इटावाः इटावा लोकसभा सीट पर लोकसभा का चुनाव दिलचस्प हो गया है. इस सीट से वर्तमान सांसद और भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी डॉ. राम शंकर कठेरिया की पत्नी ने चुनावी रण में उतर गई हैं. अपने ही पति के खिलाफ मृदुला कठेरिया ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल कर हलचल मचा दी है. हालांकि पिछले लोकसभा चुनाव में मृदुला कठेरिया ने नामांकन किया था लेकिन बाद में नाम वापस ले लिया था. वहीं, इस बार नामांकन वापस नहीं लेने की बात कही है. इसके साथ ही कहा कि वह स्वतंत्र हैं, इसलिए चुनाव लड़ रही हैं.
नामांकन दाखिल करने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए मृदुला कठेरिया ने कहा कि 'देश में जनतंत्र, प्रजातंत्र, लोकतंत्र है. यहां सभी लोग स्वतंत्र हैं और हमारा अधिकार है चुनाव लड़ना. हम पति के खिलाफ या वह मेरे खिलाफ खड़े हैं. यह तो चुनाव है सभी स्वतंत्र है. अभी कल तक अपने पति इटावा सांसद डॉ राम शंकर कठेरिया के लिए वोट मांगते हुए नजर आती थी. वहीं, फिर से नामांकन वापस लेने के सवाल के जवाब में कहा कि नामांकन वापस लेने के लिए थोड़े ही चुनाव लड़ रहे हैं. बता दें कि मृदुला कठेरिया बुधवार को भाजपा नेताओं और पति के समर्थकों के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचकर निर्दलीय नामांकन किया. इसके पहले 23 अप्रैल को मृदुला कठेरिया ने पति के समर्थन में 8 जगहों पर संपर्क अभियान चलाकर वोट मांगा था.
बता दें कि डॉ. रामशंकर कठेरिया वर्तमान में राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष हैं. कठेरिया ने 2019 लोकसभा चुनाव में इटावा सीट से चुनाव लड़ा था और सपा उम्मीदवार कमलेश कठेरिया को हराकर चुनाव जीता था. राम शंकर कठेरिया इसके पहले 2014 लोकसभा चुनाव में आगरा लोकसभा सीट से जीत कर सांसद बने थे.