नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कहना है कि पिछले 10 वर्षों में उनकी मुख्य उपलब्धि देश के 140 करोड़ लोगों के मन में भरोसा और विश्वास कायम करना है. लोकसभा चुनाव के बीच दिल्ली में अपने आवास पर तेलुगु अखबार 'ईनाडु' को दिए विशेष साक्षात्कार में पीएम मोदी ने कहा कि उन्होंने अपने पहले कार्यकाल के पांच वर्षों में कांग्रेस सरकार द्वारा खोदे गए गड्ढों को भरा. उन्होंने कहा कि यह भारत का समय है और लोगों को दुनिया पर राज करने का मौका नहीं गंवाना चाहिए.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, देश की सेवा करना...मैं 140 करोड़ भारतीयों की आशाओं और आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए एक जिम्मेदार पद पर होना ईश्वर का आशीर्वाद मानता हूं. कभी-कभी ऐसा लगता है कि कोई दैवीय शक्ति मेरे माध्यम से भारत को उसकी मंजिल तक पहुंचाने में मदद कर रही है. यही विचार मुझे और अधिक ध्यान और समर्पण के साथ काम करने के लिए प्रेरित करता है.
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की वजह से 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से ऊपर उठ पाए. डायरेक्ट कैश ट्रांसफर प्रणाली को लागू करके हम लाभार्थियों को सरकारी योजनाओं के लाभ पहुंचाने में 3.5 लाख करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार को खत्म करने में सफल हुए हैं. पीएम मोदी ने कहा कि जब हमने डिजिटल भुगतान की बात की, तो हमारा मजाक उड़ाया गया. लेकिन आज भारत इस क्षेत्र में राज करने के स्तर पर पहुंच गया है.
प्रधानमंत्री मोदी ने साक्षात्कार में राम मंदिर, अनुच्छेद 370, महिला आरक्षण समेत अन्य मुद्दों पर भी बात की. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने से लेकर महिला आरक्षण विधेयक को मंजूरी दी. हम श्री रामचंद्र प्रभु के मंदिर को इस देश के कानून के तहत वापस लाने में सक्षम हुए. उन्होंने कहा कि 2047 तक देश की स्वतंत्रता के शताब्दी समारोह तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने की योजना के साथ काम कर रहे हैं. तीसरी बार सत्ता में आने के बाद हम पहले 100 दिनों के भीतर इस पर काम करना शुरू कर देंगे. पीएम मोदी ने कहा, मैं उन गिने-चुने प्रधानमंत्रियों में से एक हूं, जिन्हें मुख्यमंत्री के रूप में व्यापक अनुभव है. इसलिए, मैं राज्यों की चिंताओं को समझ पाऊंगा.
प्रधानमंत्री मोदी ने कुछ प्रमुख प्रश्नों का जवाब दिया, जो इस प्रकार हैं:
प्रश्न- आप अच्छे स्वास्थ्य और फिजिकल फिटनेस के प्रतीक लगते हैं. आपके स्वास्थ्य का राज क्या है? आप दिन में कितने घंटे काम करते हैं? आपको बिना छुट्टी लिए लगातार काम करने से क्या प्रेरणा मिलती है?
जवाब- मैं ऐसा व्यक्ति नहीं हूं जो इस बात का हिसाब रखता हो कि उसने एक दिन में कितने घंटे काम किया. कुछ आदतें मैंने छोटी उम्र में ही सीख ली थीं और अब भी उनका पालन करता हूं. हिमालय में बिताए दिनों में मैं ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करता था. तब से मेरी यही आदत है. नियमित रूप से योग और ध्यान करता हूं. मैं घंटों सो नहीं पाता. मेरे जीवन में काम और आराम में कोई अंतर नहीं है. मुझे काम में ही आराम ढूंढने की आदत है.
प्रश्न- क्या आप इस चुनाव को अपनी सरकार के प्रदर्शन पर जनमत संग्रह के रूप में देखते हैं?
जवाब- हम दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र उत्सव आयोजित कर रहे हैं. देश के लोगों ने हमारी सरकार के कार्यों और ट्रैक रिकॉर्ड को देखा है. पिछले एक दशक में देश में किस तरह से बदलाव आया, इस पर ध्यान दिया गया. इसलिए लोग चाहते हैं कि यह सरकार फिर से सत्ता में आए. लोगों का मानना है कि हम 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए देश को आगे ले जाएंगे. हर जगह मुझे वो सकारात्मकता दिख रही है जो सरकार में बैठे लोगों में कम ही देखने को मिलती है. मैं जहां भी जाता हूं माताएं और बहनें मुझे आशीर्वाद देती हैं. युवा देश के भविष्य को लेकर बहुत सकारात्मक दृष्टिकोण व्यक्त कर रहे हैं. यही कारण है कि जिन लोगों को पहली बार वोट देने का अधिकार मिला है, वे बड़ी संख्या में मतदान करने के लिए उमड़ रहे हैं. लोग इस चुनाव में ऐसे भाग ले रहे हैं जैसे वे खुद चुनाव लड़ रहे हों. लोग जानते हैं कि हमें दिया गया हर वोट विकसित भारत के लिए है. एक तरफ हम अपने कामों और भविष्य की योजनाओं के जरिये लोगों से वोट मांग रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ विपक्ष मोदी के खिलाफ प्रचार कर रहा है. उनके पास न तो करने के लिए कुछ है और न ही भविष्य के बारे में कोई सोच है, इसलिए वे मुझे अपमानित करने और निशाना बनाने तक ही सीमित हैं. उनका एजेंडा सिर्फ मोदी को हटाना है.
