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भूल जाइए एग्‍ज‍िट पोल, महाराष्‍ट्र में हो सकता है खेला, समझें मतदान में एक्स्ट्रा 3.5 फीसदी वोटिंग का इशारा - MAHARASHTRA

उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार महाराष्ट्र में 65 प्रतिशत से ज्यादा मतदान हुआ. वहीं, पिछले विधानसभा चुनाव में यह आंकड़ा 61.4 फीसदी था.

महाराष्ट्र में वोटिंग
महाराष्ट्र में वोटिंग (सांकेतिक तस्वीर)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Nov 21, 2024, 4:01 PM IST

मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए बुधवार को हुए मतदान में भारी संख्या में लोगों ने वोटिंग की. उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार मतदान 65 प्रतिशत को पार कर गया. 1995 के बाद यह पहला मौका है, जब राज्य में इतनी तादाद में वोटिंग हुई. इससे पहले इसी साल महाराष्ट्र में लोकसभा चुनावों में 61.39 प्रतिशत वोटिंग हुई थी, जबकि 2019 के विधानसभा चुनावों में 61.4 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था.

महाराष्ट्र में मतदान प्रतिशत में वृद्धि का क्रेडिट सत्तारूढ़ महायुति और विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) द्वारा किए गए उग्र अभियान को दिया जा रहा है. माना जा रहा दोनों गठबंधन की तरफ से किए गए अभियान के कारण यहां करीबी मुकाबला देखने को मिल सकता है.

3.5 प्रतिशत ज्यादा वोटिंग
बता दें कि लोकसभा चुनावों के दौरान महायुति गठबंधन में तीन दलों - भाजपा, शिवसेना और एनसीपी -ने कुल मिलाकर 42.71 प्रतिशत वोट प्राप्त किए, जबकि महा विकास अघाड़ी के तीनों प्रमुख सहयोगियों - कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी (शरद पवार) ने कुल मिलाकर 43.91 प्रतिशत वोट प्राप्त किए थे. ऐसे में विधानसभा में हुए मतदान में लगभग 3.5 प्रतिशत की वृद्धि चुनाव में हार-जीत तय करने में अहम किरदार अदा कर सकती है.

दरअसल, 2019 में 8.85 करोड़ रजिस्टर्ड मतदाताओं की संख्या इस बार 9.5 प्रतिशत बढ़कर 9.69 करोड़ हो गई है. इसलिए बढ़े हुए वोट बेस पर अधिक मतदान शनिवार को घोषित होने वाले परिणामों में एक महत्वपूर्ण फैक्टर बनने वाला है.

देवेंद्र फडणवीस ज्यादा मतदान से फायदे की उम्मीद
यह दावा करते हुए कि बढ़े हुए मतदान से सत्तारूढ़ महायुति को मदद मिलेगी, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, "जब भी मतदान में वृद्धि होती है, तो भाजपा को राजनीतिक रूप से लाभ होता है. यह स्पष्ट है कि पिछले चुनावों की तुलना में विधानसभा चुनावों में मतदान प्रतिशत बढ़ा है. इससे भाजपा और महायुति दोनों को मदद मिलेगी."

नाना पटोले का जीत का दावा
वहीं, राज्य कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने कहा कि एमवीए चुनाव जीतने जा रहा है. विधानसभा चुनाव को लेकर लोगों में काफी उत्साह है और महाराष्ट्र के स्वाभिमानी नागरिक ऐसी सरकार चुनेंगे, जो राज्य के कल्याण को प्राथमिकता दे. उन्होंने दावा किया कि जनता की प्रतिक्रिया को देखते हुए कांग्रेस पार्टी राज्य में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी. राज्य में महा विकास अघाड़ी की सरकार बनना तय है."

