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पीएम मोदी का महाराष्ट्र दौरा, वधावन बंदरगाह की रखेंगे आधारशिला - Foundation Stone Of Vadhvan Port

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Aug 30, 2024, 6:41 AM IST

Updated : Aug 30, 2024, 11:49 AM IST

Foundation Stone Of Vadhvan Port: पीएम मोदी महाराष्ट्र को आज सौगात देने जा रहे हैं. चुनावी साल होने के नाते भारतीय जनता पार्टी मतदाताओं को लुभाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. आने वाला समय ही बताएगा कि बीजेपी के हाथ क्या लगता है.

FOUNDATION STONE OF VADHVAN PORT
पीएम मोदी का महाराष्ट्र दौरा आज (ANI)

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज महाराष्ट्र के दौरे पर हैं. यहां पर पीएम पालघर में करीब 76 हजार करोड़ रुपये की लागत वाली वधावन बंदरगाह परियोजना की आधारशिला रखेंगे और मुंबई में ग्लोबल फिनटेक फेस्ट 2024 को भी संबोधित किया.

इससे पहले पीएम मोदी ने सोशल साइट 'एक्स' पर पोस्ट करते हुए लिखा कि मैंं 30 अगस्त को महाराष्ट्र के लोगों के बीच होने का इंतजार कर रहा हूं. मैं मुंबई और पालघर में कार्यक्रमों में हिस्सा लूंगा. मुंबई में मैं करीब 11 बजे ग्लोबल फिनटेक फेस्ट 2024 में हिस्सा लूंगा.यह मंच फिनटेक की दुनिया में भारत की प्रगति को प्रदर्शित करता है और इस क्षेत्र के प्रमुख हितधारकों को एक साथ लाता है. इसके बाद मैं वधावन पोर्ट परियोजना के शिलान्यास कार्यक्रम के लिए पालघर में रहूंगा. यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण परियोजना है, जो बंदरगाह आधारित विकास और महाराष्ट्र की प्रगति के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है.

जानकारी के अनुसार, पीएम मोदी सुबह करीब 11 बजे मुंबई के जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर में ग्लोबल फिनटेक फेस्ट (जीएफएफ) 2024 को संबोधित करेंगे. इसके बाद दोपहर करीब 1:30 बजे प्रधानमंत्री मोदी पालघर के सिडको मैदान में विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे. प्रधानमंत्री ग्लोबल फिनटेक फेस्ट (जीएफएफ) 2024 के एक विशेष सत्र को भी संबोधित करेंगे. जीईएफ का आयोजन पेमेंट्स काउंसिल ऑफ इंडिया, नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया और फिनटेक कन्वर्जेंस काउंसिल द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है.

बता दें, भारत और विभिन्न देशों के नीति निर्माताओं, नियामकों, वरिष्ठ बैंकरों, उद्योग प्रमुखों और शिक्षाविदों सहित लगभग 800 वक्ता सम्मेलन में 350 से अधिक सत्रों को संबोधित करेंगे. यह फिनटेक परिदृश्य में नवीनतम नवाचारों को भी प्रदर्शित करेगा, GFF 2024 में 20 से अधिक विचार नेतृत्व रिपोर्ट और श्वेत पत्र लॉन्च किए जाएंगे, जो अंतर्दृष्टि और गहन उद्योग जानकारी प्रदान करेंगे.

वधवन बंदरगाह परियोजना भारत के सबसे बड़े गहरे पानी के बंदरगाहों में से एक होगी और इससे भारत की समुद्री कनेक्टिविटी बढ़ेगी और वैश्विक व्यापार केंद्र के रूप में इसकी स्थिति और मजबूत होगी. इस परियोजना की कुल लागत लगभग 76,000 करोड़ रुपये है. जानकारी के मुताबिक इसका उद्देश्य एक विश्व स्तरीय समुद्री प्रवेश द्वार स्थापित करना है जो बड़े कंटेनर जहाजों की सेवा करके, गहरे ड्राफ्ट की पेशकश करके और अल्ट्रा-बड़े मालवाहक जहाजों को समायोजित करके देश के व्यापार और आर्थिक विकास को बढ़ावा देगा.

