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क्या पावर स्टार को मिलेगा दोबारा मौका? अदाकारा का भी रेस में होने की चर्चा, किस पर लगेगा दाव - पवन सिंह

लोकसभा चुनाव को लेकर भोजपुरी का पावर स्टार और अदाकारा आमने सामने है. चर्चा है कि आसनसोल से पवन सिंह के मना करने के बाद अक्षरा सिंह चुनाव लड़ सकती हैं. हालांकि अक्षरा जन सुराज से जुड़ चुकी है. ऐसे में या तो भाजपा से या फिर जनसुराज से चुनाव लड़ सकती है. जानिए क्या कहते हैं विशेषज्ञ?

भोजपुरी का पावर स्टार और अदाकारा आमने सामने
भोजपुरी का पावर स्टार और अदाकारा आमने सामने
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Mar 5, 2024, 8:35 PM IST

भोजपुरी का पावर स्टार और अदाकारा आमने सामने

पटनाः इसबार लोकसभा चुनाव में भोजपुरी कलाकार हॉट केक बने हुए हैं. राजनीतिक दलों को भोजपुरी कलाकारों का स्टारडम खूब भा रहा है. भारतीय जनता पार्टी ने मनोज तिवारी, निरहुआ और रवि किशन पर दाव लगाया जो सफल रहा. अब पवन सिंह पर भी आसनसोल सीट से दाव लगाया लेकिन पवन सिंह ने चुनाव लड़ने से मना कर दिया है. इसके बाद भोजपुरी अभिनेत्री अक्षरा सिंह का नाम सामने आ रहा है. भोजपुरी इंडस्ट्री में दोनों एक्टर-एक्ट्रेस के बीच 36 का आंकड़ा है.

अब तक नहीं हो पाया फैसलाः भारतीय जनता पार्टी ने आसनसोल से भोजपुरी के पावर स्टार पवन सिंह को मैदान में उतारा था. उम्मीदवारी की घोषणा के बाद पवन सिंह ने जश्न भी मनाया और शीर्ष नेतृत्व को इसके लिए धन्यवाद भी दिया लेकिन कुछ ही घंटों के बाद पवन सिंह ने आसनसोल सीट से चुनाव लड़ने के लिए मना कर दिया. इसके बाद पवन सिंह ने BJP राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की है लेकिन इस बारे में में कुछ स्पष्ट नहीं किया है.

इसलिए आसनसोल का मिला था टिकट: बता दें कि पवन सिंह 2014 में ही भाजपा की सदस्यता ली थी. वे आरा से चुनाव लड़ना चाहते थे. इसको लेकर पवन सिंह कई बार घोषणा भी कर चुके थे. आरा के वर्तमान सांसद आरके सिंह ने इसको लेकर बयान भी दिया था कि पवन सिंह नहीं बल्कि वे आरा से चुनाव लड़ेंगे. एक सीट पर विवाद को देखते हुए भाजपा ने पवन सिंह को बंगाल के आसनसोल सीट से टिकट दिया लेकिन पवन सिंह को आसनसोल रास नहीं आयी.

जन सुराज से जुड़ी हैं अक्षरा सिंहः इसी बीच चर्चा हो रही है कि आसनसोल से अक्षरा सिंह चुनाव लड़ सकती है. हालांकि इसकी पुष्टि अक्षरा सिंह ने नहीं की है. ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए अक्षरा सिंह के पिता ने कहा कि अगर मौका मिलता है तो अक्षरा सिंह चुनाव लड़ सकती है लेकिन भाजपा की ओर से ऐसी कोई बात नहीं हुई है. बता दें कि अक्षरा सिंह प्रशांत किशोर के जन सुराज के साथ जुड़ चुकी है. ऐसे में यह भी चर्चा है कि जन सुराज से चुनाव लड़ सकती है.

'भाजपा को विवाद का नहीं था अंदाजा': भोजपुरी इंडस्ट्री में पवन सिंह और अक्षरा सिंह के बीच अच्छे रिश्ते थे लेकिन आपसी कारणों से दोनों से बीच 36 का आंकड़ा है. ऐसे में एक ही सीट पर पवन सिंह के बाद अक्षरा सिंह का नाम आना एक बड़ा विवाद बन सकता है. विशेषज्ञ का मानना है कि भाजपा को इस बात का अंदाजा नहीं था कि पवन सिंह को लेकर समस्या उत्पन्न हो जाएगी. भाजपा को लगा कि इससे अन्य सीटों पर खतरा बढ़ सकती है इसलिए उनसे टिकट वापस ले लिया गया.

