मुजफ्फरपुर: कोलकाता के आरजी अस्पताल में 9 अगस्त को ट्रेनी डॉक्टर की रेप-हत्या मामले में सीबीआई 35 इंटर्न समेत कई ट्रेनी डॉक्टरों से पूछताछ करेगी. दूसरी तरफ देशभर में डॉक्टर्स हड़ताल पर हैं. इस मामले के ठीक 72 घंटे बाद बिहार के मुजफ्फरपुर में एक और दरिंदगी होती है, इस घटना को जिसने भी सुना उसके रूह कांप उठी.
नाबालिग के साथ रेप और फिर हत्या : बिहार के मुजफ्फरपुर में एक नाबालिग, जिसकी उम्र 14 साल बताई जाती है, पांच दबंग रात में आते हैं. मां बाप से पूछते है कि तुम्हारी बेटी कहां है, उसका रेप करेंगे. इसके बाद लड़की को घर से उठाकर ले जाते हैं. वजह शादी से इनकार करना प्रथम दृष्टया बताया जाता है. इसके बाद उन दरिंदो ने जो कहा वो किया.
यहीं खत्म नहीं हुई हैवानियत : इस घटना के बाद से पूरे इलाके में हड़कंप मचा है. जिस तरह से नाबालिग की हत्या की गई है, लोग कुछ बता भी नहीं पा रहे हैं. स्थानीय लोगों व पीड़िता के परिजनों के मुताबिक, नाबालिग बेटी के प्राइवेट पार्ट में सैकड़ों बार चाकू से गोदा गया. उसके स्तन को काट लिया गया, ये बात तब पता चली जब तालाब किनारे लोगों ने उसका शव देखा. हालांकि मुजफ्फरपुर पुलिस प्राइवेट पार्ट और ब्रेस्ट काटने की बात से इनकार कर रही है.
मौका-ए-वारदात से खून लगा खुरपी बरामद: घटना के बाद मौके पर 12 अगस्त को पुलिस और एफएसएल की टीम जांच के लिए पहुंची थी. इस दौरान मौका-ए-वारदात से टीम ने एक लोहे की खुरपी बरामद की थी, जिसमें खून लगा हुआ था. पुलिस के अनुसार नाबालिग की हत्या हुई है, उसके सिर गर्दन और हाथ पर खुरपी से हमले के निशान भी पाए गए हैं.
क्या बोली मृतक की मां?: इस बारे में मृतक लड़की की मां ने बताया गांव कि दबंग युवक संजय राय ने मेरी बेटी के दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी. उनके मुताबिक शादीशुदा होने के बावजूद आरोपी लगातार मेरी बेटी पर शादी का दबाव बना रहा था. वारदात की रात भी वह घर आया था. शादी से इनकार करने पर उसने जबरन मेरी बेटी को उठा लिया. वहीं अगले दिन उसकी लाश मिली.
एफआईआर में गैंगरेप के बाद हत्या का आरोप: वहीं मृतक की मां ने इस संबंध में मुख्य आरोपी संजय राय समेत 6 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है. अपनी शिकायत में उन्होंने सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका जताई है.
"गांव के ही 41 साल के संजय यादव ने मेरी छोटी बेटी का मर्डर किया है. उसकी पत्नी मर चुकी है और वो पिछले 6 महीने से मेरी बेटी से शादी करने के लिए दबाव बना रहा था. संजय यादव अक्सर मुझसे मेरी बेटी की शादी कर देने की बात कहता रहता था. रविवार (11 अगस्त) रात को पति और बेटा घर के बाहर सो रहे थे. घर के अंदर मैं और मेरी छोटी बेटी सो रहे थे. देर रात संजय अपने कुछ साथियों के साथ आया और जबरन मेरी बेटी को उठाकर ले गया. अगले दिन सुबह उसकी लाश पोखर के पास मिली."- मृतक बच्ची की मां
" 12 अगस्त को एक 14 साल की लड़की का शव मिला था. उसका पोस्टमार्टम कराया गया. सिर, गर्दन और हाथ में चोट के निशान हैं. उसकी मां ने प्राथमिकी दर्ज की है. मां का कहना है कि आरोपी उसकी छोटी बेटी से शादी करना चाहता था."- राकेश कुमार, SSP मुजफ्फरपुर
पोस्टमार्टम में क्या है: इस जघन्य अपराध के जिस तरह की बातें सामने आई उसको लेकर सभी ने हंगामा करना शुरू कर दिया. नाबालित के साथ क्रूरता की खबर ने लोगों को आक्रोशित कर दिया. वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार नाबालिग लड़की के सिर, गर्दन और हाथ पर वार किया गया है.
