सिलचर: लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने मणिपुर के जिरीबाम में राहत शिविरों का दौरा किया. इससे पहले उन्होंने सोमवार सुबह करीब 9.30 बजे असम के कछार जिले के कुंभीरग्राम हवाई अड्डे पर उतरे. वे हवाई अड्डे से सड़क मार्ग से मणिपुर के जिरीबाम के लिए रवाना हुए. राहुल मणिपुर के शिविरों का दौरा करेंगे, जहां मणिपुर हिंसा के पीड़ित अभी भी शरण लिए हुए हैं. सूत्रों के अनुसार, राहुल सोमवार शाम को मणिपुर के राज्यपाल से मुलाकात कर सकते हैं, उसके बाद वे नगालैंड का दौरा करेंगे.
VIDEO | Lok Sabha LoP and Congress MP Rahul Gandhi (@RahulGandhi) visits relief camps in Jiribam, Manipur.
— Press Trust of India (@PTI_News) July 8, 2024
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A team of Assam Pradesh Congress Committee (APCC) led by President Bhupen Borah submitted a memorandum to LoP Rahul Gandhi, urging him to raise the issue of perennial floods in Assam in Parliament: AICC
— ANI (@ANI) July 8, 2024
(Source AICC) pic.twitter.com/5hAFJzy0M8
इससे पहले, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सोमवार को असम के कछार जिले में बाढ़ प्रभावित लोगों से मुलाकात की. वे सिलचर पहुंचे और हवाई अड्डे पर असम और मणिपुर के कांग्रेस नेताओं ने उनका स्वागत किया. इसके बाद राहुल फुलेरताल गए और राहत शिविरों में रह रहे बाढ़ प्रभावित लोगों से बातचीत की. लोकसभा में विपक्ष के नेता बनने के बाद राहुल गांधी का यह पहला पूर्वोत्तर दौरा है.
उन्होंने कहा कि यह शिविर उस रास्ते पर है, जिससे राहुल गांधी मणिपुर के जिरीबाम जिले जाएंगे. राहुल गांधी का असम दौरा ऐसे समय में हुआ है जब राज्य में कई दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण भयंकर बाढ़ आई हुई है, जिससे भूस्खलन हुआ है और नदियां उफान पर हैं.
28 जिलों के करीब 22.70 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. राहुल गांधी जिरीबाम से असम के सिलचर हवाई अड्डे पर लौटेंगे और मणिपुर दौरे के अगले चरण के लिए इम्फाल के लिए उड़ान भरेंगे. पिछले साल 3 मई से मणिपुर में मैतेई और कुकी समुदायों के बीच जातीय हिंसा चल रही है और अब तक झड़पों में 200 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं.