ETV Bharat / bharat

ओडिशा के 15वें मुख्यमंत्री बने मोहन चरण माझी, राज्यपाल ने दिलाई शपथ, पीएम मोदी रहे मौजूद - Mohan Charan Majhi Oath Ceremony

author img

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jun 12, 2024, 4:57 PM IST

Updated : Jun 12, 2024, 5:43 PM IST

Mohan Charan Majhi Odisha CM Oath Ceremony: ओडिशा में भाजपा पहली बार अपने दम पर सत्ता में आई है. आदिवासी नेता मोहन चरण माझी राज्य में भाजपा के पहले मुख्यमंत्री बन गए हैं. उन्होंने ओडिशा के 15वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की.

Mohan Charan Majhi Odisha CM Oath Ceremony
मोहन चरण माझी ओडिशा के 15वें मुख्यमंत्री बने (ANI)

भुवनेश्वर: आदिवासी नेता मोहन चरण माझी ओडिशा के 15वें मुख्यमंत्री बन गए हैं. राज्यपाल रघुवर दास ने बुधवार को भुवनेश्वर में आयोजित समारोह में माझी को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, यूपी के सीएम योग आदित्यनाथ और ओडिशा के निवर्तमान सीएम नवीन पटनायक समेत तमाम नेता शामिल हुए.

वहीं, केवी सिंह देव और प्रभाती परिदा ने उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की. ओडिश की नई सरकार में मोहन माझी के साथ कुल 16 मंत्रियों को शपथ दिलाई गई. सुरेश पुजारी, रबि नारायण नाइक, नित्यानंद गोंड, कृष्ण चंद्र पात्रा, पृथ्वीराज हरिचंदन, मुकेश महालिंग, विभूति भूषण जेना और कृष्ण चंद्र महापात्रा ने मंत्री के रूप में शपथ ली.

मंगलवार को भाजपा विधायक दल की बैठक में क्योंझर से चार बार के विधायक मोहन माझी को ओडिशा का अगला मुख्यमंत्री नामित किया गया था.

इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए भुवनेश्वर पहुंचे. ओडिशा की राज्यापल रघुवर दास और मनोनीत सीएम माझी ने एयरपोर्ट पर पीएम मोदी का स्वागत किया.

2000 में पहली बार विधायक बने मोहन माझी
मोहन माझी ने सरपंच के रूप में राजनीति करियर शुरू किया और 1997 से 2000 तक सरपंच के रूप में कार्य किया. वह पहली बार वर्ष 2000 में क्योंझर से विधायक चुने गए थे. वह क्योंझर विधानसभा सीट से चौथी बार विधायक बने हैं. इससे पहले वह 2000, 2004 और 2019 में विधायक चुने गए थे. भाजपा नेता माझी बीजेडी-भाजपा गठबंधन सरकार में उप-मुख्य सचेतक के रूप में कार्य कर चुके हैं. दोनों दल 2005 से 2009 तक राज्य में गठबंधन में थे.

माझी भाजपा के जुझारू कार्यकर्ता हैं. वह लोगों की सेवा और संगठनात्मक कौशल के लिए जाने जाते हैं. मुख्यमंत्री पद के लिए उनका चयन ओडिशा में एक मजबूत आदिवासी दृष्टिकोण को दर्शाता है.

मोहन माझी के चुनावी हलफनामे के अनुसार उन्हों 1987 में झुमपुरा हाई स्कूल से 10वीं और 1990 में आनंदपुर कॉलेज से 12वीं कक्षा पास किया. इसके बाद उन्होंने क्योंझर के चंपुआ में चंद्रशेखर कॉलेज से बीए की डिग्री और ढेंकनाल लॉ कॉलेज से एलएलबी की डिग्री हासिल की. चुनावी हलफनामे के मुताबिक मोहन माझी के ऊपर दो केस दर्ज हैं.

यह भी पढ़ें- मोहन माझी: सरपंच से शुरू की राजनीति, चौथी बार विधायक बने...अब ओडिशा में भाजपा के पहले मुख्यमंत्री बनेंगे

भुवनेश्वर: आदिवासी नेता मोहन चरण माझी ओडिशा के 15वें मुख्यमंत्री बन गए हैं. राज्यपाल रघुवर दास ने बुधवार को भुवनेश्वर में आयोजित समारोह में माझी को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, यूपी के सीएम योग आदित्यनाथ और ओडिशा के निवर्तमान सीएम नवीन पटनायक समेत तमाम नेता शामिल हुए.

वहीं, केवी सिंह देव और प्रभाती परिदा ने उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की. ओडिश की नई सरकार में मोहन माझी के साथ कुल 16 मंत्रियों को शपथ दिलाई गई. सुरेश पुजारी, रबि नारायण नाइक, नित्यानंद गोंड, कृष्ण चंद्र पात्रा, पृथ्वीराज हरिचंदन, मुकेश महालिंग, विभूति भूषण जेना और कृष्ण चंद्र महापात्रा ने मंत्री के रूप में शपथ ली.

मंगलवार को भाजपा विधायक दल की बैठक में क्योंझर से चार बार के विधायक मोहन माझी को ओडिशा का अगला मुख्यमंत्री नामित किया गया था.

इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए भुवनेश्वर पहुंचे. ओडिशा की राज्यापल रघुवर दास और मनोनीत सीएम माझी ने एयरपोर्ट पर पीएम मोदी का स्वागत किया.

2000 में पहली बार विधायक बने मोहन माझी
मोहन माझी ने सरपंच के रूप में राजनीति करियर शुरू किया और 1997 से 2000 तक सरपंच के रूप में कार्य किया. वह पहली बार वर्ष 2000 में क्योंझर से विधायक चुने गए थे. वह क्योंझर विधानसभा सीट से चौथी बार विधायक बने हैं. इससे पहले वह 2000, 2004 और 2019 में विधायक चुने गए थे. भाजपा नेता माझी बीजेडी-भाजपा गठबंधन सरकार में उप-मुख्य सचेतक के रूप में कार्य कर चुके हैं. दोनों दल 2005 से 2009 तक राज्य में गठबंधन में थे.

माझी भाजपा के जुझारू कार्यकर्ता हैं. वह लोगों की सेवा और संगठनात्मक कौशल के लिए जाने जाते हैं. मुख्यमंत्री पद के लिए उनका चयन ओडिशा में एक मजबूत आदिवासी दृष्टिकोण को दर्शाता है.

मोहन माझी के चुनावी हलफनामे के अनुसार उन्हों 1987 में झुमपुरा हाई स्कूल से 10वीं और 1990 में आनंदपुर कॉलेज से 12वीं कक्षा पास किया. इसके बाद उन्होंने क्योंझर के चंपुआ में चंद्रशेखर कॉलेज से बीए की डिग्री और ढेंकनाल लॉ कॉलेज से एलएलबी की डिग्री हासिल की. चुनावी हलफनामे के मुताबिक मोहन माझी के ऊपर दो केस दर्ज हैं.

यह भी पढ़ें- मोहन माझी: सरपंच से शुरू की राजनीति, चौथी बार विधायक बने...अब ओडिशा में भाजपा के पहले मुख्यमंत्री बनेंगे

Last Updated : Jun 12, 2024, 5:43 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.