नई दिल्ली: दिल्ली में विपक्षी दलों के सांसदों ने वक्फ संशोधन बिल पर संयुक्त संसदीय समिति (JPC) की बैठक का बायकॉट किया है. सूत्रों की माने तो कर्नाटक अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व अध्यक्ष अनवर मणिप्पादी की ओर से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पर टिप्पणी के बाद हंगामा मच गया.
विपक्ष के सांसदों का आरोप है कि, बैठक में व्यक्तिगत आरोप कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के खिलाफ लगाए गए. इस विषय पर शिवसेना उद्धव गुट के नेता अरविंद सावंत ने ईटीवी भारत से बात करते हुए आरोप लगाया कि, समिति नियम-कानून के अनुसार काम नहीं कर रही है. उन्होंने कह कि, वो खुद नियम कानून से बंधे हैं और बैठक की बात बाहर नहीं कर सकते मगर वो इतना जरूर कहेंगे कि कमेटी नियम कानून के तहत काम नहीं कर रही है. उन्होंने यह भी कहा कि उनसे राय ली जा रही है, जिनका कोई औचित्य ही नहीं है.
उन्होंने कहा कि, भले ज्वाइंट पैनल ने अलग अलग राज्यों में तौर कर सभी से राय लिए और जिन्हें जिस पक्ष में बयान देना था लोगों ने अलग अलग लोकतांत्रिक प्रक्रिया में अपनी राय दी, मगर आज की बैठक में असंवैधानिक बाते हुईं उससे विपक्ष सहमत नहीं था इसलिए वॉकआउट किया गया.
सूत्रों की माने वक्त बोर्ड संशोधन अधिनयम पर बनाई गई ज्वाइंट पैनल के अध्यक्ष जगदंबिका पाल जो भाजपा सांसद भी है, विपक्ष के नेता उनके इस्तीफे की भी मांग कर रहें हैं.पैनल अपना आधिकारिक स्टैंड मंगलवार तक साफ कर सकती है.
विरोध करने वाले सांसदों में मुख्य रूप से कांग्रेस के गौरव गोगोई और इमरान मसूद, डीएमके के ए राजा, शिव सेना (यूबीटी) के अरविंद सावंत, एआईएमआईएम के असदुद्दीन ओवैसी, समाजवादी पार्टी के मोहिबुल्लाह और आम आदमी पार्टी के संजय सिंह शामिल थे.
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