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सांस्कृतिक विरासत को बताया जा रहा हमारी कमजोरी, इस पर प्रहार जरूरी : उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ - VICE PRESIDENT JAGDEEP DHANKHAR

चार्टर्ड अकाउंटेंट की नेशनल कॉन्फ्रेंस. उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ बोले- सांस्कृतिक विरासत को बताया जा रहा हमारी कमजोरी. इस पर प्रहार जरूरी.

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उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ (ETV Bharat Jaipur)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Oct 15, 2024, 2:55 PM IST

जयपुर: राजधानी जयपुर में मंगलवार को इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट की दो दिवसीय इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस शुरू हुई. इस कॉन्फ्रेंस का आयोजन इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट जयपुर ब्रांच की ओर से किया जा रहा है और कॉन्फ्रेंस का उद्घाटन करने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ पहुंचे और सीए प्रोफेशनल्स को संबोधित किया.

इस मौके पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि आपसे बात करने का अर्थ है कि प्रोफेशन ऑफ द नेशन से बात कर रहे हैं. सीए हमारे देश के अनसंग हीरो हैं. आप जैसा रोल कोई और नहीं कर सकता. आप देश के लिए सहयोग करते हैं और ग्लोबल नेशन में अकाउंटेबल बनाते हैं. उन्होंने आगे कहा कि पारदर्शिता आज हमारे वित्तीय सिस्टम की जरूरत है. आप इसके लिए योग्य हैं. विकसित भारत को लेकर भी धनखड़ ने कहा कि आज पूरे देश में हवन हो रहा है. विकसित भारत के लिए और इसमें पूर्ण आहुति की जरूरत है, जो आपकी फर्टिनिटी द्वारा संभव है.

हमारी संस्कृति को कमजोर बताया जा रहा : उपराष्ट्रपति ने कार्यक्रम के दौरान यह भी कहा कि भारत के सभ्यतागत लोकाचार को विभाजन के खतरों से बचाने के लिए तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता है. एक स्थिर और संपन्न राष्ट्र सुनिश्चित करने के लिए सामाजिक एकता को संरक्षित किया जाना चाहिए. हमारी सांस्कृतिक विरासत पर कुठाराघात हो रहा है. उसको हमारी कमजोरी बताने का प्रयास हो रहा है. उसके तहत देश को ध्वंस करने की योजना बनी हुई है. ऐसी ताकतों पर वैचारिक और मानसिक प्रतिघात होना चाहिए.

पढ़ें : 'स्वच्छ भारत मिशन सरकारी कार्यक्रम नहीं, ये सम्मानजनक जीवन का स्रोत' : जगदीप धनखड़ - Swachhata Hi Seva Campaign

तकनीकी के साथ जुड़ना जरूरी : उपराष्ट्रपति ने कार्यक्रम के दौरान सीए समुदाय से भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने और सस्टेनेबल इकोनॉमी को बढ़ावा देने की बात कही. उन्होंने कहा कि इथिक्स हमारे खून और डीएनए में होना चाहिए. आज पूरे विश्व में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग जैसी तकनीक का उपयोग धीरे-धीरे होने लगा है और तकनीकी के साथ जुड़ना भी काफी जरूरी है.

ऐसे में हमें तकनीकी को अपने सिस्टम में भी लागू करना होगा. जयपुर के बिड़ला ऑडिटोरियम में आयोजित हो रहे इस दो दिवसीय कार्यक्रम में देश के साथ-साथ विदेश भर से आए सीए प्रोफेशनल्स हिस्सा ले रहे हैं. इसके साथ ही कार्यक्रम में सीए इंस्टीट्यूट के पदाधिकारी और विद्यार्थी मौजूद थे. यह कॉन्फ्रेंस सीआईआरसी, आईसीएआई की जयपुर ब्रांच की मेजबानी में आयोजित की गई थी.

जयपुर: राजधानी जयपुर में मंगलवार को इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट की दो दिवसीय इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस शुरू हुई. इस कॉन्फ्रेंस का आयोजन इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट जयपुर ब्रांच की ओर से किया जा रहा है और कॉन्फ्रेंस का उद्घाटन करने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ पहुंचे और सीए प्रोफेशनल्स को संबोधित किया.

इस मौके पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि आपसे बात करने का अर्थ है कि प्रोफेशन ऑफ द नेशन से बात कर रहे हैं. सीए हमारे देश के अनसंग हीरो हैं. आप जैसा रोल कोई और नहीं कर सकता. आप देश के लिए सहयोग करते हैं और ग्लोबल नेशन में अकाउंटेबल बनाते हैं. उन्होंने आगे कहा कि पारदर्शिता आज हमारे वित्तीय सिस्टम की जरूरत है. आप इसके लिए योग्य हैं. विकसित भारत को लेकर भी धनखड़ ने कहा कि आज पूरे देश में हवन हो रहा है. विकसित भारत के लिए और इसमें पूर्ण आहुति की जरूरत है, जो आपकी फर्टिनिटी द्वारा संभव है.

हमारी संस्कृति को कमजोर बताया जा रहा : उपराष्ट्रपति ने कार्यक्रम के दौरान यह भी कहा कि भारत के सभ्यतागत लोकाचार को विभाजन के खतरों से बचाने के लिए तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता है. एक स्थिर और संपन्न राष्ट्र सुनिश्चित करने के लिए सामाजिक एकता को संरक्षित किया जाना चाहिए. हमारी सांस्कृतिक विरासत पर कुठाराघात हो रहा है. उसको हमारी कमजोरी बताने का प्रयास हो रहा है. उसके तहत देश को ध्वंस करने की योजना बनी हुई है. ऐसी ताकतों पर वैचारिक और मानसिक प्रतिघात होना चाहिए.

पढ़ें : 'स्वच्छ भारत मिशन सरकारी कार्यक्रम नहीं, ये सम्मानजनक जीवन का स्रोत' : जगदीप धनखड़ - Swachhata Hi Seva Campaign

तकनीकी के साथ जुड़ना जरूरी : उपराष्ट्रपति ने कार्यक्रम के दौरान सीए समुदाय से भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने और सस्टेनेबल इकोनॉमी को बढ़ावा देने की बात कही. उन्होंने कहा कि इथिक्स हमारे खून और डीएनए में होना चाहिए. आज पूरे विश्व में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग जैसी तकनीक का उपयोग धीरे-धीरे होने लगा है और तकनीकी के साथ जुड़ना भी काफी जरूरी है.

ऐसे में हमें तकनीकी को अपने सिस्टम में भी लागू करना होगा. जयपुर के बिड़ला ऑडिटोरियम में आयोजित हो रहे इस दो दिवसीय कार्यक्रम में देश के साथ-साथ विदेश भर से आए सीए प्रोफेशनल्स हिस्सा ले रहे हैं. इसके साथ ही कार्यक्रम में सीए इंस्टीट्यूट के पदाधिकारी और विद्यार्थी मौजूद थे. यह कॉन्फ्रेंस सीआईआरसी, आईसीएआई की जयपुर ब्रांच की मेजबानी में आयोजित की गई थी.

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