प्रश्न- अगले पांच वर्षों के लिए आपकी शीर्ष प्राथमिकताएं क्या हैं?
जवाब- हमारी पहली प्राथमिकता विकसित भारत की दिशा में विकास को गति देना है. तीसरी बार सत्ता संभालने के बाद पहले 100 दिनों के भीतर हम इस पर काम करना शुरू कर देंगे. फिर हम अगले पांच वर्षों के लिए एक पूर्ण योजना को लागू करेंगे. जब हमने 2014 में सत्ता संभाली थी, तो हमने देश को होने वाले नुकसान से बचने के लिए मिशन मोड में काम किया था. जहां सुधार की जरूरत थी, हमने किया है. यूपीए सरकार से विरासत में मिले कुप्रबंधन, गलतियों और त्रुटियों को सुधारना हमारे लिए भारी बोझ बन गया था. दूसरे कार्यकाल में, हम लंबे समय से चली आ रही समस्याओं का समाधान खोजने में लगे रहे.
प्रश्न- भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में आपके नेतृत्व में देश ने कितनी प्रगति की है? लोग कब से उस आर्थिक प्रगति का लाभ उठा पाएंगे?
जवाब- जो भी यह सोचता है कि हम विकास का लाभ जल्दी नहीं पा रहे हैं, वह बड़ी तस्वीर को नहीं समझ रहा है. ऐसे समय में जब हमारे आसपास के देश महंगाई और ऊंची कीमतों से जूझ रहे हैं, भारत में स्थिति अलग है. यह हमारी अनोखी विकासात्मक स्थिति का प्रत्यक्ष और प्रमुख संकेत है. हम दुनिया की किसी भी बड़ी अर्थव्यवस्था से ज्यादा तेजी से विकास कर रहे हैं. पिछले 10 वर्षों में हमने कोविड महामारी, भू-राजनीतिक तनाव और दुनिया भर में बढ़ती कीमतों जैसी समस्याओं के बावजूद महंगाई को औसतन पांच प्रतिशत तक सीमित रखने के लिए कदम उठाए हैं.
प्रश्न- 10 साल का कार्यकाल कैसा रहा? आपकी सबसे बड़ी उपलब्धियां क्या हैं? ऐसी कौन सी चीजें हैं जो आप करना चाहते थे लेकिन नहीं कर पाए? कोई अप्रत्याशित सफलता? इन 10 सालों में आपको किस चीज ने संतुष्टि दी है?
जवाब- हमारी मुख्य उपलब्धि 140 करोड़ लोगों के मन में भरोसा और विश्वास स्थापित करना है. इस देश में चीजें कभी नहीं बदलतीं. 2014 तक लोग सुधार के लिए बेताब थे. उन्हें लगता था कि भ्रष्टाचार हमेशा भारतीय जीवन शैली का हिस्सा रहेगा. सरकारों के बारे में यह धारणा थी कि वे गरीबों को उनके हाल पर छोड़ देंगी और मध्यम वर्ग की कभी परवाह नहीं करेंगी. ऐसी परिस्थितियों में जब हम सत्ता में आए, तो हमने सरकार की कार्य संस्कृति को बदला. पहली बार लोगों को लगा कि सरकार उनकी समस्याओं और आकांक्षाओं को समझेगी और उनका समाधान निकालेगी. हमारे प्रयासों से 4 करोड़ परिवारों को अपने घर की छत मिली. इज्जतगढ़ के नाम पर बनाए गए शौचालय महिलाओं की गरिमा को बनाए रखते हैं. हर घर को सुरक्षित पेयजल मिल रहा है. गैस कनेक्शन उपलब्ध कराने से 11 करोड़ महिलाओं को जानलेवा धुएं के बिना स्वस्थ वातावरण में खाना पकाने में मदद मिली है. इन कदमों ने लोगों के जीवन स्तर में बड़े बदलाव लाए हैं. सरकार द्वारा उठाए गए इन कदमों की वजह से 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकल पाए हैं. दूसरी तरफ डिजिटल भुगतान को देखें. जब मैंने इसका जिक्र किया तो एक पूर्व वित्त मंत्री ने पूछा कि कैशलेस स्ट्रीट वेंडर अपना सामान कैसे बेच पाएंगे, क्या उनके पास इंटरनेट होगा. 2024 से वापस देखें तो भारत इस क्षेत्र में राज करने के स्तर पर पहुंच गया है. अब आप जहां भी जाएं और कोई भी दुकान देखें, वहां क्यूआर कोड दिखाई देता है. ये डिजिटल पेमेंट दुनिया भर में चर्चा का विषय बन गए हैं. मैं किसी भी चीज से आसानी से संतुष्ट नहीं होता. मैं हमेशा देश के लिए कुछ करना चाहता हूं. हमेशा कड़ी मेहनत और तेजी से काम करने के लिए तत्पर रहता हूं.
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