देहरादून (उत्तराखंड): उत्तराखंड की पांच लोकसभा सीट में से तीन पर बीजेपी हाईकमान ने प्रत्याशी फाइनल कर दिए हैं. अभी तक अल्मोड़ा, टिहरी, नैनीताल लोकसभा सीट पर नाम फाइनल हुए हैं. अल्मोड़ा पिथौरागढ़ सीट से अजय टम्टा, नैनीताल उधमसिंहनगर सीट से अजय भट्ट, टिहरी सीट से माला राज्यलक्ष्मी शाह को बीजेपी ने एक बार फिर मैदान में उतारा है. बीजेपी ने अल्मोड़ा लोकसभा सीट से एक बार फिर अजय टम्टा को चुनाव मैदान में उतारने का फैसला किया है. जबकि नैनीताल उधम सिंह नगर सीट पर अजय भट्ट को फिर से मौका दिया है. भाजपा के इन दोनों ही प्रत्याशियों का जानिए राजनीतिक सफरनामा...
कई महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके अजय भट्ट: भारतीय जनता पार्टी ने नैनीताल लोकसभा सीट पर पार्टी के वरिष्ठ नेता और मोदी सरकार में रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट को एक बार फिर चुनाव मैदान में उतारने का फैसला किया है. अजय भट्ट उत्तराखंड बीजेपी में कई महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं और उनका राजनीतिक रूप से भाजपा में एक लंबा सफर रहा है. अजय भट्ट मूल रूप से अल्मोड़ा जिले के रानीखेत क्षेत्र से आते हैं, अजय भट्ट का शैक्षणिक योग्यता देखें तो उन्होंने अल्मोड़ा कॉलेज से बी ए एलएलबी किया है. कानून की पढ़ाई करने के साथ ही उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन के सफर को शुरू किया.
उत्तर प्रदेश के समय से पार्टी में सक्रिय: साल 1985 में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की युवा इकाई को ज्वाइन किया. भारतीय जनता युवा मोर्चा में राजनीति की शुरुआत करते हुए युवाओं का प्रतिनिधित्व करना शुरू किया और जल्द ही वह उत्तर प्रदेश इकाई की वर्किंग कमेटी के सदस्य भी बन गए. इसके बाद भाजपा में संगठन के तौर पर उन्होंने अल्मोड़ा जिले के संगठन मंत्री के रूप में भी काम किया. जबकि इसी साल 1985 में उन्हें भाजपा राज्य कार्यकारिणी का सदस्य भी बना दिया गया.
केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री की मिली जिम्मेदारी: उत्तराखंड राज्य आंदोलन के दौरान भी अजय भट्ट ने महत्वपूर्ण और सक्रिय भूमिका को अदा किया. इसके बाद 1996 में उन्होंने विधानसभा का चुनाव लड़ जीत हासिल की. राज्य स्थापना के बाद हुए विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने जीत हासिल कर विधानसभा का सदस्य बनने में कामयाबी हासिल की. इसके बाद साल 2012 के विधानसभा चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे, इस दौरान सरकार कांग्रेस की बनी लिहाजा वह नेता प्रतिपक्ष की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी के लिए चुने गए. इसके अलावा अजय भट्ट ने संगठन में भी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की और वह उत्तराखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भी बन गए.
हाईकमान ने भट्ट पर जताया भरोसा: साल 2019 में भाजपा हाईकमान ने उन पर भरोसा जताया और उन्हें नैनीताल उधमसिंहनगर लोकसभा सीट से टिकट दिया. पार्टी हाई कमान के भरोसे पर खड़ा उतारते हुए अजय भट्ट ने यह चुनाव बड़े अंतर से जीता और पहली बार सांसद चुने गए. फिलहाल वह केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभा रहे हैं. जबकि एक बार फिर पार्टी हाईकमान ने उन पर भरोसा जताते हुए फिर इसी लोकसभा सीट से उन्हें भाजपा का प्रत्याशी घोषित कर दिया है.
अजय टम्टा को पार्टी ने बनाया प्रत्याशी: इसके अलावा भारतीय जनता पार्टी ने अल्मोड़ा लोकसभा सीट से अजय टम्टा को टिकट दिया है. उत्तराखंड में पांच लोकसभा सीटों में आरक्षित सीट अल्मोड़ा से अजय टम्टा को पार्टी ने प्रत्याशी बनाया है. अजय टम्टा फिलहाल 17वीं लोकसभा के सदस्य भी है. अल्मोड़ा में साल 1972 में जन्मे अजय टम्टा का लंबा राजनीतिक सफर रहा है. बेहद सरल स्वभाव के अजय टम्टा उत्तराखंड विधानसभा के भी सदस्य रहे हैं. साल 2007 में पहली बार अजय टम्टा विधानसभा के सदस्य के रूप में चुने गए. अजय टम्टा ने साल 2007 से 2012 तक विधायक के रूप में काम किया. इसके बाद साल 2012 में फिर एक बार उन्होंने विधानसभा के चुनाव में जीत हासिल की हालांकि इस बार वह केवल 2 साल ही विधायक रह पाए. ऐसा इसलिए क्योंकि इसके बाद साल 2014 में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें लोकसभा का प्रत्याशी घोषित कर दिया.
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