ETV Bharat / bharat

पिथौरागढ़ के थल में अचानक बढ़ा रामगंगा का जलस्तर, रात में तटबंध निर्माण कर रहे पोकलैंड ऑपरेटर समेत 3 मजदूर फंसे - Laborers trapped in Ramganga - LABORERS TRAPPED IN RAMGANGA

Rescue of people trapped in Ramganga in Pithoragarh पिथौरागढ़ में सोमवार रात बड़ा हादसा होते-होते बच गया. रामगंगा नदी का जलस्तर अचानक बढ़ने से तटबंध निर्माण में लगे तीन लोग नदी के बीच फंस गए. जैसे ही पुलिस को इसका पता चला, उनकी टीम तुरंत घटनास्थल पर पहुंची. रात के अंधेरे में नदी का जलस्तर बढ़ने से बेखबर पोकलैंड ऑपरेटर और 2 मजदूर पुलिस द्वारा फोन करने पर नदी से सकुशल बाहर आए.

Ramganga in Pithoragarh
पिथौरागढ़ समाचार (Photo- Pithoragarh Police)
author img

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : May 21, 2024, 6:31 AM IST

Updated : May 21, 2024, 7:28 AM IST

रामगंगा में फंसे लोग (Video- Pithoragarh Police)

पिथौरागढ़: नाचनी, तेजम और नापड़ घाटी में हुई तेज बारिश से शाम 7 बजे थल में रामगंगा नदी का जल स्तर अचानक बढ़ गया. इससे रामगंगा नदी किनारे तटबंध निर्माण कार्य में लगी पोकलैंड मशीन सहित ऑपरेटर और दो मजदूर रामगंगा में फंस गए. इसकी सूचना मिलने पर थल थाने के एसआई विनोद भट्ट, पुलिस कर्मियों और स्थानीय युवक मौके पर पहुंचे. पुलिस कांस्टेबल जगदीश द्वारा मशीन ऑपरेटर से फोन से सम्पर्क किया गया. इसके बाद मशीन ऑपरेटर ने मशीन को सुरक्षित स्थान पर निकाल लिया और बड़ा हादसा होने से बच गया.

रात के अंधेरे में तटबंध निर्माण सवालों के घेरे में: सिंचाई विभाग पिथौरागढ़ के डीडीहाट डिवीजन द्वारा थल क्षेत्र में धामीगांव के पास रामगंगा नदी के बाएं ओर बाढ़ सुरक्षा के तहत करोड़ों की लागत से तटबंध (सुरक्षा दीवार) का निर्माण कार्य किया जा रहा है. यह निर्माण कार्य सवालों के घेरे में आ गया है. सुरक्षा दीवार निर्माण का कार्य विभागीय ठेकेदार द्वारा रात के अंधेरे में किया जा रहा है. इससे निर्माण कार्य की गुणवत्ता भी सवालों के घेरे में है.

आरोप है कि ठेकेदार द्वारा निर्माण कार्य बिना विभागीय अधिकारियों की देखरेख के किया जा रहा है. जिलाधिकारी पिथौरागढ़ द्वारा निर्माण कार्य हेतु मशीनों की अनुमति सूर्य उदय के पहले और सूर्य अस्त होने के बाद ना करने की शर्तों पर अनुमति दी गई है. जिलाधिकारी के द्वारा दिये गए आदेशों का पालन नहीं किया जा रहा है. तटबंध निर्माण में पड़ने वाले स्लैब की गहराई भी नियमों के तहत नहीं हो रही है. स्लैब में पड़ने वाले कॉन्क्रीट का मानक के अनुसार मिश्रण भी नहीं किया जा रहा है. स्थानीय लोगों द्वारा इसकी शिकायत विभाग से बार बार करने के बाद भी विभाग द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है.
ये भी पढ़ें: श्रीनगर में जलस्तर बढ़ने से अलकनंदा नदी में फंसे ट्रक, बमुश्किल किया रेस्क्यू

रामगंगा में फंसे लोग (Video- Pithoragarh Police)

पिथौरागढ़: नाचनी, तेजम और नापड़ घाटी में हुई तेज बारिश से शाम 7 बजे थल में रामगंगा नदी का जल स्तर अचानक बढ़ गया. इससे रामगंगा नदी किनारे तटबंध निर्माण कार्य में लगी पोकलैंड मशीन सहित ऑपरेटर और दो मजदूर रामगंगा में फंस गए. इसकी सूचना मिलने पर थल थाने के एसआई विनोद भट्ट, पुलिस कर्मियों और स्थानीय युवक मौके पर पहुंचे. पुलिस कांस्टेबल जगदीश द्वारा मशीन ऑपरेटर से फोन से सम्पर्क किया गया. इसके बाद मशीन ऑपरेटर ने मशीन को सुरक्षित स्थान पर निकाल लिया और बड़ा हादसा होने से बच गया.

रात के अंधेरे में तटबंध निर्माण सवालों के घेरे में: सिंचाई विभाग पिथौरागढ़ के डीडीहाट डिवीजन द्वारा थल क्षेत्र में धामीगांव के पास रामगंगा नदी के बाएं ओर बाढ़ सुरक्षा के तहत करोड़ों की लागत से तटबंध (सुरक्षा दीवार) का निर्माण कार्य किया जा रहा है. यह निर्माण कार्य सवालों के घेरे में आ गया है. सुरक्षा दीवार निर्माण का कार्य विभागीय ठेकेदार द्वारा रात के अंधेरे में किया जा रहा है. इससे निर्माण कार्य की गुणवत्ता भी सवालों के घेरे में है.

आरोप है कि ठेकेदार द्वारा निर्माण कार्य बिना विभागीय अधिकारियों की देखरेख के किया जा रहा है. जिलाधिकारी पिथौरागढ़ द्वारा निर्माण कार्य हेतु मशीनों की अनुमति सूर्य उदय के पहले और सूर्य अस्त होने के बाद ना करने की शर्तों पर अनुमति दी गई है. जिलाधिकारी के द्वारा दिये गए आदेशों का पालन नहीं किया जा रहा है. तटबंध निर्माण में पड़ने वाले स्लैब की गहराई भी नियमों के तहत नहीं हो रही है. स्लैब में पड़ने वाले कॉन्क्रीट का मानक के अनुसार मिश्रण भी नहीं किया जा रहा है. स्थानीय लोगों द्वारा इसकी शिकायत विभाग से बार बार करने के बाद भी विभाग द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है.
ये भी पढ़ें: श्रीनगर में जलस्तर बढ़ने से अलकनंदा नदी में फंसे ट्रक, बमुश्किल किया रेस्क्यू

Last Updated : May 21, 2024, 7:28 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.