मुरैना: अक्टूबर महीने की 19 तारीख से ठीक 38 दिन बाद 25 नवंबर की रात एक बार फिर मुरैना दहल उठा. बीती रात 12:10 बजे टंच रोड राठौर कॉलोनी में एक मकान में हुए बारूद से विस्फोट के बाद तीन मकान पूरी तरह ध्वस्त हो गए. घटना में अगल-बगल के मकान भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं. इस भीषण विस्फोट में 4 महिलाओं की मौत हो गई. जिनकी डेड बॉडी मिल चुकी है. वहीं 6 लोग घायल हैं, जिन्हें इलाज के लिए ग्वालियर रेफर किया गया है. सूचना मिलने पर बीती रात से ही स्थानीय प्रशासन के अधिकारी, पुलिस अधिकारी, नगर निगम की टीम सहित सभी राहत व बचाव कार्य में जुटे हुए हैं. घटनास्थल पर भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात है. पुलिस मामले की तकनीकी जांच में जुटी हुई है.
दो मंजिला घर में हुआ जोरदार विस्फोट
शहर की राठौर कॉलोनी में रहने वाले मुंशीलाल राठौर के दो मंजिला मकान में सोमवार की रात करीब 12:10 बजे जोरदार विस्फोट हुआ. धमाके से मुंशीलाल का मकान ढहा और उसकी ऊपरी मंजिल पर सो रही 67 वर्षीय वैजयंती देवी और वैजयंती देवी की 40 वर्षीय बेटी विमलादेवी (निवासी आगरा) मलबे में दब गईं. जबकि 38 वर्षीय राजू कुशवाह बुरी तरह जख्मी हो गया. विस्फोट की वजह से मुंशीलाल के मकान के पड़ोस में दायीं ओर स्थित वासुदेव राठौर और राकेश राठौर के मकान भी जमींदोज हो गए.
मलबे में दबे लोग का रेस्क्यू, 4 की मौत
दीवार के मलबे में दबने से वासुदेव की बहू 26 वर्षीय पूजा की मौत हो गई. जबकि 2 वर्षीय नाती शिवांशु, 9 वर्षीय अनुज राठौर, 5 वर्षीय बेटू, 30 वर्षीय सत्यवीर राठौर व पत्नी कृष्णा जख्मी हो गए. वहीं मुंशीलाल के मकान के पिछले हिस्से में स्थित कल्लूराम राठौर के मकान की दीवार ढहने से उनका पुत्र कन्हैया राठौर घायल हो गया. मुंशीलाल के मकान के बांयी ओर रहने वाले राकेश राठौर जख्मी हो गए, जबकि उनकी 45 वर्षीय पत्नी विद्यादेवी राठौर की मौत हो गई. विस्फोट की सूचना मिलने के बाद देर रात ही एसपी समीर सौरभ, एएसपी गुलाब सिंह धाकड़ सहित पुलिस फोर्स और नगर निगम का अमला मौके पर पहुंच गया था.
मौके पर तुरंत पहुंचा प्रशासनिक अमला
मलबे में दबे लोगों को निकालने के लिए रेस्क्यू शुरू किया गया. करीब 13 से 14 घंटे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद मलबे में दबी महिला बैजंतीदेवी और उसकी बेटी विमलादेवी को मंगलवार दोपहर तक निकाला जा सका. जिन्हें चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया. वहीं 6 गंभीर घायलों का इलाज ग्वालियर में चल रहा है. इस मामले में ADM सीबी प्रसाद ने बताया की 'इस हादसे में चार महिलाओं की मौत हुई है और कुछ लोग घायल हुए हैं. जिनका इलाज जारी है.'
- मुरैना में भीषण विस्फोट, ब्लास्ट से भरभराकर गिरा मकान, मां बेटी मलबे में दबीं
मंगलवार की सुबह पहुंचे आईजी सुशांत सक्सेना, डीआईजी कुमार सौरभ, प्रभारी कलेक्टर विवेक कुमार, पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ, एडीएम सीबी प्रसाद ने घटनास्थल का निरीक्षण किया. पीड़ित परिवारों से भी मिलकर बातचीत की और घटनाक्रम की जानकारी ली. घटनाक्रम के बाद कोई भी पुलिस अधिकारी यह बताने की स्थिति में नहीं है कि विस्फोट किसका हुआ है. अधिकारी कंप्रेसर और सिलेंडर फटने की भी संभावना बता रहे हैं, जबकि पीड़ित परिजनों के मुताबिक यह विस्फोट बारूद से हुआ है.
राठौर परिवार का एक युवक बारूद का काम करता था. फिलहाल एफएसएल टीम एवं पुलिस द्वारा मामले की तकनीकी जांच की जा रही है. हालांकि हादसे में जमींदोज हुए मकानों के मलबे से विस्फोटक की तीखी गंध आ रही थी. जिससे लगता था कि बड़ी मात्रा में विस्फोटक का भंडारण हादसे की वजह रहा होगा.
आगरा से मुरैना शादी में शामिल होने आई थी विमला
राठौर कॉलोनी बम विस्फोट में मां वैजयंती कुशवाह के साथ बेटी विमला की भी मौत हो गई. बताया जा रहा है कि विमला आगरा यानि अपनी ससुराल से ताऊ की बेटी की शादी में शामिल होने आई थी. सोमवार रात धौलपुर फलदान देकर आए थे. बुधवार 27 नवंबर को शादी थी और घर में खुशियों का माहौल था, लेकिन रात को घड़ी की सुई 12:10 बजे पहुंची तो अचानक विस्फोट हुआ और मां बेटी दब गईं, जिनकी लाश मंगलवार की दोपहर बरामद हुई है.
रामविलास राठौर पर मामला दर्ज करने की गुहार
विस्फोट कांड में बहन व मां को खोने वाले बड़े लड़के लल्लू ने समाज व परिवार के लोगों के साथ मंगलवार की दोपहर कोतवाली पहुंचकर रामविलास राठौर और उसके परिवार के विरुद्ध मामला दर्ज करने की मांग की. लल्लू भाई का कहना था कि 'उनके घर से बारूद बरामद हुआ है. जिसका वीडियो उनके पास है और यह पहले से भी बारूद का काम करते रहे हैं. दीपावली पर भी आतिशबाजी की दुकान लगाई थी. पुलिस द्वारा पीड़ित परिवार को उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया गया है.