देहरादून: असम पुलिस ने हाल ही में आतंकी संगठन आईएसआईएस के भारत प्रमुख हारिस फारूकी समेत दो आतंकियों को गिरफ्तार किया था. दोनों आतंकियों को बांग्लादेश सीमा से उस समय गिरफ्तार किया था, जब दोनों अवैध तरीके से भारत में घुसे थे. हारिस फारूकी का उत्तराखंड कनेक्शन सामने आया था. क्योंकि हारिस फारूकी देहरादून का ही रहने वाला है. वहीं, सोमवार सुबह को एनआईए (नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी) हारिस फारूकी को लेकर देहरादून पहुंची थी.
बताया जा रहा है कि यहां एनआईए की टीम ने हारिस फारूकी के परिवार वालों से पूछताछ की. इसके बाद सोमवार देर रात को ही हारिस फारूकी को एनआईए की टीम वापस ले गई. हारिस फारूकी करीब 10 साल बाद देहरादून आया था. हारिस फारूकी का परिवार पिछले 20 सालों से देहरादून के डालनवाला में रहता था. फारूकी के पिता देहरादून में यूनानी दवाखाना चलाते हैं.
स्थानीय इंटेलिजेंस और पुलिस के अनुसार फारूकी पिछले 10-12 साल से देहरादून नहीं आया है. फारूकी ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से पढ़ाई की है. अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से पास आउट होने के बाद वो कभी घर नहीं आया और आतंकी संगठन के जुड़ गया था. वहीं फारूकी के साथ पकड़ा गया दूसरा आरोपी अनुराग सिंह उर्फ रेहान हरियाणा के पानीपत का रहने वाला है.
अनुराग सिंह ने भी इस्लाम धर्म अपना लिया था और उसकी पत्नी बांग्लादेशी नागरिक है. अनुराग सिंह और हारिस फारूकी पर आरोप है कि दोनों भारत में कई स्थानों पर आतंकी फंडिंग जुटाने के काम करते थे. दोनों पर अन्य कई और आरोप भी हैं. गिरफ्तार आतंकियों के खिलाफ एनआईए, दिल्ली एसटीएफ और लखनऊ सहित अन्य स्थानों पर कई मामले लंबित हैं.
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