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भीषण गर्मी में स्टेशनों पर पेयजलापूर्ति के लिए रेलवे ने कसी कमर, सभी स्टेशनों पर मिलेगा स्वच्छ पानी - Railway stations potable water

बढ़ती गर्मी के बीच रेलवे यात्रियों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के लिए स्टेशनों पर व्यापक प्रबंध करने में जुटा है. इससे भीषण गर्मी के दौरान स्टेशनों पर यात्रियों को आसानी से पेयजल मिल सकेगा. पढ़ें ईटीवी भारत के वरिष्ठ संवाददाता चंचल मुखर्जी की रिपोर्ट...

Railways intensified efforts to ensure availability of drinking water at stations during summer (photo IANS)
रेलवे ने गर्मी के दौरान स्टेशनों पर पेयजल उपलब्धता सुनिश्चित कराने के प्रयास तेज किए(फोटो आईएएनएस)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Apr 14, 2024, 11:23 AM IST

नई दिल्ली: भीषण गर्मी के दौरान यात्रियों की मांग को पूरा करने के लिए रेलवे अपने स्टेशनों पर पर्याप्त पीने के पानी की सुविधा सुनिश्चित करेगा. रेलवे के अनुसार आने वाले समय में भारत के कुछ हिस्सों में भीषण गर्मी पड़ेगी. इससे स्टेशनों पर पीने योग्य पानी की मांग बढ़ने की उम्मीद है. इसे देखते हुए स्टेशनों पर पर्याप्त जलापूर्ति की व्यवस्था का जाएगी. इसके लिए व्यापक पैमाने पर रूप रेखा तैयार की गई है. उत्तर रेलवे ने पीने योग्य पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए अपने प्रयास तेज कर दिए हैं.

स्टेशनों पर पानी की व्यवस्था के बारे में जानकारी देते हुए उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी दीपक कुमार ने बताया कि रेलवे अपने रेलवे नेटवर्क के सभी स्टेशनों पर यात्रियों को स्थापित मानदंडों के अनुसार स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है. रेलवे स्टेशनों पर पर्याप्त पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए रेलवे ने कमर कस ली है. भीषण गर्मी के दौरान यात्रियों को पेयजल की कमी ना हो इसके लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं.

उपलब्धता और कार्यक्षमता: सभी स्टेशनों पर यात्रियों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के प्रयास किए जाएंगे. सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी मौजूदा वॉटर कूलर काम कर रहे हों जिससे यात्रियों की मांग पूरी हो सके. पैकेज्ड वाटर और नल से पेयजल की उचित आपूर्ति की व्यवस्था.

टैंकरों की तैनाती: मौजूदा मांग को पूरा करने के लिए महत्वपूर्ण स्टेशनों पर पानी के टैंकरों की तैनाती.

नियमित निरीक्षण: सभी प्लेटफार्मों पर पानी की उपलब्धता सुनिश्चत करने के लिए कर्मचारी स्टेशनों पर नियमित जांच करेंगे.

गैर सरकारी संगठनों और सामुदायिक समूहों के साथ सहयोग: रेलवे विशेष रूप से सामान्य श्रेणी के डिब्बों के पास ठंडे पेयजल के वितरण के लिए महिला समितियों (महिला स्वयं सहायता समूहों), गैर सरकारी संगठनों, स्काउट्स और गाइड्स और अन्य स्वयं सहायता समूहों से सक्रिय रूप से समर्थन मांगा है.

पेयजल की कमी दूर करने के उपाय: रेलवे अधिकारी पानी की कमी वाले कुछ स्टेशनों के लिए वैकल्पिक जल आपूर्ति समाधान तलाशने के लिए नगर निगमों और राज्य सरकारों के साथ सहयोग करेंगे.

चौबीसों घंटे निगरानी: लगातार पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करने और किसी भी उभरती समस्या को तुरंत हल करने के लिए रेलवे कर्मचारियों द्वारा चौबीसों घंटे निगरानी के लिए एक प्रणाली लागू करेंगे. स्टेशनों पर स्वच्छ जल उपलब्ध होगा. यात्री वाटर वेंडिंग मशीन (WVM’s) के माध्यम से पानी की बोतलें खरीद सकते हैं. रेलवे सभी यात्रियों को आरामदायक और सुविधाजनक यात्रा उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है. उत्तर रेलवे ने कहा कि इन उपायों का उद्देश्य गर्मी के मौसम में स्टेशनों पर स्वच्छ पेयजल की आसानी से यात्रियों को मिल सके.

