कुल्लू: भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है, जो अपनी विविधता और भौगोलिक परिदृश्य के लिए दुनिया भर में अपनी अलग पहचान रखता है. इस बार देश में 18वीं लोकसभा चुनाव के लिए 7 चरणों में मतदान होंगे. वहीं, अगर हिमाचल प्रदेश की बात करें तो यहां आखिरी और 7वें चरण में 1 जून को 4 लोकसभा सीटों और 6 विधानसभा सीटों पर मतदान होने हैं. हिमालयी राज्य होने के वजह से हिमाचल में सूदूर और दुर्गम इलाकों में कई मतदान केंद्र हैं. इन्हीं में से एक टशीगंग मतदान केंद्र है, जो दुनिया का सबसे ऊंचा पोलिंग बूथ है. यह समुद्रतल से 15,256 हजार से अधिक ऊंचाई पर स्थित है. ऐसे में आइए जानते हैं इस पोलिंग बूथ की खासियत.
टशीगंग में तीसरी बार होगा मतदान: 18वीं लोकसभा चुनावों की तारीखों के ऐलान के साथ ही लोकतंत्र के सबसे बड़ महापर्व का शंखनाद हो चुका है. वहीं, चुनाव आयोग की ओर से चुनावी प्रक्रिया को पूरा करने के लिए सभी औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं. ऐसे में देशभर में विभिन्न जगहों पर मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं. वहीं, देशभर की पोलिंग की बूथ के साथ हिमाचल प्रदेश के लाहौल स्पीति जिला का टशीगंग अब तीसरी बार लोकसभा चुनाव का साक्षी बनेगा. यहां पर पहली बार मतदान केंद्र बनने के बाद साल 2019 में लोकसभा के चुनाव कराए गए थे. वहीं, 2021 में भी यहां लोकसभा के उप चुनाव हुए थे. अब तीसरी बार साल 2024 में लोकसभा के उप चुनाव इस मतदान केंद्र में किए जाएंगे.
हिमाचल में दुनिया का सबसे ऊंचा पोलिंग बूथ: टशीगंग मतदान केंद्र इसलिए खास है क्योंकि यह दुनिया का सबसे ऊंचा मतदान केंद्र है. साल 2019 के लोकसभा चुनाव में यह मतदान केंद्र पूरी दुनिया के सामने आया था. टशीगंग गांव में मतदान केंद्र पहली बार साल 2019 के लोकसभा चुनाव में स्थापित किया गया था. यह मतदान केंद्र समुद्र तल से 15,256 फीट की ऊंचाई पर है. इस साल चुनाव आयोग द्वारा इसे मॉडल मतदान केंद्र बनाया गया है और यहां पर 52 वोटर देश में सरकार बनाने की दिशा में अपनी अहम भूमिका निभाएंगे.
टशीगंग मतदान केंद्र में 52 वोटर करेंगे मतदान: टशीगंग गांव जिला लाहौल स्पीति के स्पीति उप मंडल में स्थित है. यहां पर कुल वोटर 52 हैं, जिसमें 30 पुरुष और 22 महिलाएं हैं. यह मतदान केंद्र काजा उपमंडल से 35 किलोमीटर दूर है और सड़क से मात्र 200 मीटर की दूरी पर स्थित है. हालांकि, इन दिनों यहां पर एक फीट से अधिक बर्फ जमी हुई है. लेकिन जून माह में यहां पर बर्फ पिघल जाएगी. ऐसे में चुनाव आयोग और मतदाताओं को मतदान केंद्र पहुंचने में भी दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा. टशीगंग से पहले ग्रामीणों को मतदान के लिए हिक्किम गांव जाना पड़ता था, जो 14,567 फीट की ऊंचाई पर स्थित है. टशीगंग से पहले यह भारत का सबसे ऊंचा मतदान केंद्र था. लेकिन साल 2019 के चुनाव के बाद टशीगंग गांव में मतदान केंद्र स्थापित किया गया.
लगातार 3 बार से शत प्रतिशत मतदान: साल 2019 के लोकसभा चुनाव की बात करें तो उस दौरान यहां पर 45 मतदाता थे. जिनमें 27 पुरुष और 18 महिला मतदाता थे. इसके अलावा साल 2021 में मंडी संसदीय क्षेत्र के जब उपचुनाव हुए तो यहां पर 49 मतदाता थे. जिसमें 29 पुरुष और 20 महिलाएं शामिल थी. इसके अलावा साल 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में यहां पर 52 मतदाता थे. जिन में 30 पुरुष और 22 महिलाएं शामिल रही. तीन बार यहां पर चुनावी प्रक्रिया को पूरा किया गया और तीनों बार ही यहां पर मतदान शत प्रतिशत रहा है.
चुनाव की तैयारियों में जुटा प्रशासन: काजा के एसडीएम हर्ष नेगी ने बताया कि स्पीति उप मंडल में जो भी मतदान केंद्र स्थापित किए जाएंगे. वहां पर वोटरों के लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएगी. इसके अलावा टशीगंग गांव में भी शत प्रतिशत मतदान करवाने की दिशा में विशेष रूप से कार्य किया जाएगा.
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