दंतेवाड़ा: दंतेवाड़ा में एक साथ 6 नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण किया है. इसमें एक इनामी महिला नक्सली शामिल है. दंतेवाड़ा के एसपी गौरव राय ने इसकी पुष्टि की है. लोन वर्राटू अभियान को नक्सलियों के खिलाफ चलाया गया है. दंतेवाड़ा जिले में पुलिस के इस कैंपेन को लगातार सफलता मिल रही है. जिसके तहत मुख्य धारा से भटके युवा जो नक्सल विचारधारा से जुड़ें हैं उन्हें समाज की मुख्य धारा में वापस लाने का प्रयास किया जाता है. इस अभियान की दंतेवाड़ा जिले स्तर और बस्तर स्तर पर भी तारीफ हुई है.
सरेंडर करने वाले नक्सलियों के बारे में जानिए: दंतेवाड़ा एसपी गौरव राय के सामने जिन नक्सलियों ने सरेंडर किया है. उनमें महिला नक्सली मासे मड़काम शामिल हैं. उसके ऊपर एक लाख रुपये का इनाम था. सरेंडर करने वाली नक्सली कटेकल्याण एरिया कमेटी के चिकपाल आरपीसी में कार्यरत थी. दूसरे नक्सली का नाम सोमारू है वह मलांगीर एरिया कमेटी में शामिल था.
सरेंडर करने अन्य नक्सलियों के बारे में जानिए
- नक्सली नंदा कोर्राम: ये दण्डकारण्य आदिवासी किसान मजदूर संगठन का सदस्य है
- नक्सली देवा मड़काम: ये बुरगुम आरपीसी मिलिशिया सदस्य है
- नक्सली दस्सू कड़ती: ये भैरमगढ़ एरिया कमेटी का सदस्य है
- नक्सली जयराम कड़ती: ये फुलगट्टा आरपीसी सीएनएम (चेतना नाट्य मंच) है
सरेंडर करने वाले नक्सलियों को दी गई आर्थिक सहायता: सरेंडर करने वाले नक्सलियों को आर्थिक सहायता दी गई है. दंतेवाड़ा एसपी गौरव राय ने उन्हें 25 हजार रुपये की सहायता राशि मुहैया कराई है. एसपी ने कहा कि जल्द ही सभी आत्मसमर्पित नक्सलियों को अन्य सुविधाएं मुहैया कराई जाएगी.
लोन वर्राटू अभियान को मिल रही सफलता: दंतेवाड़ा जिले में लोन वर्राटू अभियान को लगातार सफलता मिल रही है. अब तक इस अभियान के तहत 191 इनामी नक्सलियों ने हथियार डाले हैं. इसके साथ ही राज्य में कुल 859 माओवादियों ने अब तक लोन वर्राटू अभियान के तहत सरेंडर किया है.
सुकमा में दो नक्सलियों का सरेंडर: सुकमा में दो नक्सलियों ने सरेंडर किया है. दोनों महिला नक्सली हैं. दोनों नक्सलियों पर दो- दो लाख रुपये का इनाम घोषित था. दोनों नक्सलियों ने सीआरपीएफ और सुकमा पुलिस के अधिकारियों के सामने सरेंडर किया है. सरेंडर करने वाले नक्सली में महिला माओवादी सोमदी मड़कम और मदकमा सोना है. सोमदी मड़कम एमपी और महाराष्ट्र सीमा पर एक्टिव थी. जबकि मदकमा सोना कालाहांडी और कंधमाल इलाके में सक्रिय रही है. दोनों नक्सलियों को 25-25 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी गई है.