"पवन सिंह को पीछे हटने के लिए कहा गया है. उनके गानों को लेकर विवाद खड़ा हुआ था. जिस वजह से पार्टी निश्चित को छोड़कर अनिश्चित की ओर जाना नहीं चाहती थी. क्योंकि उनके गानों को लेकर बंगाल की महिलाओं में आक्रोश है. अक्षरा सिंह का नाम भी सुर्खियों में है. देखना होगा कि भाजपा किसके नाम पर दाव लगती है." -रवि उपाध्याय, वरीष्ठ पत्रकार

'जल्द हो सकता है फैसला': आसनसोल से उम्मीदवारी को लेकर फिलहाल संशय की स्थिति बनी हुई है. भाजपा प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने कहा है कि पवन सिंह की मुलाकात राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जी से हुई है. इसको लेकर जल्द समाधान निकल जाएगा. केंद्रीय नेतृत्व के स्तर पर जल्द ही फैसला ले लिया जाएगा. हालांकि पवन सिंह और जेपी नड्डा के बीच क्या बात हुई इसकी जानकारी प्रेम रंजन पटेल को भी नहीं है.

"राष्ट्रीय अध्यक्ष से उनकी मुलाकात हुई है. बंगाल के प्रदेश प्रभारी मंगल पांडे भी साथ में थे. निश्चित तौर पर जेपी नड्डा जी से सकारात्मक बाते हुए होगी. इसको लेकर केंद्रीय नेतृत्व और पवन सिंह तय करेंगे कि क्या करना है. क्या कारण रहा चुनाव नहीं लड़ने का इसको लेकर जेपी नड्डा जी से बात हुई होगी. जल्द ही फैसला हो जाएगा." -प्रेम रंजन पटेल, भाजपा प्रवक्ता

'विपक्ष बना रहे मुद्दा': भोजपुरी फिल्मों के जानकार अनूप नारायण सिंह कहते हैं कि पवन सिंह भोजपुरी इंडस्ट्री के बड़े कलाकार हैं. पवन सिंह के गीतों को लेकर बखेड़ा खड़ा हुआ है. बंगाल से आए बार बालाओं को लेकर पवन सिंह ने कई गीत गाए हैं. बिहार में बार बालाओ की तादाद 50000 के आसपास है, जिसे विपक्ष के द्वारा मुद्दा बनाया जा रहा है.

'पार्टी की स्थिति को रखा ख्याल': अनूप सिंह पवन सिंह के बचाव में कहा कि उन्होंने बंगाली समाज को लेकर गाना नहीं गाया है बल्कि बार बालाओं को लेकर गाया है. उनका कहना है कि पवन सिंह खुद पीछे हटे हैं. पवन सिंह चाहते हैं कि पार्टी की स्थिति खराब ना हो. पवन सिंह और अक्षरा सिंह ने कई हिट फिल्में की हैं, लेकिन दोनों के बीच विवाद है. रास्ते अलग-अलग हो गए लेकिन दोनों राजनीति में आने की महत्वाकांक्षा रखते हैं.

"भाजपा को भी नहीं पता था कि पवन सिंह को आसनसोल से टिकट देने पर बखेड़ा खड़ा हो जाएगा. पवन सिंह सहित कई भोजपुरी कलाकारों ने बंगाल की बार बालाओं को लेकर गीत गाया है. गाना में बंगलनिया शब्द का इस्तेमाल किया गया है. इससे बंगाल की महिलाओं के मान सम्मान से कोई लेना देना नहीं है. यह शब्द उन नर्तकियों के लिए गया है. भाजपा की स्थिति खराब न हो इसके लिए पवन सिंह पीछे हटे हैं." -अनूप सिंह, भोजपुरी फिल्मों के जानकार

काफी फेमस हैं पवन सिंहः भोजपुरी गायक और कलाकार पवन सिंह काफी फेमस हैं. 150 से अधिक भोजपुरी फिल्म 500 से ज्यादा गीत गाए हैं. 2000 से अधिक एलबम बाजार में मैजूद है. लॉलीपॉप लागेलू ने देश-विदेश में सुर्खियां बटोरी थी. पवन सिंह सोशल मीडिया पर भी सक्रिय रहते हैं. फेसबुक पर पवन सिंह के 40 लाख फॉलोअर्स हैं. 'X' की बात करें तो पवन सिंह 1.6 लाख लोग फॉलो करते हैं. इस्ट्राग्राम पर 30 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स है.

'अक्षरा सिंह भी कम फेमस नहीं': अक्षरा सिंह भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में 70 से 75 फिल्में की हैं. उनके नाम 200 से अधिक एल्बम हैं. सत्यमेव जयते उनकी चर्चित फिल्म रही है. 'इधर आने का नहीं' उनकी चर्चित गीत रही है. सोशल मीडिया पर भी अक्षरा सिंह सक्रिय दिखती हैं. फेसबुक पेज पर अक्षरा सिंह के 98 लाख फॉलोअर्स हैं. X पर 44 हजार से ज्यादा फॉलोअर्स है. इस्ट्राग्राम पर 60 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स है.

