नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की वरिष्ठ नेता प्रियंका गांधी जमकर प्रचार-प्रसार कर रही हैं. वह देशभर में रैलियां और जनसभाएं कर रही हैं. इसी क्रम में वह 27 अप्रैल को पीएम मोदी के गृह राज्य गुजरात जाएंगी. इस दौरान वह वलसाड सीट से कांग्रेस उम्मीदवार अनंत पटेल के समर्थन में एक रैली को संबोधित करेंगी.
प्रिंयका गांधी के दौरे को लेकर गुजरात कांग्रेस के सचिव बीएम संदीप कुमार ने ईटीवी भारत से बात की. उन्होंने कहा कि गुजरात का वलसाड आदिवासी क्षेत्र है. इसे आदीवासियों का केंद्र माना जाता है. यहां से कांग्रेस उम्मीदवार अनंत पटेल के सीट जीतने की प्रबल संभावना है.
संदीप कुमार ने कहा कि कांग्रेस नेता निश्चित रूप से अपनी वलसाड रैली में पीएम और बीजेपी को टक्कर देंगी. सूरत में बीजेपी ने जो किया वह जनादेश चुराने जैसा है.
बीजेपी में शामिल हो सकते हैं नीलेश कुंभानी: प्रियंका गांधी का दौरा ऐसे समय में हो रहा है, जब हाल ही में कांग्रेस ने सूरत के अपने उम्मीदवार नीलेश कुंभानी के नामांकन की रद्द करने के लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया है. कुंभानी पिछले कुछ दिनों से गायब हैं और ऐसी खबरें आ रही हैं कि वह बीजेपी में शामिल हो सकते हैं.
कुंभानी का नामांकन रद्द होने के बाद सूरत से चुनाव में मैदान में भाग ले रहे अन्य चार स्वतंत्र उम्मीदवारों ने अपना नाम वापस ले लिया. इस तरह बीजेपी की जीत के लिए रास्ता साफ हो गया. वहीं, कांग्रेस ने सूरत कांड को 'लोकतंत्र की हत्या' करार दिया है.
पीएम मोदी पर पलटवार: 23 अप्रैल को पीएम के 'मंगलसूत्र' वाले तंज के बाद कांग्रेस भगवा पार्टी पर हमलावर हो गई है. पार्टी नेताओं को उम्मीद है कि वह पीएम मोदी से उनके गृह राज्य में कड़ा मुकाबला करेगी. इससे पहले प्रियंका ने पीएम मोदी पर पलटवार करते हुए कहा कि उनकी मां सोनिया गांधी का 'मंगलसूत्र' देश के लिए बलिदान हो गया था.
गुजरात में कब होंगे चुनाव: बता दें कि गुजरात में 26 लोकसभा सीटें हैं. सूरत में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के उम्मीदवार मुकेश दलाल को पहले निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया गया है. ऐसे में बाकी 25 सीटों पर 7 मई को मतदान होगा.परिणाम 4 जून को आएगा.
पिछले दो चुनाव में बीजेपी का दबदबा: 2014 और 2019 में बीजेपी ने गुजरात की सभी 26 लोकसभा सीटें जीती थीं. वहीं, 2022 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को जीत मिली थी. इस बार राज्य में कांग्रेस- आम आदमी पार्टी (AAP) ने बीजेपी को रोकने के लिए गठबंधन किया है.गठबंधन के तहत AAP गुजरात की भावनगर और भरूच सीट पर लड़ रही है, जबकि कांग्रेस ने 24 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं.
आदीवासी वोटर्स पर नजर: 2022 के विधानसभा चुनावों से पहले अनंत पटेल ने पार-नर्मदा-तापी नदी-जोड़ो परियोजना के खिलाफ एक विरोध आंदोलन का नेतृत्व किया था. यहां कांग्रेस की नजर 15 प्रतिशत आदिवासी वोटरों पर है. इसके अलावा कांग्रेस को यहां के चार प्रतिशत राजपूत समुदाय का वोट मिलने की भी उम्मीद है, जहां बीजेपी के खिलाफ लोगों ने काफी नाराजगी देखने को मिल रही है.
कांग्रेस कार्य समिति के सदस्य और गुजरात के वरिष्ठ नेता जगदीश ठाकोर ने ईटीवी भारत को बताया कि भले ही यहां राजपूत बड़ी संख्या में न हों लेकिन उनका यहां काफी प्रभाव है. वे बीजेपी नेता पी रुपाला की विवादित टिप्पणी को लेकर नाराज हैं. हालांकि, रूपाला ने माफी मांग ली है, लेकिन राजपूत अपना अपमान नहीं भूले हैं.
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