भारतीय चुनाव आयोग (ECI) की ओर से जारी प्रोविजनल नंबर्स से पता चलता है कि शहरी मतदाताओं की तुलना में ग्रामीण वोटर्स बड़ी संख्या में घरों से बाहर निकले. सबसे अधिक मतदान पश्चिमी महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले में दर्ज किया गया, जहां 76.25 प्रतिशत वोटिंग हुई. वहीं, मुंबई सिटी में 52.07 प्रतिशत मतदान हुआ.

करवीर विधानसभा सीट पर सबसे वोटिंग
कोल्हापुर जिले की करवीर विधानसभा सीट पर सबसे अधिक 84.79 प्रतिशत मतदान हुआ, जहां करवीर में मुकाबला दिवंगत विधायक पी एन पाटिल के बेटे कांग्रेस उम्मीदवार राहुल पाटिल और शिंदे सेना के चंद्रदीप नारके के बीच है.

कोलाबा निर्वाचन क्षेत्र में सबसे कम मतदान
दक्षिण मुंबई के कोलाबा निर्वाचन क्षेत्र में सबसे कम 44.49 प्रतिशत मतदान हुआ. यहां भाजपा के राहुल नार्वेकर का मुकाबला कांग्रेस के हीरा देवासी से है. हाई-प्रोफाइल बारामती विधानसभा सीट पर मतदान 71.03 प्रतिशत रहा, जहां उपमुख्यमंत्री अजीत पवार अपने भतीजे और एनसीपी (शरद पवार) उम्मीदवार युगेंद्र पवार से मुकाबला कर रहे हैं. यहां 2019 के चुनावों में 68.82 प्रतिशत वोटिंग हुई थी. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की कोपरी-पचपाखड़ी सीट पर रात 11.45 बजे तक 59.85 प्रतिशत मतदान हु, जबकि उपमुख्यमंत्री फडणवीस की नागपुर दक्षिण पश्चिम सीट पर 54.49 प्रतिशत मतदान हुआ था.

वहीं, कुछ स्थानों पर हिंसा की घटनाओं ने भी मतदान को प्रभावित किया. नासिक की नंदगांव विधानसभा में शिवसेना उम्मीदवार सुहास कांडे और निर्दलीय उम्मीदवार समीर भुजबल के बीच तनावपूर्ण टकराव हुआ. इसी तरह बीड की परली विधानसभा सीट पर एनसीपी (शरद पवार) और एनसीपी के कार्यकर्ताओं के बीच मारपीट हुई. कई मतदान केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरों की खराबी की भी शिकायतें मिलीं और घाटनंदूर इलाके में कुछ कार्यकर्ताओं द्वारा धमकाने और बल प्रयोग की खबरें आईं. कुछ ईवीएम क्षतिग्रस्त हो गईं और तीन मतदान केंद्रों पर एक घंटे से अधिक समय तक मतदान रुका रहा.

एग्जिट पोल में एनडीए की जीत का दावा?
इस बीच महाराष्ट्र चुनाव के एग्जिट पोल भी सामने आ गए हैं. ज्यादातर एग्जिट पोल में एनडीए की जीत का दावा किया गया है. न्यूज-24 चाणक्य के एग्जिट पोल के अनुसार राज्य में भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन को 47 प्रतिशत वोट शेयर के साथ 152 से 160 सीटें मिलने का अनुमान है. वहीं, पीपुल्स पल्स एग्जिट पोल में महायुति को 180 से ज्यादा सीट मिलने का दावा किया गया है. मैट्रिज के एग्जिट पोल ने महायुति को 150 से 170 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है, जबकि पी-मार्क एग्जिट ने अपने पोल में एनडीए को 137-157 सीटें दी हैं.

महाराष्ट्र में कुल वोटर्स की संख्या
महाराष्ट्र में कुल वोटर्स की संख्या करीब 9.7 करोड़ है, जिनमें से 5 करोड़ पुरुष, 4.69 करोड़ महिलाएं और 6,101 अन्य हैं. चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार विधानसभा चुनाव के लिए 4,136 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें से 3,771 पुरुष उम्मीदवार, 363 महिला उम्मीदवार और दो अन्य उम्मीदवार हैं.

