छिंदवाड़ा। मध्य प्रदेश में अब शिक्षा के लिए छात्रों को परेशान नहीं होना पड़ेगा, कई बार दूरी और रास्ते में आने वाली समस्याओं को लेकर छात्र कॉलेज नहीं पहुंच पाते थे लिहाजा कॉलेज तक पहुंचने में आवागमन की परेशानियों से जूझ रहे छात्रों के लिए अच्छी खबर है. मध्य प्रदेश के पीएम कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस तक सरकार छात्रों को ₹1 में पहुंचाएगी. जिसके लिए सभी जिलों पीएम कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस विद्यार्थी बस सेवा शुरू किया है.
छात्रों को ₹1 में कॉलेज पहुंचाएगी सरकार
मध्य प्रदेश के 55 जिलों में कॉलेज को उन्नयन कर शिक्षा के स्तर बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस की शुरुआत की गई है. इसका उद्घाटन इंदौर से केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने किया. जिला मुख्यालय के कॉलेज तक पहुंचने में अभी सबसे बड़ी दिक्कत छात्रों को आवागमन की होती थी. ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों में परिवहन सुविधा नहीं होने की वजह से कई छात्र पढ़ाई से वंचित रह जाते थे. इस परेशानी को देखते हुए सरकार ने सभी 55 जिलों में प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस विद्यार्थी बस सेवा शुरू की है. जिसके चलते ये बसें विद्यार्थियों को अपने गांव से एक रुपए प्रतिदिन में कॉलेज तक लाएगी और ले जाएगी.
छात्रों को परिवहन की नहीं आएगी समस्या
भाजपा के वरिष्ठ नेता व बैतूल के विधायक हेमंत खंडेलवाल ने छिंदवाड़ा में पत्रकार वार्ता के दौरान बताया कि 'मध्य प्रदेश सरकार शिक्षा को लेकर काफी संवेदनशील है. हर छात्र उच्च शिक्षा प्राप्त कर सके, इसके लिए प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस की शुरुआत की गई है. खास बात यह है कि ग्रामीण क्षेत्र और आदिवासी अंचलों के छात्राओं को कॉलेज तक पहुंचाने में परिवहन की दिक्कत आती थी. जिससे कई छात्र ऐसे हैं जो कॉलेज की पढ़ाई नहीं कर पाते थे. अब सरकार कॉलेज तक छात्रों को पहुंचाने के लिए ₹1 प्रतिदिन में बस का संचालन कर रही है. इसमें कोई भी छात्र-छात्राएं कॉलेज तक जाकर प्रतिदिन ₹1 खर्च कर अपनी पढ़ाई जारी रख सकता है.'
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पुराने कॉलेजों को किया गया है अपग्रेड
मध्य प्रदेश सरकार ने पुराने कॉलेजों को अपग्रेड किया है. इसके तहत उन्हें पीएम कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस बनाया गया है. जिसके चलते जहां पर अब तक छात्र आर्ट एवं कॉमर्स पढ़ते थे. अगर वह कॉलेज इस श्रेणी में आ गया है, तो उसमें साइंस की और टेक्निकल पढ़ाई भी कराई जाएगी. इसके अलावा उच्च श्रेणी के लैब भी यहां पर बनाए जाएंगे, ताकि शिक्षा में सुधार हो सके. इन कॉलेज में उन प्रोफेसर को लाया जा रहा है. जहां पर विषय विशेषज्ञ शिक्षक तो हैं, लेकिन उस विषय की पढ़ाई नहीं होती है. ऐसे प्रोफेसर पीएम कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस में शिफ्ट किए जा रहे हैं.