वडोदरा: गुजरात के वडोदरा जिले से मॉब लिंचिंग का मामला सामने आया है. पुलिस के मुताबिक, जिले में शुक्रवार रात भीड़ ने चोर होने के शक में तीन युवकों पर हमला कर दिया. इस हमले में एक शख्स की मौके पर ही मौत हो गई. दूसरा भागने में सफल रहा और वहीं गंभीर रुप से घायल एक युवक का इलाज अस्पताल में चल रहा है. भीड़ के हमले में मारे गए शख्स का नाम शहबाज बताया जा रहा है. पुलिस ने 300 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच में जुट गई है. पुलिस के मुताबिक, तीन युवकों का आपराधिक रिकॉर्ड रहा है.
पुलिस के मुताबिक, शुक्रवार की रात चोरी के संदेह में जब भीड़ ने इन तीन युवकों पर हमला किया तो उन्होंने भीड़ को रोकने की कोशिश. युवकों को बचाने की कोशिश में तीन पुलिसकर्मी भी घायल हो गए. सोशल मीडिया पर एक वीडियो इस समय तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें लोगों से अपने इलाके और आस-पास डकैतों के हमलों को रोकने और सतर्क रहने के लिए कहा जा रहा है. यह वीडियो रात में बाहर घूमने वाले लोगों पर हमलों की एक श्रृंखला के बाद सामने आया है.
चोर होने के शक में भीड़ ने एक शख्स को मार डाला
पुलिस के मुताबिक, इन अफवाहों के बीच भीड़ को लगा कि,चाय पीने गए तीन लड़के चोर है, जिसके बाद भीड़ ने उन पर हमला कर दिया. इस घटना में शहबाज नाम का शख्स मॉब लिंचिंग का शिकार हो गया. भीड़ ने जिन तीन लड़कों पर हमला किया, उनके नाम शहबाज, इमरान, साहिल शेख है. ये तीनों वड़ोदरा के ही रहने वाले बताए जा रहे हैं. हमले के दौरान शेख वहां से बच निकला.
मॉब लिंचिंग का आरोप, 300 लोगों पर केस दर्ज
शुक्रवार की घटना के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की. पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर 300 लोगों पर मॉब लिंचिंग का आरोप लगाया है. वहीं, पुलिस ने तीनों लोगों का इतिहास खंगाल रही है. जानकारी मिली कि वे चोरियां करते थे. पुलिस ने भीड़ के हमले के दौरान भागने में सफल रहे एक व्यक्ति को हिरासत में लिया. पुलिस पूछताछ में पता चला कि आरोपी ने शुक्रवार शाम को अजवा रोड से एक बाइक चुराई थी. इसके बाद पानीगेट पुलिस स्टेशन ने तीनों आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की.
गुजरात में चोरी की घटना
पुलिस ने बताया कि यह घटना तब हुई जब तीन कुख्यात अपराधी, जिन पर पहले से ही असामाजिक गतिविधियों की रोकथाम (PASA) अधिनियम के तहत मामला दर्ज है, ने कथित तौर पर घर में सेंध लगाने के लिए वारसिया इलाके में आए हुए थे. इलाके में डकैतों के हमले की अफवाहों के बीच भीड़ ने तीन लोगों को पकड़ लिया, लेकिन एक भागने में सफल रहा. तीनों की पहचान इमरान तिलियावाला (20), शहबाज खान सलीम खान पठान (21) और साहिल साजिद शेख (20) के रूप में हुई है.
स्टाल में पी रहे थे चाय, फिर क्या हुआ
पुलिस ने बताया कि, ये तीनों एकता नगर के निवासी हैं. वे एक चोरी की बाइक पर इलाके में आए थे और वहां रुककर एक स्थानीय स्टॉल पर चाय पी रहे थे और इधर-उधर घूम रहे थे. तभी स्थानीय लोगों ने उनसे पूछताछ शुरू कर दी. वडोदरा के जोन 4 के पुलिस उपायुक्त पन्ना मोमाया ने कहा, "जब स्थानीय लोगों ने इन लोगों से पूछताछ की, तो उन्होंने भागने की कोशिश की... ऐसा लग रहा था कि वे चोरी करने के इरादे से ही इलाके में घुसे थे. भीड़ ने उन्हें पकड़ लिया और बेरहमी से पीटा. शेख भागने में सफल रहा, जबकि तिलियावाला और पठान को भीड़ ने पकड़ लिया.इस दौरान भीड़ के हमले में पठान मारा गया. पुलिस ने हथियारों से भरा एक बैग भी बरामद किया है, जिसका इस्तेमाल कथित तौर पर घरों में चोरी करने के लिए ताले तोड़ने में किया जाता था.
पुलिस ने आरोपियों को दो दिन की रिमांड पर लिया
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार हनीफ कालू दीवान, अब्दुल ताहिर, अब्दुल परवेज कुरैशी, शाहबाज अकिलशा दीवान, साजिदशा, जहुशा दीवान, रवि कांति देवीपूजक, जितेंद्र पांडुरंग पवार, सुनील अमरलाल तिंदवानी और रिफाकत हनीफ शेख को पुलिस ने पकड़ा है. इनमें से रवि कांति देवीपूजक, जितेंद्र पांडुरंग पवार और सुनील अमरलाल तिंदवानी और रिफाकत हनीफ शेख को वडोदरा कोर्ट में पेश किया गया और पुलिस ने विशेष कोर्ट में 2 दिन की रिमांड हासिल की.
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