यह भी पढ़ें- महाराष्ट्र चुनाव 2024: मतदान केंद्र पर पड़ा दिल का दौरा, निर्दलीय उम्मीदवार की मौत

मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए बुधवार को हुए मतदान में भारी संख्या में लोगों ने वोटिंग की. उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार मतदान 65 प्रतिशत को पार कर गया. 1995 के बाद यह पहला मौका है, जब राज्य में इतनी तादाद में वोटिंग हुई. इससे पहले इसी साल महाराष्ट्र में लोकसभा चुनावों में 61.39 प्रतिशत वोटिंग हुई थी, जबकि 2019 के विधानसभा चुनावों में 61.4 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था.

महाराष्ट्र में मतदान प्रतिशत में वृद्धि का क्रेडिट सत्तारूढ़ महायुति और विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) द्वारा किए गए उग्र अभियान को दिया जा रहा है. माना जा रहा दोनों गठबंधन की तरफ से किए गए अभियान के कारण यहां करीबी मुकाबला देखने को मिल सकता है.

3.5 प्रतिशत ज्यादा वोटिंग
बता दें कि लोकसभा चुनावों के दौरान महायुति गठबंधन में तीन दलों - भाजपा, शिवसेना और एनसीपी -ने कुल मिलाकर 42.71 प्रतिशत वोट प्राप्त किए, जबकि महा विकास अघाड़ी के तीनों प्रमुख सहयोगियों - कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी (शरद पवार) ने कुल मिलाकर 43.91 प्रतिशत वोट प्राप्त किए थे. ऐसे में विधानसभा में हुए मतदान में लगभग 3.5 प्रतिशत की वृद्धि चुनाव में हार-जीत तय करने में अहम किरदार अदा कर सकती है.

दरअसल, 2019 में 8.85 करोड़ रजिस्टर्ड मतदाताओं की संख्या इस बार 9.5 प्रतिशत बढ़कर 9.69 करोड़ हो गई है. इसलिए बढ़े हुए वोट बेस पर अधिक मतदान शनिवार को घोषित होने वाले परिणामों में एक महत्वपूर्ण फैक्टर बनने वाला है.

देवेंद्र फडणवीस ज्यादा मतदान से फायदे की उम्मीद
यह दावा करते हुए कि बढ़े हुए मतदान से सत्तारूढ़ महायुति को मदद मिलेगी, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, "जब भी मतदान में वृद्धि होती है, तो भाजपा को राजनीतिक रूप से लाभ होता है. यह स्पष्ट है कि पिछले चुनावों की तुलना में विधानसभा चुनावों में मतदान प्रतिशत बढ़ा है. इससे भाजपा और महायुति दोनों को मदद मिलेगी."

नाना पटोले का जीत का दावा
वहीं, राज्य कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने कहा कि एमवीए चुनाव जीतने जा रहा है. विधानसभा चुनाव को लेकर लोगों में काफी उत्साह है और महाराष्ट्र के स्वाभिमानी नागरिक ऐसी सरकार चुनेंगे, जो राज्य के कल्याण को प्राथमिकता दे. उन्होंने दावा किया कि जनता की प्रतिक्रिया को देखते हुए कांग्रेस पार्टी राज्य में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी. राज्य में महा विकास अघाड़ी की सरकार बनना तय है."

भारतीय चुनाव आयोग (ECI) की ओर से जारी प्रोविजनल नंबर्स से पता चलता है कि शहरी मतदाताओं की तुलना में ग्रामीण वोटर्स बड़ी संख्या में घरों से बाहर निकले. सबसे अधिक मतदान पश्चिमी महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले में दर्ज किया गया, जहां 76.25 प्रतिशत वोटिंग हुई. वहीं, मुंबई सिटी में 52.07 प्रतिशत मतदान हुआ.

