेवार है उसके परिवार को भेजा जा रहा है. विनय ने यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह के परिवार को आमंत्रण कार्ड भेजे जाने पर आपत्ति जतायी. कांग्रेस को आमंत्रण कार्ड भेजे जाने पर भी आपत्ति जतायी. उन्होंने कहा कि आमंत्रण कार्ड सीताराम येचुरी को भेजा जा रहा है, जो कम्युनिस्ट हैं, धर्म को मानते ही नहीं हैं. लेकिन, कार सेवकों को नहीं भेजा जा रहा.

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गोपालगंजः बिहार के गोपालगंज जिले के काली स्थान निवासी विनय कुमार राय बिहार के एक ऐसे कार सेवक थे, जिन पर सीबीआई ने 22 सौ पन्नों का आरोप पत्र दायर किया था. उस वक्ता विनय का वजन महज 45 किलो था, जबकि उसके विरुद्ध जाम किये गये आरोप पत्र का वजन 52 किलो था. लंबी लड़ाई लड़ी. महीनों जेल में रहे. पुलिस की लाठियां खाई. मंदिर बनाने की लिए खाई गई कसम आज फलीभूत हो रही है. लेकिन, विनय को इस बात की उम्मीद नहीं थी कि इस दिन के आने पर उन्हें उपेक्षा का शिकार होना पड़ेगा.

अयोध्या जाने के लिए किसी की अनुमति लेने को बताया गलतः विनय युवावस्था में ही मंदिर निर्माण आंदोलन में कूद पड़े थे. तब उनकी उम्र महज 20 वर्ष थी. विनय किसी चीज की परवाह किए बिना राम लला हम आयेंगे..मंदिर वही बनाएंगे..., कसम राम के खाते है मंदिर भव्य बनाएंगे...समेत विभिन्न नारों के साथ राम जन्मभूमि मुक्ति आंदोलन में कूद पड़े थे. विनय ने डबडबाती आखों और रूंघती आवाज के साथ बताया कि राम जन्मभूमि पर रामलाल के प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम होने जा रहा है. संपूर्ण देश में उत्साह का महौल है. हर संघर्ष में मैं सम्मिलित रहा हूं. इस मौके पर अयोध्या जाने के लिए किसी की अनुमति लेने को उन्होंने गलत बताया.

"मुंबई की नचनियों को, आलिया भट्ट को कंगना रनौत को रणबीर कुमार को आमंत्रण कार्ड भेजे जा रहे हैं. जो उसमें जेल गए, जिन्होंने लाठियां खाई, जो 30-30 वर्षों तक 28 वर्षों तक केस लड़े उनको नहीं पूछा जा रहा है. यह न्यास समिति इस तरह की राजनीति करेगी यह उम्मीद नहीं थी. इस तरह की उपेक्षा की जाएगी इसकी उम्मीद नहीं थी.वैसे लोगों को न्यास में रखा गया जो अयोध्या में रहकर भूमि आंदोलन का विरोध करते थे. कभी किसी आंदोलन, किसी कार्यक्रम में नहीं आए."- विनय कुमार राय, मंदिर आंदोलन से जुड़े कार सेवक

रामलला प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में कार सेवकों की उपेक्षाः प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए आमंत्रण दिया गया है. आमंत्रण कार्ड जिनको मिलेगा वही अयोध्या जाएंगे. विनय कुमार राय ने बताया कि उनको आमंत्रण कार्ड नहीं मिला है. विनय को लगता है कि राम जन्मभूमि आंदोलन के संघर्ष में 1992 में जो गंभीर रूप से घायल कारसेवक थे, जिन्होंने लंबी लड़ाई लड़ी न्यास समिति उनकी उपेक्षा कर रही है. विनय ने कहा कि 1993 से लेकर 2020 तक उसने केस लड़ा. तब वह एक विद्यार्थी था. माह में चार-चार तारीख पड़ती थी. गोपालगंज से लखनऊ जाना पड़ता था. सीबीआई के केस में 1993 से लेकर 2020 तक केस का सामना किया. हर आंदोलन में घायल हुए जेल गए, लेकिन आज रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में उनकी उपेक्षा की जा रही है.

राम भक्तों पर गोली चलवायी उसको भी भेजा जा रहा आमंत्रण कार्डः विनय ने कहा कि जिन कार सेवकों पर केस हुआ था और जो घायल हुए थे उनको आमंत्रण कार्ड नहीं भेजा गया. उन्होंने आरोप लगाया कि आमंत्रण कार्ड उस व्यक्ति को भेजा जा रहा है, जिसने राम भक्तों पर गोली चलवाई थी. राम भक्तों की हत्या के लिए जिम्मेवार है उसके परिवार को भेजा जा रहा है. विनय ने यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह के परिवार को आमंत्रण कार्ड भेजे जाने पर आपत्ति जतायी. कांग्रेस को आमंत्रण कार्ड भेजे जाने पर भी आपत्ति जतायी. उन्होंने कहा कि आमंत्रण कार्ड सीताराम येचुरी को भेजा जा रहा है, जो कम्युनिस्ट हैं, धर्म को मानते ही नहीं हैं. लेकिन, कार सेवकों को नहीं भेजा जा रहा.

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Last Updated : Jan 21, 2024, 7:53 PM IST
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