कोलकाता: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बशीरहाट से बीजेपी उम्मीदवार रेखा पात्रा के प्रचार अभियान की जानकारी ली. प्रधानमंत्री ने मंगलवार को बीजेपी उम्मीदवार से सीधे बात की और उन्हें 'शक्ति स्वरूपा' बताया. पता चला है कि प्रधानमंत्री ने उम्मीदवार को बीजेपी के समर्थन के बारे में भी जानकारी ली है.
सवाल का जवाब देते हुए रेखा पात्रा ने कहा, 'गरीबों का कोई नहीं होता, ऊपर वाला ही भगवान है. यही मैंने देखा. मोदी सरकार और शुभेंदु अधिकारी का हाथ मेरे सिर पर है.'
जैसे ही बशीरहाट निर्वाचन क्षेत्र से भगवा ब्रिगेड द्वारा उम्मीदवार के रूप में रेखा के नाम की घोषणा की गई, संदेशखाली की महिलाओं का गुस्सा फूट पड़ा. संदेशखाली के 'विरोध का चेहरा' को स्थानीय निवासियों ने स्पष्ट कर दिया कि उन्हें उम्मीदवार के रूप में रेखा पात्रा पसंद नहीं थीं. यहां तक कि इलाके की महिलाएं भी रेखा के खिलाफ पोस्टर लेकर सड़कों पर उतरती नजर आईं. जिसे लेकर तृणमूल प्रत्याशी हाजी नुरुल इस्लाम ने कटाक्ष किया, 'मुझे उम्मीदवार के बारे में कुछ नहीं कहना है. पहले उसे सातों विधानसभाओं का पता तो करा दो, फिर जीत जाएगी!'
वहीं, तृणमूल उम्मीदवार का दावा है, 'जीतना तो बहुत दूर की बात है, पहले उनकी पार्टी उन्हें स्वीकार कर ले. पिछली बार 3 लाख की लीड थी. नतीजे के दिन दिखेगा कि किसे कितने वोट मिले.' तृणमूल उम्मीदवार चाहे कुछ भी कहें, रेखा पात्रा जीत को लेकर आशान्वित हैं. रेखा पात्रा संदेशखाली में शिबू हाजरा और उत्तम सरदार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के चेहरों में से एक थीं.
बीजेपी ने उन्हें उम्मीदवार बनाया है. पार्टी के अंदर या क्षेत्र में नाराजगी के बारे में बात करते हुए रेखा ने कहा, 'मोदी सरकार और शुभेंदु अधिकारी का हाथ मेरे सिर पर है. राम मंदिर के उद्घाटन के बाद ही हमारे प्रदेश की माताओं-बहनों में अन्याय का विरोध या विरोध करने की ताकत आई है कि गरीबों के साथ कोई है.'
रेखा ने कहा, 'टीएमसी, शेख शाहजहां, मुख्यमंत्री जैसे कुछ लोग, वोट लूटते थे. मैंने अपने ससुर के घर आकर वह देखा. कोई वोट नहीं दे पाता था. अब हर कोई स्वतंत्र रूप से मतदान कर सकता है. मैं प्रधानमंत्री से अनुरोध करती हूं कि माताओं और बहनों को निष्पक्ष और स्वतंत्र रूप से मतदान करने की अनुमति दी जानी चाहिए. हम पंचायत चुनाव में वोट नहीं दे सके. अब तक कोई वोट नहीं दे सका.
मुझे संदेशखाली के माता-पिता का सहयोग मिला. पहले उन्हें बूथ पर जाने की इजाजत नहीं थी. वो कहते थे कि घर पर रहो और जब घर आओगे तो हाथ पर स्याही लगाओगे. वे कहेंगे वोट हो गया.' रेखा ने कहा कि 'मैं प्रधानमंत्री से कहूंगी, उन्हें प्रचार करने दीजिए. मुझे उनका समर्थन चाहिए. मैं उनसे यह सुनिश्चित करने का अनुरोध करूंगी कि यहां चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष हों.'