रायपुर: छत्तीसगढ़ शराब घोटाले में पूर्व आईएएस अनिल टुटेजा के लिए सोमवार का दिन राहत लेकर नहीं आया. पांच दिनों की ईडी रिमांड खत्म होने के बाद अनिल टुटेजा को कोर्ट में पेश किया गया था. दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद कोर्ट ने उन्हें चार मई तक ईडी रिमांड पर भेज दिया है. इस बार अदालत ने उन्हें 6 दिनों की ईडी रिमांड पर भेजा है. चार मई 2024 को ईडी अनिल टुटेजा को कोर्ट में पेश करेगी. चार मई तक अब उनसे प्रवर्तन निदेशालय की टीम जांच करेगी.
कोर्ट से अनिल टुटेजा को लगा झटका: कोर्ट से अनिल टुटेजा को राहत नहीं मिलने के बाद अब ईडी उनसे नए सिरे से पूछताछ करने की तैयारी कर रही है. इस बारे में ईडी के वकील ने बताया कि अनिल टुटेजा के खिलाफ ईडी को पर्याप्त सबूत मिले हैं. ईडी के वकील सौरभ पांडेय ने अनिल टुटेजा के सरकारी गवाह बनने के सवाल पर कहा कि इस बात का सटीक जवाब अनिल टुटेजा ही दे सकते हैं.
"अनिल टुटेजा की गिरफ्तारी के बाद से लगातार इस केस में सुनवाई चल रही है. इसके पहले प्रवर्तन निदेशालय को जांच करने के लिए रिमांड मिली थी. सोमवार को रिमांड खत्म होने के बाद फिर से कोर्ट में पेश किया गया. जिसके बाद 6 दिनों की ईडी को रिमांड मिली है. 4 मई को अनिल टुटेजा को कोर्ट में पेश किया जाएगा. प्रवर्तन निदेशालय के द्वारा जो भी इन्वेस्टिगेशन किया जा रहा है उस पर खुलकर नहीं बोला जा सकता. अनिल टुटेजा से जितने लोगों का संपर्क रहा है और जिनके बारे में सबूत मिले हैं. उन्हें एक जगह बैठाकर कंसर्न किया जाएगा. डिजिटल एविडेंस ज्यादा होने के कारण प्रवर्तन निदेशालय को समय लग रहा है. जिसे लेकर पूछताछ चल रही है.": सौरव पांडेय, ईडी के वकील
शराब घोटाले में अनिल टुटेजा को लेकर कब कब क्या हुआ: छत्तीसगढ़ शराब घोटाले में 8 अप्रैल को मनी लॉन्ड्रिंग में ईडी की ECIR को सुप्रीम कोर्ट ने रद्द कर दिया था. जिसके बाद इस केस में अनिल टुटेजा और उनके बेटे यश टुटेजा सहित 6 आरोपियों को राहत मिली. लेकिन इसकी जांच को लेकर एसीबी और EOW की एफआईआर को आधार बनाते हुए ईडी ने नई ईसीआईआर दर्ज की. उसके बाद से इस केस में नए सिरे से ईडी की जांच चल रही है.
किन आधार पर हुई अनिल टुटेजा की गिरफ्तारी: ईडी ने अनिल टुटेजा की गिरफ्तारी को लेकर कई आधार बनाए हैं. उनके अरेस्ट को लेकर करीब 16 पन्नों का ईडी ने ग्राउंड ऑफ अरेस्ट का ब्यौरा दिया है.
"शराब घोटाले मामले में अनवर ढेबर ने सिंडिकेट बनाया और उस सिंडिकेट को सबसे ज्यादा पावर अनिल टुटेजा से मिलती थी. अनिल टुटेजा इसमें कंट्रोलर की भूमिका में थे. जिसको ED ने आर्किटेक्ट आफ लिकर स्कैम बताया है": ईडी का पक्ष
शराब घोटाले में ईडी ने इसमें शामिल लोगों को नोटिस भी भेजना शुरू कर दिया है. EOW की तरफ से की गई एफआईआर में अब तक 70 लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की गई है. जबकि इस केस में फ्रेश ईसीआईआर में भी वही नाम शामिल किए गए हैं. ईडी इसमें शामिल लोगों को पूछताछ के लिए समन भेज रही है.