नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी ने 2 सितंबर को ‘संगठन पर्व, सदस्यता अभियान 2024 लॉन्च किया. इस मौके पर सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी की सदस्यता ली. इसके बाद भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह समेत भाजपा के बड़े नेताओं ने फिर से पार्टी की सदस्यता ली. इस दौरान ईटीवी भारत ने बीजेपी के दो कद्दावर नेता संजय सेठ और हर्ष मल्होत्रा से बातचीत की.
क्या बोले बीजेपी के मंत्री संजय सेठ
इस मौके पर रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने कहा कि, बीजेपी आज विश्व की सबसे लोकप्रिय पार्टी हो चुकी है. उन्होंने भाजपा की लोकप्रियता पर बोलते हुए आगे कहा कि, आज न सिर्फ देश में बल्कि विदेशों में भी इस पार्टी की सदस्यता को लेने को लोग आतुर हैं. उन्होंने कहा कि, यह सबकुछ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता की वजह से ही संभव हो पाया है.
इस सवाल पर की उनकी सदस्यता कितने सालों की हुई, इस पर बोलते हुए केंद्रीय मंत्री संजय सेठ ने कह कि, वो भाजपा में छात्र जीवन से ही राजनीति कर रहे हैं. उन्होंने पार्टी के सभी उतार चढ़ाव को देखा है और कई पदों पर रहते हुए पार्टी की लगातार सेवा करते रहे हैं. उन्होंने कहा की जो पीएम मोदी ने जो लक्ष्य रखा है उसे आसानी से पूरा तो किया ही जाएगा, उससे भी ज्यादा सदस्य बनेंगे. झारखंड से जुड़े एक सवाल पर उन्होंने कहा कि, झारखंड की जनता खुद ब खुद भाजपा से जुड़ रही है और वहां की भ्रष्टाचारी सरकार से जल्द से जल्द मुक्ति पाना चाहती है.
इस सवाल पर कि राज्य में पार्टी में कई पूर्व मुख्यमंत्रियों का जमावड़ा है, क्या पार्टी चुनाव से पहले मुख्यमंत्री का चेहरा दे पाएगी. उन्होंने कहा कि, इसका निर्णय पार्टी करेगी और ये पार्टी तय करेगी. मगर आज भाजपा की लोकप्रियता को देखते हुए ही लोग दूसरे दलों से आ रहे और भाजपा से जुड़ रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि, इस बार झारखंड में बीजेपी की सरकार बनेगी.
क्या बोले केंद्रीय मंत्री हर्ष मल्होत्रा
वहीं, केंद्रीय मंत्री हर्ष मल्होत्रा ने कहा कि, बीजेपी 2014 में सबसे बड़ा सदस्यों वाला राजनीतिक दल बना था. बीजेपी एक ऐसा इकलौता ऐसा राजनीतिक दल है, जिसके अंदर भी लोकतंत्र व्याप्त है और उसी बात को ध्यान में रखते हुए हर 6 साल के बाद बीजेपी का सदस्यता अभियान फिर से शुरू हो रहा है. उन्होंने कहा कि, 2014 के अभियान में 10 करोड़ से ज्यादा भाजपा के सदस्य बने थे. इस बार भी उसी लक्ष्य को पार करने की सोच के साथ हम आगे बढ़ रहे हैं.