नई दिल्ली : संसद के बजट सत्र से पहले सरकार की ओर से बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में मंगलवार को विभिन्न दलों के नेता शामिल हुए. रक्षा मंत्री और लोकसभा में उपनेता राजनाथ सिंह, संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी और संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने बैठक में सरकार का प्रतिनिधित्व किया.
संसद भवन परिसर में हुई इस बैठक में उपस्थित नेताओं में कांग्रेस के नेता के सुरेश, तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंदोपाध्याय, द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के नेता टी आर बालू, शिवसेना के राहुल शेवाले, समाजवादी पार्टी के नेता एस टी हसन, जनता दल-यूनाइटेड (जद-यू) के नेता राम नाथ ठाकुर और तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के जयदेव गल्ला शामिल थे.
संसद के प्रत्येक सत्र से पहले बैठक बुलाने की एक प्रथा है जिसमें विभिन्न दलों के नेता उन मुद्दों को उजागर करते हैं जिन्हें वे संसद में उठाना चाहते हैं. सरकार उन्हें अपने एजेंडे की एक झलक प्रदान करती है और उनका सहयोग मांगती है. इस बार 31 जनवरी से नौ फरवरी के बीच संसद सत्र होगा जिसमें वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण लोकसभा चुनाव से पहले अंतरिम बजट पेश करेंगी. पूर्ण बजट नयी सरकार पेश करेगी. सत्र की शुरुआत राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के संबोधन से होगी.
इस बीच, शीर्ष उद्योग निकायों में से भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) ने बजट प्रस्तुति से पहले प्रमुख सिफारिशों की एक श्रृंखला जारी की. इनमें विनिवेश लक्ष्यों को पूरा करना और विनिवेश के लिए तीन साल का कार्यक्रम निर्धारित करना शामिल है; जीएसटी में पेट्रोलियम, बिजली और रियल एस्टेट को शामिल करना और 3-दर संरचना का लक्ष्य रखना; पूंजीगत व्यय को 20 प्रतिशत बढ़ाकर 12 लाख करोड़ रुपये करना; और एक पूर्ण निवेश मंत्रालय की स्थापना करना शामिल है.