फोन कॉल से खुले कई राज: मुजफ्फरपुर पुलिस की जांच में यह प्रथम दृश्य पाया गया है कि नाबालिग और आरोपी संजय यादव के बीच प्रेम प्रसंग का मामला था. काफी समय से यह दोनों एक दूसरे के संपर्क में थे. सैकड़ों बार दोनों के बीच फोन कॉल से बातचीत हुई थी. पुलिस टीम को प्रेम प्रसंग का भी शक है. हालांकि पुलिस अन्य पहलुओं की जांच कर रही है.
एक आरोपी अपनी गाड़ी के साथ गिरफ्तार: नाबालिक दलित लड़की की नृशंस हत्या मामले में मुख्य अभियुक्त संजय यादव के सहयोगी मिथिलेश कुमार सहित कुछ सहयोगियों को पुलिस ने पकड़ लिया है. मिथिलेश पर यह आरोप है कि हत्याकांड के बाद अभियुक्त संजय यादव को जिले से बाहर भागने में उसने मदद की थी. मिथिलेश ने अपने बोलेरो का उपयोग किया था और उसे भगाने में मदद की थी.पुलिस ने मिथिलेश को उसके बोलेरो के साथ गिरफ्तार कर लिया. सभी आरोपियों से पुलिस पूछताछ कर रही है.
मुख्य अभियुक्त संजय यादव के घर कुर्की: वहीं दूसरी ओर मुख्य आरोपी घटना के बाद से ही फरार है. कोर्ट के प्रक्रिया तहत इश्तेहार तमिला कराया गया है. इस दौरान पुलिस ने डुगडुगी बजाकर आरोपी संजय यादव के घर पर इश्तहार चस्पा किया गया. वहीं सरैया के एसडीपीओ कुमार चंदन ने बताया कि " मुख्य अभियुक्त को 17 अगस्त को 12 बजे तक पुलिस के सामने समर्पण करना है. उसके घर की कुर्की जब्ती का आदेश दिया गया है." वहीं सरेंडर नहीं करने पर संजय यादव के घर की कुर्की जब्ती की गई.
"केस के अभियुक्त संजय यादव के घर पर कोर्ट प्रक्रिया के तहत इश्तेहार तामिला कराया गया है. अगर पुलिस या कोर्ट में आरोपी सरेंडर नहीं करता है तो घर की कुर्की जब्ती की जाएगी."- कुमार चंदन,सरैया एसडीपीओ
मायावती के ट्वीट के बाद बढ़ी सियासत: इस घटना कोम लेकर राजनीति भी खूब हो रही है. बीएसपी प्रमुख मायावती के सोशल मीडिया पोस्ट के बाद से मामले को लेकर आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गया है. वहीं विभिन्न संगठनों के नेता मृतक के घर पहुंच रहे हैं और पीड़ित परिवार के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं.
1. बिहार में हाल ही में जिला मधुबनी की लगभग 18 वर्ष की दलित लड़की के साथ कमलेश यादव व उसके साथियों ने तथा इसके कुछ ही दिनों बाद जिला मुजफ्फरपुर में 14 वर्षीय दलित बच्ची के साथ संजय राय (यादव) व उसके साथियों ने सामूहिक बलात्कार करके इनकी निर्मम हत्या कर दी। 1/2
— Mayawati (@Mayawati) August 13, 2024
'तथ्य सबके सामने रखना चाहिए'- अधिवक्ता : वहीं अधिवक्ता सुशील कुमार की मानें तो जो भी तथ्य पुलिस के जांच में अब तक सामने आए हैं, इस तरह की घटनाओं में समय-समय पर मीडिया सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी शेयर करना चाहिए. ताकि इसका असर समाज में गलत ना हो अफवाह ना फैले.
"सरकार की नई कानून के तहत पीड़ित पक्ष को इस बात की जानकारी समय-समय पर देनी है. मृतक नाबालिग थी इसलिए माननीय न्यायालय के निर्देश का पालन करना पड़ता है. इस तरह से लगातार कई वीडियो बयान सोशल मीडिया पर चल रहा है, जिसमें यह साफ कहा जा रहा है कि गुप्तांग में कई बार चाकू से वार किया गया. स्तन को काट दिया गया. अगर यह गलत है तो ऐसे लोगों पर पुलिस को एक्शन लेना चाहिए."- सुशील कुमार,अधिवक्ता
RJD ने क्या कहा?: इस घटना पर आरजेडी ने बीजेपी और जेडीयू पर सवाल उठाया है. आरजेडी प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा कि कोलकाता की घटना पर बीजेपी और जदयू के नेता हाय तौबा मचा रहे हैं, लेकिन बिहार में मुजफ्फरपुर में जो दलित की बेटी के साथ घटना हुई, उस पर एक शब्द भी नहीं बोल रहे हैं. ये लोग महिलाओं के प्रति दोहरी नीति अपनाते हैं.
