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केरल में राष्ट्रीय पक्षी मोर को मारने के आरोप में एक शख्स गिरफ्तार, जानें क्या है पूरा मामला - Man Arrested for Killing Peacock - MAN ARRESTED FOR KILLING PEACOCK

Man Arrested for Killing Peacock: केरल के एक व्यक्ति को मोर की अवैध हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. खबर के मुताबिक, आरोपी ने करी बनाने के उद्देश्य से मोर को मारने की बात स्वीकार की थी. हालांकि, उसने इसकी भी बड़ी वजह बताई है. पढ़ें पूरी खबर...

Man Arrested for Killing Peacock
प्रतीकात्मक तस्वीर (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Sep 3, 2024, 3:55 PM IST

कन्नूर: केरल में कन्नूर के तलिपरम्बा निवासी थॉमस को भारत के राष्ट्रीय पक्षी मोर की अवैध हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. शारीरिक रूप से अक्षम थॉमस को कोर्ट में पेशी और रिमांड के बाद फिलहाल जिला जेल में रखा गया है. थॉमस ने अपनी सफाई में कहा कि, मोर के पैर में हल्की चोट लगी हुई थी. उसे लगा कि वह बच नहीं पाएगा. इसलिए उसने मोर को करी बनाकर खाने के उद्देश्य से मारने का फैसला किया.

आरोपी थॉमस ने मोर को लकड़ी से मारा, जिससे उसकी मौत हो गई. बाद में उसने पक्षी को साफ करके उसके अवशेषों को पास के एक बेकार पड़े कुएं में फेंक दिया.

हालांकि, तलिपरम्बा रेंज अधिकारी पी रथीश और उनकी टीम थॉमस के बयान को पूरी तरह से स्वीकार नहीं कर रही है. वन विभाग ने इस बात की चिंता जताई है कि मोर जाल में फंस सकता है, क्योंकि घटना जिस इलाके में हुई, वहां आबादी कम है. इसके अलावा, जिस कुएं में अवशेषों को फेंका गया, वहां आम लोगों की पहुंच नहीं है, जिससे संदेह और बढ़ गया है. मामले की जांच जारी है . वन विभाग का कहना है कि, मोर की हत्या एक गंभीर अपराध है, जिसके लिए तीन से सात साल की जेल की सजा हो सकती है.

ये भी पढ़ें: जानें, कब मोर को मिला राष्ट्रीय पक्षी का दर्जा

कन्नूर: केरल में कन्नूर के तलिपरम्बा निवासी थॉमस को भारत के राष्ट्रीय पक्षी मोर की अवैध हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. शारीरिक रूप से अक्षम थॉमस को कोर्ट में पेशी और रिमांड के बाद फिलहाल जिला जेल में रखा गया है. थॉमस ने अपनी सफाई में कहा कि, मोर के पैर में हल्की चोट लगी हुई थी. उसे लगा कि वह बच नहीं पाएगा. इसलिए उसने मोर को करी बनाकर खाने के उद्देश्य से मारने का फैसला किया.

आरोपी थॉमस ने मोर को लकड़ी से मारा, जिससे उसकी मौत हो गई. बाद में उसने पक्षी को साफ करके उसके अवशेषों को पास के एक बेकार पड़े कुएं में फेंक दिया.

हालांकि, तलिपरम्बा रेंज अधिकारी पी रथीश और उनकी टीम थॉमस के बयान को पूरी तरह से स्वीकार नहीं कर रही है. वन विभाग ने इस बात की चिंता जताई है कि मोर जाल में फंस सकता है, क्योंकि घटना जिस इलाके में हुई, वहां आबादी कम है. इसके अलावा, जिस कुएं में अवशेषों को फेंका गया, वहां आम लोगों की पहुंच नहीं है, जिससे संदेह और बढ़ गया है. मामले की जांच जारी है . वन विभाग का कहना है कि, मोर की हत्या एक गंभीर अपराध है, जिसके लिए तीन से सात साल की जेल की सजा हो सकती है.

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