ऐसी उम्मीद है कि यह बंदरगाह रोजगार के महत्वपूर्ण अवसर पैदा करेगा, स्थानीय व्यवसायों को बढ़ावा देगा और क्षेत्र के समग्र आर्थिक विकास में योगदान देगा. वाधवन बंदरगाह परियोजना में सतत विकास प्रथाओं को शामिल किया गया है, जिसमें पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने और कड़े पारिस्थितिक मानकों का पालन करने पर ध्यान केंद्रित किया गया है. एक बार चालू होने के बाद, यह बंदरगाह भारत की समुद्री कनेक्टिविटी को बढ़ाएगा और वैश्विक व्यापार केंद्र के रूप में इसकी स्थिति को और मजबूत करेगा.

प्रधानमंत्री लगभग 1,560 करोड़ रुपये की लागत वाली 218 मत्स्य पालन परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी करेंगे, जिसका उद्देश्य पूरे देश में इस क्षेत्र के बुनियादी ढांचे और उत्पादकता को बढ़ावा देना है. बताया गया है कि इन पहलों से मत्स्य पालन क्षेत्र में पाँच लाख से अधिक रोजगार के अवसर पैदा होने की उम्मीद है.

प्रधानमंत्री लगभग 360 करोड़ रुपये की लागत से पोत संचार और सहायता प्रणाली के राष्ट्रीय रोल आउट का शुभारंभ करेंगे. इस परियोजना के तहत, 13 तटीय राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में मशीनीकृत और मोटर चालित मछली पकड़ने वाले जहाजों पर चरणबद्ध तरीके से 1 लाख ट्रांसपोंडर लगाए जाएंगे. पोत संचार और सहायता प्रणाली इसरो द्वारा विकसित स्वदेशी तकनीक है, जो मछुआरों के समुद्र में रहने के दौरान दो-तरफा संचार स्थापित करने में मदद करेगी और बचाव कार्यों में भी मदद करेगी और साथ ही हमारे मछुआरों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी.

पढ़ें: पीएम मोदी ने मंत्रिपरिषद की बैठक में सामाजिक क्षेत्र, बुनियादी ढांचे पर ध्यान केंद्रित किया गया - PM Modi

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज महाराष्ट्र के दौरे पर हैं. यहां पर पीएम पालघर में करीब 76 हजार करोड़ रुपये की लागत वाली वधावन बंदरगाह परियोजना की आधारशिला रखेंगे और मुंबई में ग्लोबल फिनटेक फेस्ट 2024 को भी संबोधित किया.

इससे पहले पीएम मोदी ने सोशल साइट 'एक्स' पर पोस्ट करते हुए लिखा कि मैंं 30 अगस्त को महाराष्ट्र के लोगों के बीच होने का इंतजार कर रहा हूं. मैं मुंबई और पालघर में कार्यक्रमों में हिस्सा लूंगा. मुंबई में मैं करीब 11 बजे ग्लोबल फिनटेक फेस्ट 2024 में हिस्सा लूंगा.यह मंच फिनटेक की दुनिया में भारत की प्रगति को प्रदर्शित करता है और इस क्षेत्र के प्रमुख हितधारकों को एक साथ लाता है. इसके बाद मैं वधावन पोर्ट परियोजना के शिलान्यास कार्यक्रम के लिए पालघर में रहूंगा. यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण परियोजना है, जो बंदरगाह आधारित विकास और महाराष्ट्र की प्रगति के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है.

जानकारी के अनुसार, पीएम मोदी सुबह करीब 11 बजे मुंबई के जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर में ग्लोबल फिनटेक फेस्ट (जीएफएफ) 2024 को संबोधित करेंगे. इसके बाद दोपहर करीब 1:30 बजे प्रधानमंत्री मोदी पालघर के सिडको मैदान में विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे. प्रधानमंत्री ग्लोबल फिनटेक फेस्ट (जीएफएफ) 2024 के एक विशेष सत्र को भी संबोधित करेंगे. जीईएफ का आयोजन पेमेंट्स काउंसिल ऑफ इंडिया, नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया और फिनटेक कन्वर्जेंस काउंसिल द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है.