ये भी पढ़ें-चित्तरंजन रेलवे इंजन फैक्ट्री ने एक साल में 580 इंजन बनाकर रिकॉर्ड कायम किया - Record 580 Rail Engine

नई दिल्ली: भीषण गर्मी के दौरान यात्रियों की मांग को पूरा करने के लिए रेलवे अपने स्टेशनों पर पर्याप्त पीने के पानी की सुविधा सुनिश्चित करेगा. रेलवे के अनुसार आने वाले समय में भारत के कुछ हिस्सों में भीषण गर्मी पड़ेगी. इससे स्टेशनों पर पीने योग्य पानी की मांग बढ़ने की उम्मीद है. इसे देखते हुए स्टेशनों पर पर्याप्त जलापूर्ति की व्यवस्था का जाएगी. इसके लिए व्यापक पैमाने पर रूप रेखा तैयार की गई है. उत्तर रेलवे ने पीने योग्य पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए अपने प्रयास तेज कर दिए हैं.

स्टेशनों पर पानी की व्यवस्था के बारे में जानकारी देते हुए उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी दीपक कुमार ने बताया कि रेलवे अपने रेलवे नेटवर्क के सभी स्टेशनों पर यात्रियों को स्थापित मानदंडों के अनुसार स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है. रेलवे स्टेशनों पर पर्याप्त पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए रेलवे ने कमर कस ली है. भीषण गर्मी के दौरान यात्रियों को पेयजल की कमी ना हो इसके लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं.

उपलब्धता और कार्यक्षमता: सभी स्टेशनों पर यात्रियों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के प्रयास किए जाएंगे. सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी मौजूदा वॉटर कूलर काम कर रहे हों जिससे यात्रियों की मांग पूरी हो सके. पैकेज्ड वाटर और नल से पेयजल की उचित आपूर्ति की व्यवस्था.

टैंकरों की तैनाती: मौजूदा मांग को पूरा करने के लिए महत्वपूर्ण स्टेशनों पर पानी के टैंकरों की तैनाती.

नियमित निरीक्षण: सभी प्लेटफार्मों पर पानी की उपलब्धता सुनिश्चत करने के लिए कर्मचारी स्टेशनों पर नियमित जांच करेंगे.

गैर सरकारी संगठनों और सामुदायिक समूहों के साथ सहयोग: रेलवे विशेष रूप से सामान्य श्रेणी के डिब्बों के पास ठंडे पेयजल के वितरण के लिए महिला समितियों (महिला स्वयं सहायता समूहों), गैर सरकारी संगठनों, स्काउट्स और गाइड्स और अन्य स्वयं सहायता समूहों से सक्रिय रूप से समर्थन मांगा है.

पेयजल की कमी दूर करने के उपाय: रेलवे अधिकारी पानी की कमी वाले कुछ स्टेशनों के लिए वैकल्पिक जल आपूर्ति समाधान तलाशने के लिए नगर निगमों और राज्य सरकारों के साथ सहयोग करेंगे.

चौबीसों घंटे निगरानी: लगातार पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करने और किसी भी उभरती समस्या को तुरंत हल करने के लिए रेलवे कर्मचारियों द्वारा चौबीसों घंटे निगरानी के लिए एक प्रणाली लागू करेंगे. स्टेशनों पर स्वच्छ जल उपलब्ध होगा. यात्री वाटर वेंडिंग मशीन (WVM’s) के माध्यम से पानी की बोतलें खरीद सकते हैं. रेलवे सभी यात्रियों को आरामदायक और सुविधाजनक यात्रा उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है. उत्तर रेलवे ने कहा कि इन उपायों का उद्देश्य गर्मी के मौसम में स्टेशनों पर स्वच्छ पेयजल की आसानी से यात्रियों को मिल सके.

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