करवीर विधानसभा सीट पर सबसे वोटिंग
कोल्हापुर जिले की करवीर विधानसभा सीट पर सबसे अधिक 84.79 प्रतिशत मतदान हुआ, जहां करवीर में मुकाबला दिवंगत विधायक पी एन पाटिल के बेटे कांग्रेस उम्मीदवार राहुल पाटिल और शिंदे सेना के चंद्रदीप नारके के बीच है.

कोलाबा निर्वाचन क्षेत्र में सबसे कम मतदान
दक्षिण मुंबई के कोलाबा निर्वाचन क्षेत्र में सबसे कम 44.49 प्रतिशत मतदान हुआ. यहां भाजपा के राहुल नार्वेकर का मुकाबला कांग्रेस के हीरा देवासी से है. हाई-प्रोफाइल बारामती विधानसभा सीट पर मतदान 71.03 प्रतिशत रहा, जहां उपमुख्यमंत्री अजीत पवार अपने भतीजे और एनसीपी (शरद पवार) उम्मीदवार युगेंद्र पवार से मुकाबला कर रहे हैं. यहां 2019 के चुनावों में 68.82 प्रतिशत वोटिंग हुई थी. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की कोपरी-पचपाखड़ी सीट पर रात 11.45 बजे तक 59.85 प्रतिशत मतदान हु, जबकि उपमुख्यमंत्री फडणवीस की नागपुर दक्षिण पश्चिम सीट पर 54.49 प्रतिशत मतदान हुआ था.

वहीं, कुछ स्थानों पर हिंसा की घटनाओं ने भी मतदान को प्रभावित किया. नासिक की नंदगांव विधानसभा में शिवसेना उम्मीदवार सुहास कांडे और निर्दलीय उम्मीदवार समीर भुजबल के बीच तनावपूर्ण टकराव हुआ. इसी तरह बीड की परली विधानसभा सीट पर एनसीपी (शरद पवार) और एनसीपी के कार्यकर्ताओं के बीच मारपीट हुई. कई मतदान केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरों की खराबी की भी शिकायतें मिलीं और घाटनंदूर इलाके में कुछ कार्यकर्ताओं द्वारा धमकाने और बल प्रयोग की खबरें आईं. कुछ ईवीएम क्षतिग्रस्त हो गईं और तीन मतदान केंद्रों पर एक घंटे से अधिक समय तक मतदान रुका रहा.

एग्जिट पोल में एनडीए की जीत का दावा?
इस बीच महाराष्ट्र चुनाव के एग्जिट पोल भी सामने आ गए हैं. ज्यादातर एग्जिट पोल में एनडीए की जीत का दावा किया गया है. न्यूज-24 चाणक्य के एग्जिट पोल के अनुसार राज्य में भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन को 47 प्रतिशत वोट शेयर के साथ 152 से 160 सीटें मिलने का अनुमान है. वहीं, पीपुल्स पल्स एग्जिट पोल में महायुति को 180 से ज्यादा सीट मिलने का दावा किया गया है. मैट्रिज के एग्जिट पोल ने महायुति को 150 से 170 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है, जबकि पी-मार्क एग्जिट ने अपने पोल में एनडीए को 137-157 सीटें दी हैं.

महाराष्ट्र में कुल वोटर्स की संख्या
महाराष्ट्र में कुल वोटर्स की संख्या करीब 9.7 करोड़ है, जिनमें से 5 करोड़ पुरुष, 4.69 करोड़ महिलाएं और 6,101 अन्य हैं. चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार विधानसभा चुनाव के लिए 4,136 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें से 3,771 पुरुष उम्मीदवार, 363 महिला उम्मीदवार और दो अन्य उम्मीदवार हैं.

यह भी पढ़ें- महाराष्ट्र चुनाव 2024: मतदान केंद्र पर पड़ा दिल का दौरा, निर्दलीय उम्मीदवार की मौत

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