अयोध्याः राम मंदिर की सुरक्षा में एनएसजी के कमांडो को तैनात किये जाने कि तैयारी शुरू हो गई है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मंगलवार को एनएसजी कमांडो की एक टीम राम जन्मभूमि परिसर, कनक भवन, हनुमानगढ़ी, सरयू घाट सहित अयोध्या के प्रमुख मठ मंदिरों की सुरक्षा का जायजा लिया. इस दौरान राम जन्मभूमि परिसर में सीआरपीएफ और सुरक्षा अधिकारियों के साथ बैठक भी की.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, अयोध्या में आतंकी खतरों से निपटने के लिए एनएसजी की एक टीम परिसर की सुरक्षा पर रिहर्सल करने के लिए 19 स्थान का चयन किया है. 20 जुलाई तक विभिन्न स्थानों पर माकड्रिल कर सुरक्षा परखा जाएगा. आगामी दिनों में देर रात मार्क ड्रिल के तौर पर हेलीकॉप्टर से भी एनएसजी के कमांडो उतरेगी और ऊंचाई पर चढ़कर प्रदर्शन करेंगी. अयोध्या में राम मंदिर को आतंकी घटनाओं से सुरक्षित रखने के लिए केंद्र सरकार ने नेशनल सिक्योरिटी गार्ड को राम जन्मभूमि परिसर की सुरक्षा प्रणाली में शामिल करने का निर्णय लिया था. इसके बाद सुरक्षा व्यवस्था बनाए जाने को लेकर मंथन शुरू हो चुका है.
बता दें कि राम मंदिर का निर्माण होने के बाद अयोध्या की सुरक्षा और ही संवेदनशील हो गई है. पूर्व में कई बार मंदिर को उड़ाने की धमकी भी मिल चुकी है. जिसको लेकर अब प्रदेश और केंद्र सरकार अलर्ट है और राम मंदिर की सुरक्षा के लिए बेहद संवेदनशील हैं. केंद्र सरकार ने अयोध्या में एनएसजी की कमांडो को तैनात किए जाने का निर्णय लिया है.
उल्लेखनीय है कि रामजन्मभूमि पर 5 जुलाई 2005 को लश्करे ए तैयबा के पांच आतंकवादियों ने हमला किया था. आतंकवादियों ने टेंट में विराजमान रहे रामलला को रॉकेट लांचर से उड़ने का भी प्रयास किया था. लेकिन सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई में सभी आतंकवादियों को मार गिराया था. इससे पहले 13 जून 2001 को हनुमान गढ़ी के पास खड़ी एक जीप में कुकर बम मिला था. हालांकि एक बंदर द्वारा बैग को क्षतिग्रस्त कर दिया था. जिससे यह प्रयास भी विफल हो गया था.
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