कवर्धा/कांकेर: छत्तीसगढ़ में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से मौसम सुहाना हो गया है. कई शहरों में झमाझम बरसात ने गर्मी से राहत दिलाई है तो कई जिलों में तापमान में जबरदस्त गिरावट देखने को मिली है. आसमान से गिरे बर्फ के गोलों ने लोगों को छत्तीसगढ़ में कश्मीर और शिमला का अहसास करा दिया है. बारिश के साथ जमकर ओले पड़ने से खेतों खलिहानों और सड़कों पर बर्फ का ढेर लग गया.
कवर्धा के कई इलाकों में गिरे ओले: कवर्धा में ओलावृष्टि ऐसी हुई जिससे जमीन पर बर्फ की चादर बन गई. कबीरधाम में कश्मीर जैसा नजारा दिख रहा था. भागूटोला , जेवड़न खुर्द, लालपुर समेत विभिन्न गांवों में बर्फ ही बर्फ दिखाई दे रही थी. जमीन पूरे तरीके से बर्फ से पटा दिखा. मंगलवार को भी जिले में आंधी और बारिश का दौर चलता रहा. बारिश और आंधी से कई इलाकों में पेड़ गिर गए. इस तरह की घटना में कई लोगों को संपत्ति का नुकसान हुआ. कई जगह पर तो गाड़ियों पर पेड़ गिर गए. जिससे वाहनों की दुर्दशहा हो गई.
कवर्धा में बारिश किसानों के लिए बनी आफत: कवर्धा में किसानों के लिए यह बारिश आफत साबित हो रही है. खेत में लगी चना, गेहूं, अरहर, मूंग, मसूर और सरसो की फसले बुरी तरह प्रभावित हुई है. कई इलाकों में सड़क यातायात भी बाधित हुआ है. कवर्धा बिलासपुर नेशनल हाईवे पर गाड़ियां बारिश के कारण कीचड़ में फंस गई. जिससे लोगों को आवागमन में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा
कांकेर में ओलावृष्टि ने कराया शिमला का अहसास: उत्तर बस्तर यानि की कांकेर में भी सोमवार और मंगलवार को जमकर ओले गिरे. यहां आसमान से बर्फ के गोले इतने गिरे कि बर्फ की सफेद चादर की बिछ गई. लोगों को कांकेर में शिमला जैसी फीलिंग हो रही थी. लोग इस नजारे को अपने कैमरे में कैद करते दिखाई दिए. राहगीरों ने प्रकृति की इस नेमत का खूब लुत्फ उठाया. मौसम विभाग ने 20 मार्च तक ओलावृष्टि होने की संभवाना जताई है. छत्तीसगढ़ के कई जिलों में ऑरेंज और यलो अलर्ट भी जारी किया गया है. हालांकि इस बारिश से लोगों को गर्मी से राहत मिली है.
कांकेर में किसानों को हुआ बड़ा नुकसान: बेमौसम बारिश ने किसानों को बड़ा नुकसान पहुंचाया है. गेहूं, चना, सरसो और मक्के की फसल को भारी नुकसान हुआ है. सब्जियों में कीट की समस्या शुरू हो गई है.