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आखिर क्यों चुप है सिस्टम? NEET पेपर लीक को लेकर कोर्ट में FIR और गिरफ्तारी, तो आधिकारिक बयान से क्यों बच रही पुलिस - NEET UG Paper Leak

NEET Paper Leak Case: नीट परीक्षा पेपर लीक मामले में बिहार पुलिस कोर्ट में FIR दर्ज करा चुकी है. 28 से अधिक आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है लेकिन अभी तक किसी भी तरह का अधिकारिक बयान नहीं आया है. NTA पेपर लीक से साफ इनकार कर रहा है. ऐसे में अभ्यर्थियों के सामने संकट की स्थिति उत्पन्न हो गई है कि परीक्षा रद्द होगी या क्या होगा?

नीट परीक्षा पेपर लीक मामला
नीट परीक्षा पेपर लीक मामला (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : May 8, 2024, 8:47 PM IST

नीट परीक्षा पेपर लीक को लेकर क्यों चुप है सिस्टम? (ETV Bharat)

पटनाः पूरे देश में 5 मई को नीट की परीक्षा हुई. परीक्षा के ठीक बाद बिहार, झारखंड और राजस्थान सहित कई राज्यों से गिरफ्तारी शुरू हो गई. बिहार पुलिस ने भी कई जिलों से कुल 28 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तारी के बाद सॉल्वर गैंग का खुलासा हुआ. नीट परीक्षा पेपर लीक की भी बात सामने आयी लेकिन परीक्षा लेने वाली एजेंसी NTA इनकार कर रही है. बिहार पुलिस ने पटना कोर्ट में पेपर लीक का FIR दर्ज करायी है लेकिन अधिकारिक बयान देने से बच रही है.

कौन देगा जवाब? पटना एसएसपी राजीव मिश्रा मामले की जांच चलने की बात कह रहे हैं लेकिन मीडिया के सामने आकर कुछ भी नहीं बता रहे हैं. पेपर लीक हुई है या नहीं इस पर जांच के बाद कुछ कहने की बात कह रहे हैं. ऐसे में यह पुलिस की चुप्पी परीक्षार्थियों को परेशान कर रही है. आखिर में इसका जवाब कौन देगा? NTA अलग इनकार कर रही है और बिहार पुलिस कुछ भी नहीं बता रही है.

गिरफ्तार परीक्षार्थी ने पेपर लीक की बात कबूलीः पटना सेंट्रल एसपी के नेतृत्व में एसआईटी का भी गठन किया गया है. 5 मई को परीक्षा के ठीक बाद डीएवी स्कूल से एक परीक्षार्थी को गिरफ्तार किया गया. जिसकी पहचान आयुष राज के रूप में हुई. पुलिस ने कोर्ट के समक्ष कहा है कि आयुष राज ने पूछताछ में बताया है कि 4 मई की देर रात उसे राम कृष्ण नगर थाना क्षेत्र के खेमनीचक इलाके में 'लर्न बॉयज हॉस्टल एवं लर्न प्ले स्कूल' में ले जाकर प्रश्न और उसके उत्तर दिए गए. उसे रटने को कहा गया. परीक्षा हॉल में जो प्रश्न मिला वह हू बहू था. उसके साथ उत्तर रटने में 25 परीक्षार्थी थे.

नीट परीक्षा पेपर लीक में अब तक क्या क्या हुआ?
नीट परीक्षा पेपर लीक में अब तक क्या क्या हुआ? (ETV Bharat)

परीक्षा में हूबहू पूछा गया प्रश्नः पटना पुलिस में इस संबंध में शास्त्री नगर थाना में FIR दर्ज की है. FIR में इस बात का भी जिक्र है कि नीट परीक्षा के दिन सुबह में छापेमारी के समय रामकृष्णा नगर के बॉयज लॉज से कुछ जले हुए प्रश्न पत्र और उसके उत्तर मिले. उनके अवशेष को पुलिस ने सुरक्षित रखा है. यह अवशेष परीक्षा में पूछे गए प्रश्नों से मिलते-जुलते हैं. लेकिन इन सब के बावजूद पटना पुलिस और पुलिस के वरीय अधिकारी इस मामले पर कुछ भी बोलने से इनकार कर रहे हैं.