बता दें, भारत और विभिन्न देशों के नीति निर्माताओं, नियामकों, वरिष्ठ बैंकरों, उद्योग प्रमुखों और शिक्षाविदों सहित लगभग 800 वक्ता सम्मेलन में 350 से अधिक सत्रों को संबोधित करेंगे. यह फिनटेक परिदृश्य में नवीनतम नवाचारों को भी प्रदर्शित करेगा, GFF 2024 में 20 से अधिक विचार नेतृत्व रिपोर्ट और श्वेत पत्र लॉन्च किए जाएंगे, जो अंतर्दृष्टि और गहन उद्योग जानकारी प्रदान करेंगे.

वधवन बंदरगाह परियोजना भारत के सबसे बड़े गहरे पानी के बंदरगाहों में से एक होगी और इससे भारत की समुद्री कनेक्टिविटी बढ़ेगी और वैश्विक व्यापार केंद्र के रूप में इसकी स्थिति और मजबूत होगी. इस परियोजना की कुल लागत लगभग 76,000 करोड़ रुपये है. जानकारी के मुताबिक इसका उद्देश्य एक विश्व स्तरीय समुद्री प्रवेश द्वार स्थापित करना है जो बड़े कंटेनर जहाजों की सेवा करके, गहरे ड्राफ्ट की पेशकश करके और अल्ट्रा-बड़े मालवाहक जहाजों को समायोजित करके देश के व्यापार और आर्थिक विकास को बढ़ावा देगा.

ऐसी उम्मीद है कि यह बंदरगाह रोजगार के महत्वपूर्ण अवसर पैदा करेगा, स्थानीय व्यवसायों को बढ़ावा देगा और क्षेत्र के समग्र आर्थिक विकास में योगदान देगा. वाधवन बंदरगाह परियोजना में सतत विकास प्रथाओं को शामिल किया गया है, जिसमें पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने और कड़े पारिस्थितिक मानकों का पालन करने पर ध्यान केंद्रित किया गया है. एक बार चालू होने के बाद, यह बंदरगाह भारत की समुद्री कनेक्टिविटी को बढ़ाएगा और वैश्विक व्यापार केंद्र के रूप में इसकी स्थिति को और मजबूत करेगा.

प्रधानमंत्री लगभग 1,560 करोड़ रुपये की लागत वाली 218 मत्स्य पालन परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी करेंगे, जिसका उद्देश्य पूरे देश में इस क्षेत्र के बुनियादी ढांचे और उत्पादकता को बढ़ावा देना है. बताया गया है कि इन पहलों से मत्स्य पालन क्षेत्र में पाँच लाख से अधिक रोजगार के अवसर पैदा होने की उम्मीद है.

प्रधानमंत्री लगभग 360 करोड़ रुपये की लागत से पोत संचार और सहायता प्रणाली के राष्ट्रीय रोल आउट का शुभारंभ करेंगे. इस परियोजना के तहत, 13 तटीय राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में मशीनीकृत और मोटर चालित मछली पकड़ने वाले जहाजों पर चरणबद्ध तरीके से 1 लाख ट्रांसपोंडर लगाए जाएंगे. पोत संचार और सहायता प्रणाली इसरो द्वारा विकसित स्वदेशी तकनीक है, जो मछुआरों के समुद्र में रहने के दौरान दो-तरफा संचार स्थापित करने में मदद करेगी और बचाव कार्यों में भी मदद करेगी और साथ ही हमारे मछुआरों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी.

पढ़ें: पीएम मोदी ने मंत्रिपरिषद की बैठक में सामाजिक क्षेत्र, बुनियादी ढांचे पर ध्यान केंद्रित किया गया - PM Modi

Last Updated : Aug 30, 2024, 11:49 AM IST
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