बुलढाणा : महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले में आदिवासी क्षेत्रों में आज भी सड़कें नहीं हैं. इस कारण 16 वर्षीय लड़की की मौत हो गई. घटना जिले के जलगांव जामोद तालुका के सतपुड़ा रेंज के आदिवासी गांव गोमल की.
बताया गया कि गोमल गांव की लड़की सागरी हीरू बामन्या (उम्र-16 वर्ष) को शनिवार शाम अचानक उल्टी होने लगी. लड़की की हालत ज्यादा बिगड़ने पर ग्रामीणों ने उसे अस्पताल ले जाने का फैसला किया. लेकिन गांव सड़क न होने के कारण ग्रामीणों ने कपड़े से अस्थाई स्ट्रेचर बनाया और लकड़ी के सहारे कंधे पर लादकर उसे अस्पताल ले जा रहे थे. लेकिन दुर्भाग्य से अस्पताल से थोड़ी दूरी पर लड़की की मौत हो गई.
सड़क और स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में इस लड़की को अपनी जान गंवानी पड़ी. हैरानी की बात यह है कि लड़की की मौत के बाद भी शव को कपड़े के स्ट्रेचर में रखकर कंधे पर लाना पड़ा.
ग्रामीणों में गुस्सा
मूलभूत सुविधाओं के अभाव में लड़की की इस तरह मौत होने से ग्रामीणों में गुस्सा है. वहीं, इस घटना की भीम आर्मी ने भी निंदा की है. भीम आर्मी का कहना है कि राज्य सरकार नई-नई योजनाओं की घोषणा कर रही है. सरकार की ओर से राज्य में महिलाओं और लड़कियों के लिए लाडकी बहिन योजना 2024 चलाई जा रही है. लेकिन गांव में रहने वाली इन प्यारी बहनों को इलाज नहीं मिल पा रहा है. गांव में महिलाओं के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा की कोई व्यवस्था नहीं है. इतना ही नहीं गांव से शहर तक पक्की सड़कें भी नहीं हैं.
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