20-20 लाख रुपए में डीलः नीट के कथित पेपर लीक और धांधली मामले में बिहार में अब तक कुल 28 से अधिक गिरफ्तारी हुई है. इसमें कटिहार से 7, पूर्णिया से 4 और पटना से 14 गिरफ्तारी हुई है. इसके अलावा मुजफ्फरपुर और अन्य जिलों से भी गिरफ्तारी हुई है. इसके साथ पुलिस छापेमारी भी कर रही है. गिरफ्तार आरोपियों में सबसे ज्यादा मेडिकल स्टूडेंट शामिल हैं जिससे 20-20 लाख रुपए में डील हुई थी. परीक्षा के बाद 5 लाख दिए गए बांकी रिजल्ट आने के बाद दिया जाता लेकिन इससे पहले ही सॉल्वर गैंग का खुलासा हो गया.

लेक्चरर और इंजीनियर गिरफ्तारः इस मामले में पटना दानापुर के एक नर्सिंग कॉलेज की लेक्चरर फौजिया भी पेपर लीक में पकड़ी गई है जो सॉल्वर का काम कर रही थी. इसके अलावा पुलिस ने केंद्रीय जांच एजेंसी से लीड मिलने पर सिकंदर यादवेंदु को पकड़ा. धराने के उसने पुलिस को धौंस दिखाना शुरू कर दिया. उसने बताया कि वह दानापुर में सरकारी इंजीनियर है लेकिन पुलिस को लीड मिली थी इसलिए पुलिस ने गाड़ी की तलाशी शुरू की.

संजीव और रॉकी गिरफ्तारः गाड़ी की तलाशी शुरू होते ही सफेद डस्टर कार से उसका ड्राइवर, सिकंदर और साथ में बैठा एक और युवक भागने लगे. इसके बाद पुलिस ने उन्हें खदेड़ कर पकड़ लिया. यहीं से पुलिस को लीड मिली. हालांकि पुलिस ने सबसे पहले संजीव और रॉकी को पकड़ा जो परीक्षा माफिया है. उन्हीं से सभी के तार मिलने शुरू हुए. पुलिस ने आयुष के पिता अखिलेश कुमार की सफेद डस्टर गाड़ी भी जब्त की है. जिस पर नगर प्रशासन दानापुर का बोर्ड लगा हुआ है.

पेपर लीक हुआ या नहीं कौन देगा जवाब? इतने खुलासे होने के बावजूद पुलिस खुलकर कुछ भी नहीं बता रही है. परीक्षा आयोजित करने वाली एजेंसी NTA चुप्पी साधी हुई है. एजेंसी पेपर लीक से साफ इनकार कर रही है. इससे मेहनत करने वाले परीक्षार्थी के सामने गंभीर समस्या है कि पेपर लीक की पुष्टि जब तक नहीं होगी परीक्षा रद्द नहीं की जाएगी. ऐसे में परीक्षार्थी को पुलिस और कोर्ट पर ही भरोसा है. सभी इंतजार में है कि बिहार पुलिस कुछ खुलासा करेगी.

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नीट परीक्षा पेपर लीक को लेकर क्यों चुप है सिस्टम? (ETV Bharat)

पटनाः पूरे देश में 5 मई को नीट की परीक्षा हुई. परीक्षा के ठीक बाद बिहार, झारखंड और राजस्थान सहित कई राज्यों से गिरफ्तारी शुरू हो गई. बिहार पुलिस ने भी कई जिलों से कुल 28 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तारी के बाद सॉल्वर गैंग का खुलासा हुआ. नीट परीक्षा पेपर लीक की भी बात सामने आयी लेकिन परीक्षा लेने वाली एजेंसी NTA इनकार कर रही है. बिहार पुलिस ने पटना कोर्ट में पेपर लीक का FIR दर्ज करायी है लेकिन अधिकारिक बयान देने से बच रही है.

कौन देगा जवाब? पटना एसएसपी राजीव मिश्रा मामले की जांच चलने की बात कह रहे हैं लेकिन मीडिया के सामने आकर कुछ भी नहीं बता रहे हैं. पेपर लीक हुई है या नहीं इस पर जांच के बाद कुछ कहने की बात कह रहे हैं. ऐसे में यह पुलिस की चुप्पी परीक्षार्थियों को परेशान कर रही है. आखिर में इसका जवाब कौन देगा? NTA अलग इनकार कर रही है और बिहार पुलिस कुछ भी नहीं बता रही है.

