श्रीनगर: उमर अब्दुल्ला को सर्वसम्मति से नेशनल कॉन्फ्रेंस विधायक दल का नेता चुन लिया गया है. यह जम्मू कश्मीर के अगले मुख्यमंत्री के रूप में उनके चुने जाने की दिशा में पहला कदम माना जा रहा है. नेशनल कॉन्फ्रेंस विधायक दल की बैठक गुरुवार को यहां नवा-ए-सुबहा में हुई.
जानकारी के मुताबिक फारूक अब्दुल्ला पार्टी की बैठक की अध्यक्षता कर रहे है. बैठक में निर्वाचित विधायकों ने भाग लिया. साथ मीटिंग में पार्टी उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला भी मौजूद रहे. बैठक में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के लिए पार्टी के नेता का प्रस्ताव और चुनाव किया गया.
बैठक के बाद उमर अब्दुल्ला ने मीडिया से कहा कि आज नेशनल कॉन्फ्रेंस विधायक दल की बैठक में मुझे विधायक दल का नेता चुना गया है. मैं विधायकों का आभार व्यक्त करता हूं. कांग्रेस से समर्थन पत्र लेने के लिए बातचीत चल रही है.
#WATCH | Srinagar, J&K: JKNC vice president Omar Abdullah says, " today in the meeting of the national conference legislature party, i have been elected as the leader of the legislature party. i express my gratitude to the mlas. talks are going on to get the letter of support from… pic.twitter.com/uM86jG9rc9
— ANI (@ANI) October 10, 2024
उन्होंने कहा कि 4 निर्दलीय विधायकों ने भी नेशनल कॉन्फ्रेंस को अपना समर्थन दिया है. अब नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ 4 निर्दलीय विधायक भी हैं. कांग्रेस से पत्र मिलने के बाद हम सरकार बनाने का दावा पेश करने राजभवन जाएंगे.
फारूक अब्दुल्ला ने घोषित किया उमर अब्दुल्ला को सीएम
इससे पहले फारूक अब्दुल्ला ने 8 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने और नेशनल कॉन्फ्रेंस को जम्मू कश्मीर में भारी जीत मिलने पर पहले उमर अब्दुल्ला को जम्मू कश्मीर का अगला मुख्यमंत्री घोषित कर दिया था.
वहीं, उमर अब्दुल्ला ने बुधवार को ईटीवी भारत से कहा था कि इस बात की पूरी संभावना है कि मुख्यमंत्री और उनका मंत्रिमंडल रविवार या सोमवार को शपथ ग्रहण करेगा. बता दें कि केंद्र शासित बनने के बाद उमर जम्मू कश्मीर के पहले मुख्यमंत्री होंगे.
चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस ने मारी बाजी
बता दें कि हाल में संपन्न हुए जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव में केंद्र शासित प्रदेश की कुल 90 विधानसभा सीटों में से नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 51 पर चुनाव लड़ा और 42 पर जीत हासिल की. वहीं, 32 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली कांग्रेस को 6 ही सीट हासिल कर सकी. वहीं, भारतीय जनता पार्टी ने 29 सीट पर जीत का परचम लहराया.