पढ़ें पूरी खबरः 'जो भी होगा अच्छा होगा', आसनसोल की उम्मीदवारी छोड़ने के बाद जेपी नड्डा से मिले पवन सिंह

भोजपुरी का पावर स्टार और अदाकारा आमने सामने

पटनाः इसबार लोकसभा चुनाव में भोजपुरी कलाकार हॉट केक बने हुए हैं. राजनीतिक दलों को भोजपुरी कलाकारों का स्टारडम खूब भा रहा है. भारतीय जनता पार्टी ने मनोज तिवारी, निरहुआ और रवि किशन पर दाव लगाया जो सफल रहा. अब पवन सिंह पर भी आसनसोल सीट से दाव लगाया लेकिन पवन सिंह ने चुनाव लड़ने से मना कर दिया है. इसके बाद भोजपुरी अभिनेत्री अक्षरा सिंह का नाम सामने आ रहा है. भोजपुरी इंडस्ट्री में दोनों एक्टर-एक्ट्रेस के बीच 36 का आंकड़ा है.

अब तक नहीं हो पाया फैसलाः भारतीय जनता पार्टी ने आसनसोल से भोजपुरी के पावर स्टार पवन सिंह को मैदान में उतारा था. उम्मीदवारी की घोषणा के बाद पवन सिंह ने जश्न भी मनाया और शीर्ष नेतृत्व को इसके लिए धन्यवाद भी दिया लेकिन कुछ ही घंटों के बाद पवन सिंह ने आसनसोल सीट से चुनाव लड़ने के लिए मना कर दिया. इसके बाद पवन सिंह ने BJP राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की है लेकिन इस बारे में में कुछ स्पष्ट नहीं किया है.

इसलिए आसनसोल का मिला था टिकट: बता दें कि पवन सिंह 2014 में ही भाजपा की सदस्यता ली थी. वे आरा से चुनाव लड़ना चाहते थे. इसको लेकर पवन सिंह कई बार घोषणा भी कर चुके थे. आरा के वर्तमान सांसद आरके सिंह ने इसको लेकर बयान भी दिया था कि पवन सिंह नहीं बल्कि वे आरा से चुनाव लड़ेंगे. एक सीट पर विवाद को देखते हुए भाजपा ने पवन सिंह को बंगाल के आसनसोल सीट से टिकट दिया लेकिन पवन सिंह को आसनसोल रास नहीं आयी.

जन सुराज से जुड़ी हैं अक्षरा सिंहः इसी बीच चर्चा हो रही है कि आसनसोल से अक्षरा सिंह चुनाव लड़ सकती है. हालांकि इसकी पुष्टि अक्षरा सिंह ने नहीं की है. ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए अक्षरा सिंह के पिता ने कहा कि अगर मौका मिलता है तो अक्षरा सिंह चुनाव लड़ सकती है लेकिन भाजपा की ओर से ऐसी कोई बात नहीं हुई है. बता दें कि अक्षरा सिंह प्रशांत किशोर के जन सुराज के साथ जुड़ चुकी है. ऐसे में यह भी चर्चा है कि जन सुराज से चुनाव लड़ सकती है.

'भाजपा को विवाद का नहीं था अंदाजा': भोजपुरी इंडस्ट्री में पवन सिंह और अक्षरा सिंह के बीच अच्छे रिश्ते थे लेकिन आपसी कारणों से दोनों से बीच 36 का आंकड़ा है. ऐसे में एक ही सीट पर पवन सिंह के बाद अक्षरा सिंह का नाम आना एक बड़ा विवाद बन सकता है. विशेषज्ञ का मानना है कि भाजपा को इस बात का अंदाजा नहीं था कि पवन सिंह को लेकर समस्या उत्पन्न हो जाएगी. भाजपा को लगा कि इससे अन्य सीटों पर खतरा बढ़ सकती है इसलिए उनसे टिकट वापस ले लिया गया.

"पवन सिंह को पीछे हटने के लिए कहा गया है. उनके गानों को लेकर विवाद खड़ा हुआ था. जिस वजह से पार्टी निश्चित को छोड़कर अनिश्चित की ओर जाना नहीं चाहती थी. क्योंकि उनके गानों को लेकर बंगाल की महिलाओं में आक्रोश है. अक्षरा सिंह का नाम भी सुर्खियों में है. देखना होगा कि भाजपा किसके नाम पर दाव लगती है." -रवि उपाध्याय, वरीष्ठ पत्रकार

'जल्द हो सकता है फैसला': आसनसोल से उम्मीदवारी को लेकर फिलहाल संशय की स्थिति बनी हुई है. भाजपा प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने कहा है कि पवन सिंह की मुलाकात राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जी से हुई है. इसको लेकर जल्द समाधान निकल जाएगा. केंद्रीय नेतृत्व के स्तर पर जल्द ही फैसला ले लिया जाएगा. हालांकि पवन सिंह और जेपी नड्डा के बीच क्या बात हुई इसकी जानकारी प्रेम रंजन पटेल को भी नहीं है.