गिरफ्तार परीक्षार्थी ने पेपर लीक की बात कबूलीः पटना सेंट्रल एसपी के नेतृत्व में एसआईटी का भी गठन किया गया है. 5 मई को परीक्षा के ठीक बाद डीएवी स्कूल से एक परीक्षार्थी को गिरफ्तार किया गया. जिसकी पहचान आयुष राज के रूप में हुई. पुलिस ने कोर्ट के समक्ष कहा है कि आयुष राज ने पूछताछ में बताया है कि 4 मई की देर रात उसे राम कृष्ण नगर थाना क्षेत्र के खेमनीचक इलाके में 'लर्न बॉयज हॉस्टल एवं लर्न प्ले स्कूल' में ले जाकर प्रश्न और उसके उत्तर दिए गए. उसे रटने को कहा गया. परीक्षा हॉल में जो प्रश्न मिला वह हू बहू था. उसके साथ उत्तर रटने में 25 परीक्षार्थी थे.

नीट परीक्षा पेपर लीक में अब तक क्या क्या हुआ?
नीट परीक्षा पेपर लीक में अब तक क्या क्या हुआ? (ETV Bharat)

परीक्षा में हूबहू पूछा गया प्रश्नः पटना पुलिस में इस संबंध में शास्त्री नगर थाना में FIR दर्ज की है. FIR में इस बात का भी जिक्र है कि नीट परीक्षा के दिन सुबह में छापेमारी के समय रामकृष्णा नगर के बॉयज लॉज से कुछ जले हुए प्रश्न पत्र और उसके उत्तर मिले. उनके अवशेष को पुलिस ने सुरक्षित रखा है. यह अवशेष परीक्षा में पूछे गए प्रश्नों से मिलते-जुलते हैं. लेकिन इन सब के बावजूद पटना पुलिस और पुलिस के वरीय अधिकारी इस मामले पर कुछ भी बोलने से इनकार कर रहे हैं.

20-20 लाख रुपए में डीलः नीट के कथित पेपर लीक और धांधली मामले में बिहार में अब तक कुल 28 से अधिक गिरफ्तारी हुई है. इसमें कटिहार से 7, पूर्णिया से 4 और पटना से 14 गिरफ्तारी हुई है. इसके अलावा मुजफ्फरपुर और अन्य जिलों से भी गिरफ्तारी हुई है. इसके साथ पुलिस छापेमारी भी कर रही है. गिरफ्तार आरोपियों में सबसे ज्यादा मेडिकल स्टूडेंट शामिल हैं जिससे 20-20 लाख रुपए में डील हुई थी. परीक्षा के बाद 5 लाख दिए गए बांकी रिजल्ट आने के बाद दिया जाता लेकिन इससे पहले ही सॉल्वर गैंग का खुलासा हो गया.

लेक्चरर और इंजीनियर गिरफ्तारः इस मामले में पटना दानापुर के एक नर्सिंग कॉलेज की लेक्चरर फौजिया भी पेपर लीक में पकड़ी गई है जो सॉल्वर का काम कर रही थी. इसके अलावा पुलिस ने केंद्रीय जांच एजेंसी से लीड मिलने पर सिकंदर यादवेंदु को पकड़ा. धराने के उसने पुलिस को धौंस दिखाना शुरू कर दिया. उसने बताया कि वह दानापुर में सरकारी इंजीनियर है लेकिन पुलिस को लीड मिली थी इसलिए पुलिस ने गाड़ी की तलाशी शुरू की.

संजीव और रॉकी गिरफ्तारः गाड़ी की तलाशी शुरू होते ही सफेद डस्टर कार से उसका ड्राइवर, सिकंदर और साथ में बैठा एक और युवक भागने लगे. इसके बाद पुलिस ने उन्हें खदेड़ कर पकड़ लिया. यहीं से पुलिस को लीड मिली. हालांकि पुलिस ने सबसे पहले संजीव और रॉकी को पकड़ा जो परीक्षा माफिया है. उन्हीं से सभी के तार मिलने शुरू हुए. पुलिस ने आयुष के पिता अखिलेश कुमार की सफेद डस्टर गाड़ी भी जब्त की है. जिस पर नगर प्रशासन दानापुर का बोर्ड लगा हुआ है.

पेपर लीक हुआ या नहीं कौन देगा जवाब? इतने खुलासे होने के बावजूद पुलिस खुलकर कुछ भी नहीं बता रही है. परीक्षा आयोजित करने वाली एजेंसी NTA चुप्पी साधी हुई है. एजेंसी पेपर लीक से साफ इनकार कर रही है. इससे मेहनत करने वाले परीक्षार्थी के सामने गंभीर समस्या है कि पेपर लीक की पुष्टि जब तक नहीं होगी परीक्षा रद्द नहीं की जाएगी. ऐसे में परीक्षार्थी को पुलिस और कोर्ट पर ही भरोसा है. सभी इंतजार में है कि बिहार पुलिस कुछ खुलासा करेगी.

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