कोलकाता : राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग (NCST) की टीम गुरुवार की सुबह पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना स्थित संदेशखाली पहुंची. टीम को इस दौरान स्थानीय लोगों से जबरन जमीन पर कब्जा करने और उत्पीड़न की कुल 23 शिकायतें मिली हैं. एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी. अधिकारी के मुताबिक, एनसीएसटी के कार्यकारी अध्यक्ष अनंत नायक ने बताया कि उन्हें एक नेता के खिलाफ शिकायत मिली है, जिसे राष्ट्रपति को सौंपी जाने वाली रिपोर्ट में शामिल किया जाएगा.
नायक ने संवाददाताओं को बताया, 'उन्होंने (संदेशखाली के निवासियों ने) एक नेता का नाम लिया है. हम उसे अपनी रिपोर्ट में शामिल करेंगे. हमें अबतक 23 से अधिक शिकायतें मिली हैं.' उन्होंने कहा, 'हम इसका (प्राप्त तथ्यों का) जमीनी रिपोर्ट से मिलान करेंगे और उसके बाद राष्ट्रपति को रिपोर्ट सौंपेंगे.' एनसीएसटी का यह दौरा राष्ट्रीय महिला आयोग और राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के सदस्यों के दौरे के कुछ दिनों बाद हो रहा है.
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने क्षेत्र में जारी हिंसा तथा मानवाधिकार उल्लंघन के संबंध में बुधवार को राज्य सरकार और पुलिस प्रमुख को नोटिस जारी किया था. आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, एनएचआरसी ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए उत्तर 24 परगना जिले में स्थित संदेशखाली में मानवाधिकार उल्लंघन की घटनाओं की घटनास्थल पर जांच कर तथ्यों को सत्यापित करने के लिए अपना दल भेजने का निर्णय लिया है.
संदेशखाली में बड़ी संख्या में महिलाओं ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के कद्दावर नेता शाहजहां शेख और उनके समर्थकों पर जबरदस्ती जमीन हड़पने और यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है. प्रवर्तन निदेशालय की टीम पांच जनवरी को राशन घोटाले के सिलसिले में छापेमारी करने टीएमसी नेता शाहजहां के आवास पर गई थी, जिसपर भीड़ ने हमला कर दिया था. उसके बाद से शाहजहां फरार है.
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