"राष्ट्रीय अध्यक्ष से उनकी मुलाकात हुई है. बंगाल के प्रदेश प्रभारी मंगल पांडे भी साथ में थे. निश्चित तौर पर जेपी नड्डा जी से सकारात्मक बाते हुए होगी. इसको लेकर केंद्रीय नेतृत्व और पवन सिंह तय करेंगे कि क्या करना है. क्या कारण रहा चुनाव नहीं लड़ने का इसको लेकर जेपी नड्डा जी से बात हुई होगी. जल्द ही फैसला हो जाएगा." -प्रेम रंजन पटेल, भाजपा प्रवक्ता

'विपक्ष बना रहे मुद्दा': भोजपुरी फिल्मों के जानकार अनूप नारायण सिंह कहते हैं कि पवन सिंह भोजपुरी इंडस्ट्री के बड़े कलाकार हैं. पवन सिंह के गीतों को लेकर बखेड़ा खड़ा हुआ है. बंगाल से आए बार बालाओं को लेकर पवन सिंह ने कई गीत गाए हैं. बिहार में बार बालाओ की तादाद 50000 के आसपास है, जिसे विपक्ष के द्वारा मुद्दा बनाया जा रहा है.

'पार्टी की स्थिति को रखा ख्याल': अनूप सिंह पवन सिंह के बचाव में कहा कि उन्होंने बंगाली समाज को लेकर गाना नहीं गाया है बल्कि बार बालाओं को लेकर गाया है. उनका कहना है कि पवन सिंह खुद पीछे हटे हैं. पवन सिंह चाहते हैं कि पार्टी की स्थिति खराब ना हो. पवन सिंह और अक्षरा सिंह ने कई हिट फिल्में की हैं, लेकिन दोनों के बीच विवाद है. रास्ते अलग-अलग हो गए लेकिन दोनों राजनीति में आने की महत्वाकांक्षा रखते हैं.

"भाजपा को भी नहीं पता था कि पवन सिंह को आसनसोल से टिकट देने पर बखेड़ा खड़ा हो जाएगा. पवन सिंह सहित कई भोजपुरी कलाकारों ने बंगाल की बार बालाओं को लेकर गीत गाया है. गाना में बंगलनिया शब्द का इस्तेमाल किया गया है. इससे बंगाल की महिलाओं के मान सम्मान से कोई लेना देना नहीं है. यह शब्द उन नर्तकियों के लिए गया है. भाजपा की स्थिति खराब न हो इसके लिए पवन सिंह पीछे हटे हैं." -अनूप सिंह, भोजपुरी फिल्मों के जानकार

काफी फेमस हैं पवन सिंहः भोजपुरी गायक और कलाकार पवन सिंह काफी फेमस हैं. 150 से अधिक भोजपुरी फिल्म 500 से ज्यादा गीत गाए हैं. 2000 से अधिक एलबम बाजार में मैजूद है. लॉलीपॉप लागेलू ने देश-विदेश में सुर्खियां बटोरी थी. पवन सिंह सोशल मीडिया पर भी सक्रिय रहते हैं. फेसबुक पर पवन सिंह के 40 लाख फॉलोअर्स हैं. 'X' की बात करें तो पवन सिंह 1.6 लाख लोग फॉलो करते हैं. इस्ट्राग्राम पर 30 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स है.

'अक्षरा सिंह भी कम फेमस नहीं': अक्षरा सिंह भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में 70 से 75 फिल्में की हैं. उनके नाम 200 से अधिक एल्बम हैं. सत्यमेव जयते उनकी चर्चित फिल्म रही है. 'इधर आने का नहीं' उनकी चर्चित गीत रही है. सोशल मीडिया पर भी अक्षरा सिंह सक्रिय दिखती हैं. फेसबुक पेज पर अक्षरा सिंह के 98 लाख फॉलोअर्स हैं. X पर 44 हजार से ज्यादा फॉलोअर्स है. इस्ट्राग्राम पर 60 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स है.

पढ़ें पूरी खबरः 'जो भी होगा अच्छा होगा', आसनसोल की उम्मीदवारी छोड़ने के बाद जेपी नड्डा से मिले पवन सिंह

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