"एक तरफ भारतीय जनता पार्टी के विरोध वाली जो सरकारें होती हैं, वहां पर अगर कोई मामला महिलाओं के साथ होता है तो पूरे देश में हाय तौबा मचाने का काम करते हैं. पूरे देश में राजनीति करते हैं, लेकिन इनके (बीजेपी) शासित राज्यों में दलित लड़कियों के साथ इस तरीके की विभत्स घटना होती है तो जुबान नहीं खुलती है."- एजाज अहमद, आरजेडी प्रवक्ता
JDU ने दिया ये जवाब: जेडीयू का कहना है कि नीतीश कुमार के राज में कोई भी अपराधी बख्शे नहीं जाते हैं. जदयू प्रवक्ता अंजुम आरा का कहना है कि विपक्ष जो बयान दे रही है, वह राजनीति से प्रेरित है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार है, जो बेटियों की सुरक्षा को लेकर अति संवेदनशील है. अगर कोई भी अपराधी अपराध करने का दुस्साहस करता है तो पुलिस हमारा कानून 24 से 72 घंटे के अंदर में कार्रवाई करती है.
"विपक्ष मुंह खोलने की बात कह रही है, हमने तो कार्रवाई शुरू कर दी है. हम इन मुद्दों पर राजनीतिक बयानबाजी नहीं करते. हम राजनीतिक ड्रामेबाजी नहीं करते हैं, बल्कि अपराध पर अंकुश लगाने के लिए कार्रवाई करते हैं. बेटियों की सुरक्षा की बात आप लोगों (आरजेडी) को समझ नहीं आएगी. आप लोग ऐसे विषयों पर राजनीति करने की कोशिश ना करें."- अंजुम आरा, जदयू प्रवक्ता
'आरोपी पर होगा स्पीडी ट्रायल': वहीं बीजेपी का कहना है कि कानून अपना काम कर रही है. भाजपा प्रवक्ता कुंतल कृष्णा ने कहा कि मुजफ्फरपुर की घटना में 48 घंटे के अंदर कार्रवाई हुई आरोपी पकड़े गए हैं और मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी के लिए दबाव बनाया जा रहा है. उसके घर की कुर्की की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. इस घटना में या इस तरीके की घटना में हम स्पीड ट्रायल करके ऐसी सजा देने जा रहे हैं जिसे समाज देखेगी.
"उनके (तेजस्वी यादव) माता-पिता के शासनकाल में कई घटनाएं हुई हैं. उनकी बुआ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के राज्य में इतनी जघन्य अपराध में आरोपियों को बचाने का काम हो रहा है. कोलकाता पुलिस के कमिश्नर भी मान रहे हैं कि बंगाल पुलिस से चूक हुई है. कोलकाता की घटना पर आखिर वह (तेजस्वी) क्यों नहीं कुछ बोल रहे हैं. मुजफ्फरपुर की घटना में बिहार सरकार अच्छा काम कर रही है, इस पर भी आपने एक शब्द नहीं बोला, क्योंकि आपके लिए अपराध भी एक राजनीति का जरिया है. अपने माता-पिता के कार्यकाल में हुई घटनाओं के लिए आपने आज तक माफी नहीं मांगी है."- कुंतल कृष्णा,भाजपा प्रवक्ता
समाज के सामने बड़े सवाल: इस पूरे मामले ने समाज के सामने कई सवाल खड़े कर दिए हैं. क्या समाज में महिलाएं बच्चियां सुरक्षित हैं? महिलाओं पर हो रहे अत्याचार रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं. चाहे कोलकाता में डॉक्टर की निर्मम हत्या हो या मुजफ्फरपुर की बच्ची के साथ गैंगरेप और मर्डर का मामला हो, जिस तरह से घटना को अंजाम दिया गया है वह लोगों की विकृत मानसिकता को दर्शाता है. निर्भया गैंगरेप मामले ने पूरे देश को हिला दिया था. आज कोलकाता की ट्रेनी डॉक्टर के गैंगरेप और हत्या और मुजफ्फरपुर की बेटी के साथ जघन्य अपराध ने एक बार फिर से लोगों को झकझोर दिया है.
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