मुंबई: बीजेपी के बागी नेता गोपाल सेट्टी और मराठा आंदोलन कार्यकर्ता मनोज जरांगे पाटिल ने नामांकन वापस ले लिया है. सोमवार को नामांकन वापस लेने का आखिरी दिन है. गोपाल शेट्टी ने सोमवार को महाराष्ट्र की बोरीवली विधानसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपनी उम्मीदवारी वापस लेने की घोषणा की. इससे पहले मुंबई उत्तर लोकसभा सीट से दो बार सांसद रहे गोपाल शेट्टी ने टिकट काटे जाने के बाद बगावत कर दिया था.
इससे पहले महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेन्द्र फडणवीस ने कहा था कि बागी भी उनके लोग हैं और विश्वास जताया कि पार्टी सभी को समझाने में सफल होगी. फडणवीस ने 2 नवंबर को कहा, 'वे (बागी) भी हमारे अपने लोग हैं, उन्हें समझाना हमारा कर्तव्य है. कभी-कभी बहुत गुस्सा होता है लेकिन उन्होंने पार्टी के व्यापक हित में अपनी मानसिकता बनाई है, मुझे विश्वास है कि हम सभी को समझाने में सफल होंगे.'
भाजपा ने बोरीवाली से मौजूदा विधायक सुनील राणे की जगह संजय उपाध्याय को मैदान में उतारा है. भाजपा नेताओं के अनुसार इससे पहले गोपालजी शेट्टी ने देवेंद्र फडणवीस और अन्य नेताओं से मुलाकात की थी और उन्हें आश्वासन दिया था कि वह ऐसा कुछ नहीं करेंगे जिससे पार्टी को नुकसान हो.
शेट्टी ने 2014 और 2019 में मुंबई उत्तर लोकसभा सीट जीती, लेकिन 2024 के आम चुनावों में उन्हें टिकट नहीं दिया गया. यह सीट भाजपा के वरिष्ठ नेता पीयूष गोयल ने जीती. पीयूष गोयल केंद्रीय मंत्री हैं. शेट्टी ने 2004 और 2009 में बोरीवली विधानसभा सीट का भी प्रतिनिधित्व किया. वह कई वर्षों तक क्षेत्र से नगरसेवक भी रहे हैं.
मनोज जरांगे ने वापस लिया अपना नाम
मराठा कार्यकर्ता मनोज जरांगे ने राज्य में 2024 के विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार उतारने की घोषणा की है. हालांकि, सहयोगियों की ओर से नामांकन दाखिल नहीं करने के कारण उन्होंने विधानसभा चुनाव से अपना नाम वापस ले लिया. मनोज जरांगे ने आज सुबह इंटरवली सरती में यह घोषणा की. मनोज जरांगे ने कहा, 'चुनाव किसी एक जाति के आधार पर नहीं लड़ा जा सकता है.
उन्होंने कहा, 'हम विधानसभा चुनाव 2024 के लिए उम्मीदवार नहीं देंगे क्योंकि समुदाय के सदस्यों से उम्मीदवारों की सूची प्राप्त नहीं हुई है. अब यह समुदाय के सदस्यों पर ही निर्भर है कि वे किसे चुनेंगे.