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पुणे पोर्श दुर्घटना: आरोपी किशोर के ब्लड सैंपल बदलने के आरोप में 2 डॉक्टर गिरफ्तार - PUNE ACCIDENT BLOOD REPORT

PUNE ACCIDENT BLOOD REPORT : पुणे के कल्याणीनगर इलाके में एक नाबालिग लड़के ने पोर्शे कार से दो लोगों को कुचल दिया. इस मामले में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. जानकारी के मुताबिक ससून अस्पताल के डॉक्टरों ने नाबालिग आरोपी को बचाने के लिए उसके रक्त के नमूनों में हेरफेर किया. पढ़ें पूरी खबर...

PUNE ACCIDENT BLOOD REPORT
प्रतीकात्मक तस्वीर. (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : May 27, 2024, 11:14 AM IST

Updated : May 27, 2024, 11:21 AM IST

पुणे: महाराष्ट्र पुलिस ने पुणे में घातक पोर्श दुर्घटना में शामिल नाबालिग के रक्त के नमूने से कथित तौर पर सबूतों को नष्ट करने और छेड़छाड़ करने के मामले में सोमवार सुबह ससून जनरल अस्पताल के दो डॉक्टरों को गिरफ्तार किया है, जिसमें दो युवा तकनीशियनों की मौत हो गई थी. गिरफ्तार किए गए लोगों में अस्पताल के फोरेंसिक विभाग का प्रमुख भी शामिल है.

पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने कहा कि पुणे के ससून जनरल अस्पताल के दो डॉक्टरों को किशोर से जुड़े कार दुर्घटना के मामले में रक्त के नमूने में हेरफेर के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की पहचान डॉ. अजय तवरे और श्रीहरि हरनोर के रूप में की गई है. क्राइम ब्रांच वर्तमान में मामले की जांच कर रही है. जानकारी के मुताबिक नाबालिग आरोपी, जिसे ससून अस्पताल ले जाया गया था, जांच के दौरान कथित तौर पर उसके रक्त के नमूने को दूसरे नमूने के साथ बदल दिया गया था.

19 मई की सुबह हुई दुर्घटना में दो आईटी पेशेवरों की मौत हो गई. उनकी मोटरसाइकिल को तेज रफ्तार पोर्शे ने टक्कर मार दी थी. जिसे कथित तौर पर नाबालिग आरोपी चला रहा था.

हादसे के दिन नाबालिग आरोपी का मेडिकल परीक्षण हुआ था. बाद में पता चला कि नाबालिग की रक्त रिपोर्ट किसी अन्य व्यक्ति की रक्त रिपोर्ट से बदल दी गई थी जिसने शराब का सेवन नहीं किया था. पुलिस के मुताबिक घटना के वक्त किशोर शराब के नशे में था.

प्रारंभ में, किशोर न्याय बोर्ड ने किशोर को जमानत दे दी और उसे सड़क दुर्घटनाओं के बारे में एक निबंध लिखने का निर्देश दिया. हालांकि, सार्वजनिक आक्रोश और पुलिस की ओर से एक समीक्षा याचिका आवेदन के कारण, किशोर को 5 जून तक एक अवलोकन गृह में भेज दिया गया था.

इससे पहले क्राइम ब्रांच यूनिट ने हादसे के सिलसिले में नाबालिग आरोपी के दादा को 25 मई को गिरफ्तार किया था. पुणे नगर आयुक्त ने कहा कि दादा के खिलाफ आईपीसी की धारा 365 और 368 के तहत एक अलग एफआईआर दर्ज की गई थी.

ड्राइवर गंगाधर ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि 19 मई की रात को यरवदा पुलिस स्टेशन से निकलते समय उसे जबरन आरोपी दादा के आवास पर ले जाया गया. आरोपी दादा और उसके पिता ने कथित तौर पर गंगाधर को धमकाया, उसका फोन छीन लिया और उसे अपने नाबालिग पोते के अपराध की जिम्मेदारी लेने के लिए मजबूर करने के प्रयास में उसे जबरन अपने बंगले में कैद रखा.

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पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने कहा कि पुणे के ससून जनरल अस्पताल के दो डॉक्टरों को किशोर से जुड़े कार दुर्घटना के मामले में रक्त के नमूने में हेरफेर के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की पहचान डॉ. अजय तवरे और श्रीहरि हरनोर के रूप में की गई है. क्राइम ब्रांच वर्तमान में मामले की जांच कर रही है. जानकारी के मुताबिक नाबालिग आरोपी, जिसे ससून अस्पताल ले जाया गया था, जांच के दौरान कथित तौर पर उसके रक्त के नमूने को दूसरे नमूने के साथ बदल दिया गया था.

19 मई की सुबह हुई दुर्घटना में दो आईटी पेशेवरों की मौत हो गई. उनकी मोटरसाइकिल को तेज रफ्तार पोर्शे ने टक्कर मार दी थी. जिसे कथित तौर पर नाबालिग आरोपी चला रहा था.

हादसे के दिन नाबालिग आरोपी का मेडिकल परीक्षण हुआ था. बाद में पता चला कि नाबालिग की रक्त रिपोर्ट किसी अन्य व्यक्ति की रक्त रिपोर्ट से बदल दी गई थी जिसने शराब का सेवन नहीं किया था. पुलिस के मुताबिक घटना के वक्त किशोर शराब के नशे में था.

प्रारंभ में, किशोर न्याय बोर्ड ने किशोर को जमानत दे दी और उसे सड़क दुर्घटनाओं के बारे में एक निबंध लिखने का निर्देश दिया. हालांकि, सार्वजनिक आक्रोश और पुलिस की ओर से एक समीक्षा याचिका आवेदन के कारण, किशोर को 5 जून तक एक अवलोकन गृह में भेज दिया गया था.

इससे पहले क्राइम ब्रांच यूनिट ने हादसे के सिलसिले में नाबालिग आरोपी के दादा को 25 मई को गिरफ्तार किया था. पुणे नगर आयुक्त ने कहा कि दादा के खिलाफ आईपीसी की धारा 365 और 368 के तहत एक अलग एफआईआर दर्ज की गई थी.

ड्राइवर गंगाधर ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि 19 मई की रात को यरवदा पुलिस स्टेशन से निकलते समय उसे जबरन आरोपी दादा के आवास पर ले जाया गया. आरोपी दादा और उसके पिता ने कथित तौर पर गंगाधर को धमकाया, उसका फोन छीन लिया और उसे अपने नाबालिग पोते के अपराध की जिम्मेदारी लेने के लिए मजबूर करने के प्रयास में उसे जबरन अपने बंगले में कैद रखा.

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Last Updated : May 27, 2024, 11:21 AM IST
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